भारत में कोरोना वायरस से होने वाले 86 फीसदी मौतों में ये ‘एक’ बात है कॉमन, आप भी जान लें
इन दिनों कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है. चीन से शुरू हुआ ये काफिला धीरे-धीरे पूरी दुनिया में अपने पैर पसार चुका है. चीन के अलावा कई देशों में इस वायरस का कहर देखने को मिला है. भारत में भी इसके हजारों मामले सामने आये हैं. भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 4000 पार पहुंच गयी है, जिनमें से 111 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके बावजूद लोग कोविड-19 से डरने की बजाय इससे बेख़ौफ़ होकर लड़ रहे हैं.
कोरोनावायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है. ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलने वाला है. लोगों को घरों में लॉकडाउन करने का मकसद है कि लोग एक-दूसरे से बिलकुल न मिलें, सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रहे और संक्रमण न फैले.
हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के मरीजों से सबंधित कुछ आंकड़ों को शेयर किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोरोना से मरने वाले 63 फीसदी मरीजों की उम्र 60 साल से ऊपर है. वहीं, मृतकों में 86 प्रतिशत ऐसे लोग शामिल हैं जो पहले से डायबिटीज, हाइपरटेंशन और दिल की बीमारी जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे.
कोविड-19 पर स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह बात भी सामने आई है कि इस महामारी से मरने वाले लोगों में 30 फीसदी ऐसे थे जिनकी आयु 40 से 60 के बीच थी. 40 साल से कम उम्र वाले केवल 7 फीसदी लोग ही इसकी चपेट में आये हैं. ये उम्र और मृत्यु दर के संबंध को बताता है.
भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा विदेशी आंकड़ों से मेल खाता है. वहां भी 60 से 80 आयु वर्ग के लोगों की मौत सबसे ज्यादा हुई है. वहीं, भारत में कोरोना वायरस पुरुषों को सबसे ज्यादा शिकार बना रहा है. अब तक 76 फीसदी मामले केवल पुरुषों को लेकर ही आये हैं. साथ ही मृतकों की संख्या में भी पुरुष आगे हैं. कोरोना वायरस से मरने वाले 73 फीसदी लोग पुरुष ही हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “अब तक 86 फीदी मौत के मामलों में लोगों को डायबिटीज, हाइपरटेंशन, किडनी और दिल से जुड़ी बीमारियां थीं. सरकार के ये आंकड़े बताते हैं कि कोरोना वायरस बुजुर्गों को ज्यादा आसानी से अपना शिकार बना रहा है”.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार समय के साथ बॉडी का इम्यून सिस्टम कमजोर होता जाता है, इसलिए कोरोना वायरस सबसे ज्यादा बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहा है. इस खतरनाक वायरस से लड़ने के लिए बेहद जरूरी है कि बॉडी का इम्यून सिस्टम मजबूत हो. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 से मौत पर भारत का आंकड़ा चीन और इटली से मेल खाता है. ये दो देश अभी तक इस वायरल संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभवित देश हैं.
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