जानें किस उंगली से तिलक लगाना होता है सबसे उत्तम, तिलक लगाने के लाभ
हिंदू धर्म में तिलक लगाने का रीति रिवाज सदियों से चला आ रहा है। पूजा करते हुए या किसी का स्वागत करते हुए तिलक जरूर लगाया जाता है। तिलक को अलग-अलग उंगलियों से लगाया जाता है। कई लोग अंगूठे से माथे पर तिलक लगाया करते हैं। तो कई लोग अनामिका उंगली से माथे पर तिलक लगाते हैं। तो आइए जानते हैं माथे पर किस उंगली से तिलक लगाने से क्या लाभ मिलता है।
जानें माथे पर किस उंगली से तिलक लगाने से मिलता है क्या लाभ
मिडल फिंगर यानी मध्यमिका
जब भी किसी शुभ काम के लिए घर से बाहर जाएं तो मध्यमिका उंगली से तिलक लगाएं। मध्यमिका उंगली से तिलक लगाने से कार्य में सफलता मिल जाती है। इसलिए जब भी एग्जाम, नई नौकरी या किसी भी अच्छे कार्य के लिए जाएं तो अपने माथे पर मध्यमिका उंगली से ही तिलक लगाएं।
शनि देव की पूजा करते समय अपने माथे पर इसी उंगली से ही तिलक लगाना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार मध्यमिका उंगली में शनि ग्रह का वास होता है और इस उंगली से तिलक लगाने से ये ग्रह शांत हो जाता है।
अनामिका
अनामिका उंगली से माथे पर तिलक लगाने से शांति मिलती है और तनाव दूर हो जाता है। अनामिका उंगली में सूर्य वास करते हैं और ये उंगली आज्ञाचक्र होती है। इसलिए इस उंगली से अगर रोज चंदन का तिल माथे पर लगाया जाए तो शांति प्राप्त हाती है। साथ में ही चेहेरे पर चमक आती है।
पूजा करते हुए भगवान को तिलक भी इसी उंगली से लगाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार जब भी किसी तरह की पूजा की जाए, तो भगवान का तिलक केवल अनामिका उंगली से ही करना चाहिए।
अंगूठा
अंगूठे का प्रयोग भी तिलक लगाने के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि अंगूठे से तिलक लगाने से सेहत और धन लाभ होता है। यहीं वजह है कि पुराने जमाने में जब कोई राजा युद्ध लड़ने जाता था या युद्ध से वापस आता था। तो उसका स्वागत करते हुए अंगूठे से उसे तिलक लगाया जाता था। ताकि उसकी सेहत सही रहे। इसी तरह से राज्य अभिषेक करते हुए भी अंगूठे से ही राजा को तिलक लगाया जाता था।
सबसे छोटी उंगली
हाथ की सबसे छोटी उंगली से भी तिलक लगाया जाता है। इस उंगली से तिलक लगाने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। शास्त्रों के अनुसार मृत्यु के बाद अगर किसी व्यक्ति के माथे पर हाथ की सबसे छोटी उंगली से तिलक लगाया जाए। तो उस व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ती हो जाती है।
किस चीज से लगाएं तिलक
आमतौर पर चंदन, कुमकुम और हल्दी का तिलक लगाया जाता है। जब हम भगवान की पूजा करते हैं। तो पूजा करते हुए कुमकुम और हल्दी से भगवान को तिलक लगाते हैं। जब किसी का अभिषेक किया जाता है, तो उसको कुमकुम का तिलक लगाया जाता है। इसी प्रकार से मन की शांति के लिए और मोक्ष प्रदान करने के लिए चंदन के तिलक का प्रयोग किया जाता है।