रामगढ़ के जंगलों में जमाती छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने की छापेमारी, लेकिन पहले ही हो गए फरार
दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज में होने वाला धार्मिक समारोह पूरे देश के लिए चुनौती बन चुका है, इसकी वजह से देश भर में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, यह जमाती पूरे देश के लिए संकट साबित हुए हैं, जिसको लेकर सरकार और प्रशासन भी काफी चिंतित है, झारखंड में भी तबलीगी जमात के कई लोग शामिल है जिनमें से कई लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित भी पाया गया है, कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को लेकर हर ठोस कदम उठाया जा रहा है, झारखंड पुलिस भी तबलीगी जमात से आए लोगों की खोज में लगी हुई है, आपको बता दें कि रामगढ़ जिले के मांडू थाना क्षेत्र के अंतर्गत कुजू स्थित ओरला तेलनिया जंगल में तबलीगी जमात के कुछ लोगों की सूचना पुलिस को मिली, जिसके बाद पुलिस के द्वारा रामगढ़ के जंगलों में छापेमारी की गई थी लेकिन पुलिस के आने से पहले ही रामगढ़ के जंगलों में छिपे तबलीगी जमात के लोग फरार हो गए थे।
खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि जब पुलिस ने जंगल में छापेमारी की थी तब वहां पर कोई भी जमाती उनको नहीं मिला था यानी पुलिस की छापेमारी से पहले ही सभी जमाती लोग मौका देख कर भाग निकले थे, जब पुलिस के द्वारा इन घने जंगलों में छापेमारी की गई तो वहां पर जमाती लोगों के छिपे होने के कई सबूत मिले हैं, पुलिस ने यहां के ग्रामीण लोगों की सहायता से घने जंगलों में छापामारी की थी, इन जंगलों के अंदर एक बांस से बना हुआ तंबू पाया गया था लेकिन उस तंबू के अंदर मौके पर कोई भी व्यक्ति नहीं मिला था, इस तंबू में सोने के लिए दो तीन कंबल भी रखे हुए थे, पुलिस ने तंबू और इसमें रखे हुए सामान को आग लगाकर वहीं पर नष्ट कर दिया था।
ऐसा बताया जा रहा है कि जब इस बात की सूचना पुलिस को मिली थी कि जंगलों में तबलीगी जमात के लोग छुपे हुए हैं तब पुलिस ने वहां पर छापा मारा था, लेकिन जमात के लोग पुलिस के हाथ नहीं लग पाए, जमात के इन लोगों को रोजाना सुबह शाम कुजू से खाना भिजवाया जाता था, ऐसा बताया जा रहा है कि तबलीगी जमात के लोगों के जंगल में छुपे होने की छानबीन अभी जारी है, इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी छापेमारी हो रही है, लेकिन अभी तक कोई भी जमात का व्यक्ति नहीं पकड़ा गया है, छापेमारी के दौरान पुलिस को तंबू और कुछ सामान मिले थे जो इस बात का सबूत है कि यहां पर कुछ लोग अवश्य रह रहे थे, जहां जहां पर संभावना थी वहां वहां पर पुलिस के द्वारा छापेमारी की गई।
देशभर में कोरोना वायरस का संकट काफी गंभीर मामला बनता जा रहा है, ऐसी स्थिति में सभी देशवासियों को काफी धैर्य और संयम से काम लेना चाहिए, अगर हम इस महामारी को हराना चाहते हैं तो इसके लिए सभी लोगों को निर्देशों का पालन करना आवश्यक है जो सरकार और प्रशासन के द्वारा बताए गए हैं, अगर हम इन निर्देशों का पालन करेंगे तो हम स्वयं को सुरक्षित रख पाएंगे, कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 21 दिनों के लॉक डाउन का ऐलान कर दिया है और लॉक डाउन की अवधि के दौरान आप अपने घर में ही रहें।