2019 में ये होंगे पीएम पद के उम्मीदवार, लेकिन कैसे करेंगे उस तूफान का सामना जिसका नाम मोदी है!
नई दिल्ली – 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की करारी हार के बाद 2019 के लोकसभा चुनावों में उनकी जगह शशि थरूर को यूपीए से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामांकित करने के लिए एक ऑनलाइन याचिका शुरू की गई है। तिरुवनंतपुरम के एक नागरिक द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन याचिका में लिखा है कि थरूर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय मुद्दों की अच्छी जानकारी रखते हैं और कांग्रेस में फिलहाल सबसे योग्य व्यक्ति हैं, जो भारत की जनता और विश्व के नेताओं के साथ जुड़ सकते हैं। congress PM candidate in 2019.
राहुल नहीं शशि थरूर होंगे पीएम पद के उम्मीदवार –
राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की असफलताओं का दौर जारी है। एक के बाद एक चुनाव हारती पार्टी में अब दबे पांव विरोध की आवाज उठने लगी है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के एक शख्स ने राहुल गांधी के विकल्प की तलाश शुरू कर दी है। केरल के इस शख्स ने इसके लिए ऑनलाइन याचिका डाली है।
इस शख्स ने 6,725 समर्थकों वाली अपनी याचिका में कहा है कि, हमने डॉ शशि थरूर को 2019 चुनाव में यूपीए से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामांकित किया है। ये दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के हित में और इससे विपक्ष एक बार फिर वापसी कर पाएगा। आपको बता दें कि थरूर तिरुवनंतपुरम से दो बार सांसद रह चुके हैं।
2019 में पीएम मोदी के तूफान से करना होगा मुकाबला –
2019 के चुनाव में अगर कांग्रेस राहुल गांधी की जगह किसी और को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये तो सत्ता में न सही, कम से कम मजबूत विपक्ष बनने का मौका हो सकता है। लेकिन, सबसे बड़ा सवाल यह है कि कौन होगा जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साहसी फैसलों और मजबूत प्रचार तंत्र को चुनौती दे पाएगा। इसके लिए सबसे पहला नाम कांग्रेसी नेता शशि थरूर का लिया जा रहा है।
शशि थरूर की पहचान नेता के तौर पर तो है ही, साथ-साथ एक राइटर और थिंकर की भी हैं। वह डिप्लोमैट होने के साथ-साथ बेहतरीन स्पीकर भी हैं। ऐसे में अगर, कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनावों में कुछ बेहतर करना चाहती है तो उसके सामने इस वक्त शशि थरूर से बेहतर विकल्प नहीं दिखता। लेकिन कांग्रेस के साथ-साथ देश की सभी पार्टियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती पीएम मोदी के तूफान को रोकने की है।
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