पिता के निधन पर भावुक हुए CM योगी, इमोशनल ख़त लिख बताया अंतिम संस्कार में क्यों नहीं आ पाएंगे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोविड-19 पर चल रही टीम-11 की मीटिंग में व्यस्त थे, तभी उन्हें अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन की दुखद खबर मिली. इतनी बड़ी और दुखद खबर मिलने के बावजूद योगीजी अपनी मीटिंग छोड़कर नहीं गए. उन्होंने एक बेटे के पहले अपने मुख्यमंत्री होने का दायित्व निभाया. योगी आदित्यनाथ के पिता 89 साल के थे. उन्होंने सोमवार सुबह 10 बजकर 44 मिनट पर ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में अंतिम सांस ली. सीएम योगी के पिताजी की तबियत काफी सीरियस थी. उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें लीवर और किडनी की समस्यां थी.
The news of his father breathing his last came to him in midst of the meeting . Unfazed by the news @myogiadityanath stood up only after completing the meeting on COVID-19.
— Shishir (@ShishirGoUP) April 20, 2020
पिता के निधन के बाद बेटे योगी आदित्यनाथ ने एक भावुक कर देने वाली चिट्ठी लिखी हैं. इसमें उन्होंने बताया कि वे अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे. इसकी वजह उन्होंने देशभर में चल रहे लॉकडाउन को बताया. उन्होंने ये भी कहा कि जैसे ही लॉकडाउन खात्म होता हैं वे अपने गाँव जाएंगे. पिता को लिखी योगी आदित्यनाथ की चिट्ठी अब सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही हैं. ये चिट्ठी कुछ इस प्रकार हैं.
“अपने पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुःख एवं शोक हैं. वे मेरे पुर्वाश्रम के जन्मदाता हैं. जीवन में ईमानदारी, कठोर परिश्रम एवं निस्वार्थ भाव से लोक मंडल के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य करने का संस्कार बचपन में उन्होंने मुझे दिया. अंतिम क्षणों में उनके दर्शक की हार्दिक इच्छा थी, परंतु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने का कर्तव्यबोध के कारण मैं न कर सका. कल 21 अप्रैल को अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में लॉकडाउन की सफलता तथा महामारी कोरोना को परास्त करने की रणनीति के कारण भाग नहीं ले पा रहा हूँ.”
योगीजी आगे लिखते हैं “पूजनीय माँ, पुर्वाश्रम से जुड़े सभी सदस्यों से भी अपील हैं कि वे लॉकडाउन का पालन करते हुए कम से कम लोग अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में रहें. पूज्य पिताजी की स्मृतियों को कोटि कोटि नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूँ. लॉकडाउन के बाद दर्शनार्थ आऊंगा. – योगी आदित्यनाथ.”
योगीजी द्वारा पिताजी को लिखी गई ये चिट्ठी लोगो को बहुत पसंद आ रही हैं. पिताजी का निधन हो जाने के बावजूद योगीजी लॉकडाउन के नियमों का पालन कर रहे हैं. उन्होंने अपने परिवार से पहले देश को रखा हैं. उनके द्वारा उठाया गया ये कदम सच में सराहनीय हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि योगीजी के पिताजी आनंद सिंह बिष्ट एक फॉरेस्ट रेंजर थे. वे 1991 में रिटायर हुए थे. तब उत्तराखंड के अलग राज्य नहीं हुआ करता था. रिटायर होने के बाद वे यमकेश्वर के पंचूर गांव में रहने लगे थे. एक और दिलचस्प बात ये हैं कि योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. योगीजी बालकाल में ही परिवार को त्याग गोरखपुर में महंत अवेद्यनाथ संग रहने चले गए थे. महंत अवेद्यनाथ के महापरिनिर्वाण पश्चात योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ के प्रमुख बने थे.