कोरोना रिपोर्ट आते ही जमात के प्रमुख मौलाना साद ने बदला ठिकाना, बेटे ने कहा- उन्हें कोरोना…
सारे देश में कोरोना फैलाने के बाद मौलाना साद प्राइवेट डॉक्टर के संपर्क में था और अब उस की कोरोना रिपोर्ट भी सामने आ गई है
भारत में कोरोना संकट को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ज़ाहिल जमातियों के प्रमुख मौलाना साद के कोविड-19 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जमात के प्रमुख मौलाना साद के बेटे यूसुफ ने एक चैनल को फोन करके इसकी सूचना दी। साद के बेटे यूसुफ ने कहा कि मौलाना साद बिल्कुल ठीक हैं, कोरोना नहीं हुआ है और तुरंत फोन काट दिया। बता दें की यूपी में रहने वाले मौलान साद के दो रिश्तेदारों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई हैं। ये दोनों व्यक्ति भी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे। पुलिस मौलाना की अब भी तलाश कर रही है, लेकिन खबर मिली है कि एक बार फिर साद ने अपना ठिकाना बदल लिया है।
कोरोना रिपोर्ट आने पर बदला ठिकाना
खबरों की मानें तो मौलाना साद जाकिर नगर वेस्ट में अपने एक रिश्तेदार के यहां छिपा हुआ था। जाकिर नगर का वेस्ट इलाका हॉटस्पॉट जोन में आता है। बता दें की जिन हॉटस्पॉट इलाकों को चिन्हित किया गया है उसे पूरी तरह सील कर दिया है। ये इलाका भी सील है औऱ यहां पुलिस का पहरा है। वहीं मौलाना ने फिर वो जगह बदल दी जहां वो पहले ठहरा था।
मौलाना अब जाकिर नगर के दूसरे इलाके में रह रहा है। जमात का मुखिया मौलाना एक प्राइवेट डॉक्टर से अपनी कोरोना की जांच करवा रहा था। जब उसकी कोविड-19 की जांच हुई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। कोरोना रिपोर्ट के निगेटिव आते ही उसने अपना निवास स्थान बदल लिया। वहीं जमात में शामिल हुए साद के दो रिश्तेदार कोरोना के कहर से नहीं बच पाए और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
मौलाना समेत कई पर दर्ज हैं मामले
बता दें कि मार्च के महीने में दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज में तबलीगी जमात का एक कार्यक्रम हुआ था। इस मरकज में देश-विदेश से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए थे। प्रशासन के आदेश के बाद भी जमात के लोग वहां से हटे नहीं और जब जबरन उन्हें पुलिस ले गई तो कईयों की जांच में कोविड-19 प़ॉजिटिव निकला। इसके बाद से ये जमाती जहां-जहां गए वहां कोरोना का संक्रमण फैलाया। जमात का प्रमुख मौलाना साद भी अभी तक पुलिस की कैद से बाहर है। उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से अब वो और तेजी से अपने ठिकाने बदल रहा है।
दिल्ली पुलिस ने जमात के प्रमुख मौलाना मोहम्द साद के साथ साथ कई लोगों पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। जमात में शामिल करीब 1890 विदेशी नागरिकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है। पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है। इस मरकज में 500 से अधिक विदेशी पाए गए थे जिनमें अभी कईयों की तलाश जारी है।
इसके अलावा मरकज से जुड़े 18 लोगों को क्राइम ब्रांच ने नोटिस भी भेजा है। हालांकि इनमें से 18 लोग खुद को क्वारांटाइन में बताकर जांच में जुड़ने से आनाकानी कर रहे हैं। मौलाना साद भी खुद को क्वारांटाइन बताकर पुलिस से बचते फिर रहे हैं। हालांकि माना जा रहा है कि मौलाना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पुलिस कभी भी उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।