कोरोना से आत्मघाती हमला कर एक लाख लोगो को मारने की साजिश रच रहे थे तबलीगी जमात – वासिम रिजवी
तबलीगी जमात नहीं यह तो शैतानों की जमात हो गयी और लोगों को भड़का कर इस का प्रमुख मौलाना साद छुपा छुपा फिर रहा है
भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) से संक्रमित केसों में अचानक से वृद्धि नजर आई हैं. 10 अप्रैल तक ये आकड़ा 6,412 को छू गया. इस वायरस की वजह से इंडिया में अब तक 199 जाने जा चुकी हैं. इनमे से कई कोरोना पॉजिटिव केस तो तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) की देन हैं. कुछ दिनों पहले ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि देश में कुल कोरोना संक्रमित मामलों में से 30 फीसदी तबलीगी जमात से संबंधित हैं. अब इस बीच उत्तर प्रदेश के शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड (Shia Central Waqf Board) के चेयरमैन वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने भी तबलीगी जमात को निशाने पर लेते हुए कई चौकाने वाली बातें बताई हैं.
दरअसल हाल ही में केंद्रीय शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने बयान देते हुए कहा कि तबलीगी जमात कोरोना वायरस के माध्यम से आत्मघाती हमला करना चाहते थे. उनके अनुसार ये लोग इस खतरनाक वायरस को फैलाकार भारत पर ‘फिदायीन’ हमले की योजना बना रहे थे. उन्होंने ये भी कहा कि असल में ये हमारे पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ रची गई एक साजिश थी. वसीम रिजवी ने अपने बयान में कहा कि जमातियों ने इस वायरस को फैलाकर एक लाख से ज्यादा लोगो को मौत के घाट उतारने की प्लानिंग की थी. रिजवी के अनुसार ये योजना मोदी सरकार को परेशान करने के लिए बनाई गई थी.
रिजवी ने आगे कहा कि इन जमातियों ने जान बुझकर मेडिकल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार और हमला किया. दरअसल वे मेडिकल बिरादरी को बदनाम करना चाहते थे ताकि वे लोग कोरोना के मरीजों का इलाज करना ही बंद कर दे. रिजवी आगे कहते हैं कि ये योजना राष्ट्र के खिलाफ थी और ऐसे आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए. इसके बाद रिजवी ने भारत से भागकर मलेशिया में रह रहे जाकिर नाईक को टारगेट किया. उन्होंने बताया कि हो सकता हैं इस साजिश के पीछे जाकिर नाईक का हाथ हो. वे कहते हैं कि जिस तरह से मलेशिया में जमाती मिल रहे हैं, उससे जाकिर नाईक पर शक किया जा सकता हैं.
बता दे कि वसीम रिजवी हमेशा अपने बयानों के कारण मीडिया में छाए रहते हैं. इसके पहले भी वे जमात और मौला साद पर कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने तो ये भी मांग की थी कि यदि किसी मुस्लिम की मौत कोरोना वायरस के कारण होती हैं तो उसके शव को दफ़नाने की बजाए उसका दाह संस्कार किया जाए.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रिजवी ने इसके पहले तबलीगी जमातियों के विरुद्ध एक्शन लेने के लिए ईरान से फतवा तक मंगवाया था. रिजवी के अनुसार ईरान के इस फतवे में लिखा गया था कि यदि कोई व्यक्ति किसी तरह की महामारी फैलाता हैं तो उसका जिम्मेदार भी वो स्वयं ही होगा. ऐसे में महामारी से हुई मौत का जिम्मेदार भी वही होगा और उसे मरीज के इलाज का खर्चा भी देना होगा. इसलिए मरकज के मुखिया मौलाना साद से जुर्माना वसूला जाना चाहिए.
गौरतलब हैं कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में आयोजित एक कार्यक्रम से लौटे तबलीगी जमात के कारण ही देशभर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई थी. देशभर में कई राज्यों से सैकड़ों ऐसे मरीज मिले हैं जिनका कनेक्शन किसी ना किसी तरह तबलीगी जमात से ही है.