कोरोना के खतरे को बढ़ाने वाले तबलीगी जमात में शामिल विदेशियों का जेल जाना तय, बस इस इंतजार में है पुलिस
तबलीगी जमात में शामिल विदेशियों पर महामारी और लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन का गंभीर आरोप लगा है
भारत में कोरोना संकट को बढ़ाने के लिए निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के लोगों को पुलिस अब जेल भेजने की तैयारी में है। मरकज में शामिल कुछ विदेशी जमातियों को झारखंड पुलिस ने पकड़ लिया है और इनका जेल जाना लगभग तय है। पुलिस सिर्फ उनके हेल्थ रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। ये विदेशी जमाती अभी क्वारांटाइन में हैं। अगर इनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आती है तो पुलिस उन्हें तुरंत जेल भेज देगी। रांची, जमशेदपुर और धनबाद की पुलिस को इस मामले में कानूनी राय भी मिल चुकी है। बता दें की निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में विदेश से भी भारी संख्या में लोग शामिल हुए थें जिनसे देश में कोरोना का खतरा और बढ़ गया है।
विदेशी जमातियों की रिपोर्ट का इंतजार
12 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात में देश विदेश से करीब 9 हजार लोग शामिल हुए थे। इस जमात में भारी संख्या में विदेशी लोग भी शामिल हुए थे। 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा के बाद भी इन लोगों ने मरकज नहीं छोड़ा तो पुलिस को जबरन मरकज खाली कराना पड़ा। इसके बाद से बहुत से जमाती कई शहरों में चले गए। इनमें से कुछ का इलाज चल रहा है। वहीं इन विदेशी जमातियों की भी पहचान हो चुकी है बस उनके क्वारांटाइन पीरियड के खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही ये पीरियड खत्म होगा उनकी फिर से जांच की जाएगी।
अगर ये जमाती कोरोना संक्रमण के खतरे के बाहर मिलेंगे तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। बता दें की झारखंड में तब्लीगी जमात से जुड़े 38 विदेशी नागरिक और 5 भारतीय मिले हैं। इनके खिलाफ रांची, जमशेदपुर और धनबाद में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इन जमातियों पर वीजा नियमों का उल्लंघन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत महामारी नियमों का उल्लंघन, लॉकडाउन के नियमों के नियम को ना मानने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
लॉकडाउन के नियमों का किया उल्लंघन
बता दें की कोरोना संकट भारत में जब धीरे धीरे पैर पसार रहा था तभी प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरु कर दी थी। दिल्ली में लॉकडाउन से पहले भी थोड़ी सावधानी बरतनी शुरु कर दी गई थी। वहीं 12 मार्च से मरकज भी शुरु हो गया था। इसके बाद जब राज्य सरकार का आदेश आया कि दिल्ली में 31 मार्च तक कोई भी धार्मिक, समाजिक या राजनैतिक जमावड़ा नहीं होगा जिसमें 50 से ज्यादा लोग हों तो भी ये जमाती हजारों की संख्या में निजामुद्दीन में अपना कार्यक्रम करते रहे।
इसके बाद जब संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई तो भी ये लोग वहां से नहीं हटे। इसके अलगे दिन पुलिस को जब इनके कार्यक्रम के बारे में पता चला तो संक्रमण की जांच के लिए इन्हें बसों में बैठाकर अस्पताल लेकर जाया गया। बता दें की दिल्ली पुलिस ने 28 मार्च को ही मरकज को नोटिस देकर फौरन इसे खाली करने को कहा था, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो पुलिस को जबरन इसे खाली कराना पड़ा। बता दें की कई जमातियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और बाकी इधर-उधर फैले जमातियों की खोज भी चल रही है।इस मरकज में देश से ही नहीं बल्कि विदेशी जमाती भी शामिल हुए थे जिनमें अभी भी कई लोगों की तलाश जारी है।