
यह पाँच उपायों को अपना कर शौचालय को वास्तु दोष से मुक्त बना सकते हैं आप
अगर वास्तुशास्त्र की मानें तो शौचालय और स्नानघर में वास्तुदोष होने पर इससे न सिर्फ घर की आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है परंतु इससे उस घर में निवास करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर बुरा होता है। इसलिए अपने घर में मौजूद स्नान घर और शौचालय के वास्तु दोष को दूर कर लें आजमा सकते हैं कुछ आसान से उपाय।

वास्तु विज्ञान के अनुसार शौचालय और स्नानघर एक साथ नहीं होना चाहिए। लेकिन बड़े शहरों में जगह की कमी के कारण स्नान घर और शौचालय साथ होते हैं जिससे वास्तु दोष बनता है। इस तरह के दोष को दूर करने के लिए शौचालय में शीशे की कटोरी में नमक भरकर रखना चाहिए और सप्ताह में इसे बदलते रहना चाहिए।

घर में उत्तर पूर्व दिशा में शौचालय और स्नान घर है तो बाहरी दीवार पर उत्तर या पूर्व की ओर एक आइना लगाना चाहिए।

पिरमिड अपने शौचलाय की दक्षिणी दीवार में लगाए। यह वास्तु दोष को दूर करने में बहुत ही कारगर माना जाता है।

स्नानघर में नीले रंग की बाल्टी और मग का प्रयोग करना चाहिए।
शौचालय और स्नान घर का दरवाजा हमेशा बंद रखें साथ ही दरवाजे के ठीक सामने आइना नहीं लगाएं।