दिल्ली बना भारत का वुहान, इस छोटे से राज्य में मरीजों की संख्या भारत में दूसरे नंबर पर
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 16 हजार तक पहुंचने वाला है और देश के लगभग हर राज्य में कोरोना ने अपने पैर पसार लिए हैं। इस समय भारत की राजधानी कोरोना वायरस से बुरी तरह से ग्रस्त है और दिल्ली इस समय कोरोना संक्रमित राज्यों की सूची में दूसरे नंबर पर है। जबकि महाराष्ट्र इस सूची में प्रथम स्थान पर है।
दिल्ली बना भारत का वुहान शहर
दिल्ली में कोरोना वायरस के इतने अधिक केस आने के बाद इसे भारत का वुहान कहा जा रहा है। दरअसल क्षेत्रफल के आधार पर दिल्ली काफी छोटी है और दिल्ली में रोजाना 30 से अधिक कोरोना वायरस के केस आ रहे हैं। इतना ही नहीं 18 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना वायरस के 186 नए मामले सामने आए थे। जिससे की दिल्ली सरकार की निंद उड़ गई थी।
कैसे बनीं दिल्ली वुहान शहर
दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में आई ये तेजी काफी हैरान करने वाली है। क्योंकि जब भारत में लॉकडाउन लगाया गया था। उस समय दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बेहद ही कम थे। लेकिन मार्च महीने के खत्म होते ही दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों ने रफ्तार पकड़ ली और अप्रैल महीने में दिल्ली में एकदम से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ गई।
दिल्ली में कोरोना वायरस के इस समय कुल 1,893 मामले हैं। साथ में ही दिल्ली में 77 कंटेनमेंट जोन हैं। जहां पर कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। आपको बात दें कि रोज दिल्ली के नए इलाके कंटेनमेंट जोन में शामिल हो रहे हैं। पहले दिल्ली सरकार द्वारा 30 इलाकों को कंटेनमेंट जोन में रखा गया था। लेकिन कुछ ही दिनों के अंदर कंटेनमेंट जोन की संख्या दोगुनी हो गई।
ज़ाहिल जमाती भी रहे वजह
दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज में जमातियों का एक कार्यक्रम मार्च महीने में आयोजित किया गया था और इसी कार्यक्रम के कारण ही दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं। दरअसल इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में जमातियों ने हिस्सा लिया था। जिनमें से कई कोरोना वायरस से संक्रमित थे। इन संक्रमित लोगों से कोरोना वायरस दिल्ली और अन्य राज्य में फैल गया।
लॉकडाउन के बाद भी निजामुद्दीन मरकज में 2 हजार से अधिक जमातियों को छुपाकर रखा गया और जब दिल्ली पुलिस को इस बारे में पता चला। तो इन जमातियों को मरकज से निकाला गया। इन जमातियों में से अधिक कोरोना वायरस संक्रमित से ग्रस्त थे। साथ में ही इन जामतियों के संपर्क में जो दिल्ली वासी आए। वो भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। दिल्ली में जितने भी कोरोना वायरस के केस आए हैं। उसमें अधिकतर केस जमातियों के हैं और उन लोग के जो इनके संपर्क में आए थे।
दिल्ली का पिज्जा बॉय
दिल्ली में कोरोना वायरस फैलने का जो दूसरा सबसे बड़ा कारण बना सकता है। वो दिल्ली का पिज्जा बॉय है। दरअसल दिल्ली में एक पिज्जा बॉय कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इस पिज्जा बॉय ने दिल्ली में करीब 70 से अधिक लोगों के घर पिज्जा पहुंचाया था। वहीं जब पिज्जा बॉय में संक्रमण पाया गया तो उसने अपनी जांच करवाई और वो कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। जिसके बाद दिल्ली सरकार ने उन सभी लोगों को होम क्वारंटाइन किया जो इसके संपर्क में आ थे।
नहीं दी जाएगी ढील
दिल्ली में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के कारण, दिल्ली सरकार ने राज्य के हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन में ढील नहीं देने का फैसला लिया है। दिल्ली में 11 जिले हैं और 11 के 11 जिले ही हॉटस्पॉट घोषित हैं और अभी भी यहां से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। जिस तेजी से दिल्ली में कोरोना फैल रहा है। उससे दिल्ली वुहान बन गई है।