कोरोना संकट की घड़ी में मोदी सरकार की बड़ी घोषणा, 3 महीने गैस रिफिल की नहीं चुकानी होगी कीमत
कोरोना वायरस की रोकथाम के चलते देशभर में लॉक डाउन हो चुका है और इस समय के दौरान गरीब लोगों को बहुत सी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है, ऐसी स्थिति में बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपने जीवन का निर्वाह काफी मुश्किल से कर रहे हैं, आपको बता दें कि इस मुश्किल घड़ी में गैस रिफिल को लेकर केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए 3 महीने नि:शुल्क गैस सिलेंडर रिफिल करने की घोषणा की है और सिलेंडर की कीमत के बराबर एडवांस पैसे भी जमा कराया जा रहा है, जिन पैसों से ग्राहक सिलेंडर रिफिल करवा पाएंगे।
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत आने वाले सभी लाभार्थियों के लिए एक बड़ी घोषणा की है, मोदी सरकार ने यह ऐलान किया है कि उज्जवला योजना के लाभार्थियों को 3 महीने तक गैस रिफिल के लिए कोई भी कीमत नहीं चुकानी पड़ेगी, अप्रैल महीने से जून महीने तक यह योजना प्रभावी रहने वाली है, आधिकारिक बयान के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि अभी तक तेल कंपनियों के द्वारा उज्जवला योजना के अंतर्गत लगभग 7.15 करोड़ लाभार्थियों के खाते में 5606 करोड रुपए जमा किए जा चुके हैं, कंपनियों का ऐसा कहना है कि उज्जवला योजना के अंदर आने वाले सभी लाभार्थियों के खाते में उनके पैकेज के अनुसार 14.2 किलोग्राम या फिर 5 किलोग्राम सिलेंडर की कीमत के अनुसार एडवांस पैसे जमा करवाया जा रहा है, इन पैसों से ग्राहक सिलेंडर रिफिल करवा सकते हैं।
मोदी सरकार द्वारा 3 महीने तक निशुल्क सिलेंडर रिफिल की घोषणा से लाभार्थियों को इस संकट की घड़ी में बहुत ही राहत मिलने वाली है, कोरोना वायरस का संकट हर तरफ फैला हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी इस कठिन समय में डिलीवरी ब्वॉय सहित तमाम योद्धा अपने-अपने कार्य लगातार कर रहे हैं, कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि सिलेंडर की डिलीवरी के लिए किसी को भी 2 दिन से अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा, लॉक डाउन की वजह से भले ही काफी मुश्किल हो रही है, लेकिन इसके बावजूद भी 60 लाख सिलेंडर रोजाना रिफिल किए जा रहे हैं, आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल जैसी कंपनियों ने पहले ही डिलीवरी ब्वॉय सहित सप्लाई करने वाले विभिन्न चरणों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए ₹500000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा कर दी गई है, यदि कोई कर्मचारी कार्य के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाता है और इस संक्रमण की वजह से उसकी जान चली जाती है तो यह ₹500000 रुपये की धनराशि उनके घर वालों को मिल जाएगी।
वैसे देखा जाए तो सरकार के निर्देश पर सरकारी तेल कंपनियां उज्ज्वला योजना को आगे बढ़ाने की पूरी कोशिश में लगी हुई है, लॉक डाउन की वजह से कई मुसीबतें उत्पन्न हो रही है, लॉक डाउन के कारण पेट्रोल और डीजल की मांग लगातार गिरती हुई दिख रही है, जो बहुत ही चिंता का विषय बनी हुई है, लॉक डाउन के कारण वाहन नहीं चल रहे हैं यहां तक कि औद्योगिक गतिविधियां भी रुक चुकी है, जिसके कारण ऊर्जा की मांग लगातार कम होती जा रही है, केंद्र सरकार के लिए यह सब काफी चिंतित कर देने वाली बात साबित हो रही है।