दुखद! कोरोना महामारी की वजह से इस पूर्व क्रिकेटर का हुआ निधन, क्रिकेट जगत में शोक
कोरोना महामारी की चपेट में इस वक्त सिर्फ एक कोई एक देश नहीं बल्कि पूरी दुनिया है। इस महामारी से अब तक हजारों लोग अपनी जान गवां चुके हैं। दुनिया के कई देश इसी कोशिश में लगे हैं की अपने लोगों की जान बचा सकें। इसी बीच कोरोना की वजह से क्रिकेट जगत से बेहद दुखद खबर सामने आई है। ये खबर पाकिस्तान क्रिकेटर जफर सरफराज के बारे में में जिनका कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण निधन हो गया। बताया जा रहा है कि सरफराज ने सोमवार को लेडी रीडिंग अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अपना दम तोड़ दिया। पूरे क्रिकेट जगत में इस खबर दुखी है।
पूर्व क्रिकेटर सरफराज का निधन
जफर सरफराज की उम्र 50 वर्ष थी और वो पहले ऐसे पेशेवर क्रिकेटर हैं जिन्हें कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी। बता दें की पिछले मंगलवार को उनका कोरोना वायरस का टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद तीन दिनों तक सरफराज वेंटिलेटर पर थे। 13 अप्रैल को देर रात सरफराज ने आखिरी सांस ली।गौरतलब है कि जफर ने 1988 में क्रिकेट वर्ल्ड में डेब्यू किया था।
सरफराज ने 1988 से 1994 के बीच प्रथम श्रेणी और 1990 से 1992 के बीच लिस्ट-ए क्रिकेट खेला था। उन्होंने पेशावर के लिए 15 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 616 रन बनाए थे। वो 2000 के मध्य में पेशावर की सीनियर और अंडर-19 टीम के कोच भी थे। उन्होंने 1994 में क्रिकेट से सन्यास ले लिया था। जफर सरफराज पाकिस्तान टीम के पूर्व खिलाड़ी अख्तर सरफराज के बड़े भाई थे। उन्होंने पाकिस्तान टीम के लिए वनडे इंटरनेशनल मैच खेले थे। अख्तर सरफराज का पिछले साल निधन हो गया था।
पाकिस्तान में सुविधाओं की कमी
बता दें की कोरोना वायरस महामारी से पाकिस्तान भी बहुत पीड़ित है। पाक में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 5500 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हैं। कुछ समय पहले पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कोरोना मरीजों के इलाज में जुटे 20 डॉक्टरों के संक्रमित होने की खबर आई थी। पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन की मानें तो पाकिस्तान में 100 डॉक्टर कोरोना के चपेट में आ चुके हैं। हालांकि पाकिस्तान में 1095 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं, लेकिन वहां भी संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
पाकिस्तान में कोरोना से निपटने के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं, लेकिन वो पर्याप्त नहीं है। पाक में कराची के अधिकतर सरकारी और निजी अस्पताल तैयार नहीं है। यहां पर पर्याप्त संख्या में बिस्तर , वेंटिलेटर और प्रशिक्षित डॉक्टर भी मौजूद नहीं है। कराची के कई अस्पतालो में कराए गए एक सर्वेक्षण ने नए खुलासे किए हैं। सर्वेक्षण में कहा गया कि यहां आगा खान यूनिवर्सिटी अस्पताल और डॉव यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के अलावा किसी भी अन्य सार्वजनिक या निजी अस्पताल में कोरोना वायरस की जांच और इलाज की पर्याप्त सुविधाएं भी मौजूद नहीं है।
गौरतलब है कि भारत में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब तक भारत में भी 10 हजार तक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। महामारी के बढ़ते मामलों को देख पीएम मोदी ने भी 21 दिन के लॉकडाउन को और बढ़ा दिया है। अब देश में 3 मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है।