मां ने PM से मांगी मदद, कहा- बच्चे के लिए चाहिए ऊंटनी का दूध, आगे जो हुआ वो बेहद रोचक है
लॉकडाउन के चलते इस बच्चे की मां को ऊंटनी का दूध नहीं मिल पा रहा और बच्चा केवल ऊंटनी का दूध ही पीता है
भारतीय रेलवे ने एक बार फिर से लोगों का दिल जीत लिया है। रेलवे की और से हाल ही में एक ऐसा कार्य किया गया है। जिसकी तारीफ हर कोई कर रहा है। दरअसल रेलवे ने साढ़े तीन साल के एक बच्चे तक ऊंटनी का दूध पहुंचाया है। ये साढ़े तीन साल का बच्चा ऑटिज्म से ग्रस्त है और इसे बकरी,गाय और भैंस के दूध से एलर्जी है। जिसके कारण इस बच्चे को दूध नहीं मिल पा रहा था। लेकिन जैसे ही रेलवे को इस बात की जानकारी मिली तो रेलवे ने इस बच्चे के घर तक ऊंटनी का दूध पहुंचा दिया।
क्या है पूरा मामला – ऊंटनी का दूध
लॉकडाउन के चलते इस बच्चे की मां नेहा कुमारी को ऊंटनी का दूध नहीं मिल पा रहा था। जिसके कारण इस बच्चे की मां ने एक ट्वीट किया और इस ट्वीट के बाद रेलवे ने इनकी मदद की। अपने ट्वीट में इस बच्चे की मां ने बताया कि उनका बच्चा ऑटिज्म का रोगी है और उसे बकरी,गाय और भैंस के दूध से एलर्जी है। ऐसे में बच्चे को कई दिनों से दूध नहीं मिल पाया है। ये बच्चा केवल ऊंटनी का दूध ही पीता है। जब लॉकडाउन शुरू हुआ तो मेरे पास लंबे समय तक रखने के लिए पर्याप्त ऊंटनी का दूध नहीं था। राजस्थान के सादरी से ऊंटनी का दूध या उसका पाउडर लाने में मेरी मदद करें। इस ट्वीट को बच्चों की मां नेहा सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग किया था। वहीं जब आईपीएस अरुण बोथरा ने इस ट्वीट को पढ़ा तो उन्होंने इस समस्या का हल निकाला और ऊंटनी के दूध के ब्रांड एद्विक फूड्स से संपर्क किया। जिसके बाद रेलवे ने बच्चे के मुंबई स्थित घर पर 20 लीटर ऊंटनी का दूध पहुंचाया। आईपीएस अरुण बोथरा ने इस बात की जानकारी ट्वीट करके दी और बताया कि पिछली रात ट्रेन से ऊंटनी का 20 लीटर दूध मुंबई पहुंचा, इस परिवार ने ये दूध शहर में अन्य जरूरतमंदों के साथ साझा किया, उत्तर-पश्चिम रेलवे के सीपीटीएम तरुण जैन को धन्यवाद जिन्होंने कंटेनर को उठाने के लिए अनिर्धारित रूप से ठहराव सुनिश्चित किया।
Final update
20 lts. camel milk reached Mumbai by train last night. The family has kindly shared part of it with another needy person in the city.
Thanking Sh.Tarun Jain, CPTM, North-West Railways who ensured an unscheduled halt to pick the container.@RailwaySeva@RailMinIndia https://t.co/fCxI6EJTrX
— Arun Bothra (@arunbothra) April 11, 2020
बोथरा के अनुसार अगर समय पर इस बच्चे को दूध नहीं मिलता तो इस बच्चे की जान तक जा सकती थी। बोथरा ने बताया कि, ‘मुझे ये कहा गया था कि अगर बच्चे को ऊंटनी का दूध नहीं मिला तो उसकी जान एक हफ्ते में जा सकता है। जिसके बाद दूध आपूर्तिकर्ता से मैने बात की और ट्रेन के माध्यम से 20 लीटर ऊंटनी का दूध और 20 किलो ऊंटनी दूध का पाउडर बच्चे के घर तक भेजा गया।
रेणु कुमारी के घर तक दूध पहुंचाने के बाद बोथरा को एक और माता-पिता से दूध का अनुरोध मिला। जिसके बाद नेहा ने दूध और पाउडर को उस परिवार के साथ साझा किया।
लॉकडाउन के समय सरकार और अधिकारियों द्वारा इस बात का खासा ध्यान रख जा रहा है कि लोगों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो और ये खबर इस बात की पुष्टि करती है कि सरकार लोगों की हर जरूरतमंद चीजें उनके घरों तक पहुंचा रही हैं।