एक और सीट पर बीजेपी की जीत : EVM में गड़बड़ी की शिकायत के बाद हुई थी दोबारा वोटिंग!
नई दिल्ली – केजरीवाल और मायावती समेत ऐसे सभी नेताओं और पार्टियों के लिए एक ऐसी खबर सामने आयी है, जिसके बाद अब ये कभी दोबारा वोटिंग का नाम तक नहीं लेंगे। दरअसल, उत्तराखंड के चम्पावत जिले की लौहाघाट सीट पर दोबारा वोटिंग हुई, जिसको बीजेपी ने जीत लिया है।
भारतीय जनता पार्टी के पूरन सिंह फारटयाल को बुधवार को यहां से विजेता घोषित किया गया है। दोबारा चुनाव कराए जाने पर फारटयाल को 427 में से 400 वोट मिले। इस बूथ पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत के बाद नतीजे रोक लिए गए थे और दोबारा चुनाव करवाए गए। दोबारा चुनाव के बाद भाजपा ने एक और सीट जीत ली है और अब उत्तराखंड में उसके पास 57 विधायक हो गए। bjp wins uttarakhand seat.
दोबारा वोटिंग में एक और सीट जीती बीजेपी –
पहली बार जब वोटिंग हुई थी तो पूरन सिंह 26,468 वोटों से आगे चल रहे थे। उनके बाद दूसरे नंबर पर कांग्रेस के कौशल सिंह थे, जिन्हें 26,320 वोट मिले थे। इसके बाद ही ईवीएम में गड़बड़ी के चलते नतीजों को रोक दिया गया था। फिलहाल, राज्य में मुख्यमंत्री के लिए सतपाल महाराज, त्रिवेंद्र सिंह रावत और प्रकाश पंत का नाम पर चर्चा जारी है। आपको बता दें, उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा को 70 सीटों में से 57 सीटों पर जीत मिली है। यहां दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही, जिसे 11 सीटों पर जीत मिली। इनके अलावा दो सीटों पर अन्य उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। बीजेपी को यूपी में प्रचंड बहुमत मिला। यहां बीजेपी को यूपी विधानसभा चुनावों में 312 सीटें मिली हैं।
EVM के बजाय बैलेट पेपर से हो रही है वोटिंग की मांग –
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उसी EVM पर सवाल उठा दिये हैं, जिसपर वोटिंग से उनको दिल्ली की सत्ता मिली है। पंजाब में करारी हार की बौखलाहट में केजरीवाल भूल गये हैं कि इसी EVM से दिल्ली के चुनाव हुए थे, जिसमें आप पार्टी की जीत और बीजेपी की हार हुई थी, जबकी उस वक्त भी केंद्र में मोदी सरकार ही थी।
केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि नतीजे सभी के लिए चौकाने वाले थे। सब मानते थे की यह चुनाव अकाली दल को हराने के लिए था लेकिन फिर भी उन्हें 30 प्रतिशत वोट मिला। गौरतलब है कि मायावती ने भी प्रेस कांफ्रेस करके EVM मशीन टेम्परिंग को लेकर कहा कि बसपा EVM धोखाधड़ी के खिलाफ अदालत जाएगी और देशव्यापी आंदोलन करेगी।