देश में लागू हो सकता है भीलवाड़ा मॉडल, इस मॉडल के जरिए राजस्थान के लोगों ने दी थी कोरोना को मात
14 अप्रैल को देश में लॉकडाउन खत्म होने वाला है और सरकार कोरोना वायरस से लड़ने के लिए नई नीति तैयार करने में जुट गई है। सरकार जल्द से जल्द कोरोना वायरस को पूरी तरह से खत्म करना चाहती है और ऐसे में हो सकता है कि सरकार राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का मॉडल देश में लागू करें। इस मॉडल की मदद से तीन से चार हफ्तो के अंदर ही कोरोना को मात दी जा सकती है।
भीलवाड़ा जिला भारत का पहला ऐसा जिला था जो कि कोरोना वायरस संक्रमण का हॉटस्पॉट बना था। इस जिले से तेजी से कोरोना वायरस के मामले सामने आए थे। इस जगह पर कोरोना वायरस काफी फैल गया था और यहां के डॉक्टर भी कोरोना वायरस से ग्रस्त हो गए थे।
तुरंत लिया गया एक्शन
भीलवाड़ा जिले में जिस तरह से कोरोना वायरस फैल रहा था उसको देखते हुए राज्य सरकार ने तुरंत एक्शन लिया और इस जिले में कर्फ्यू लगा दिया। साथ में ही जिले के बॉर्डर को सील कर दिए। ताकि जिले के लोग जिला छोड़कर बाहर ना जा सकें और ना ही बाहर का कोई व्यक्ति इस जिले के अंदर प्रवेश कर सके।
राजस्थान सरकार ने इस जिले में 16 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की टीम भेजी और इन स्वास्थ्य कर्मियों ने भीलवाड़ा जिले के हर घर में जाकर स्क्रीनिंग शुरू की। स्क्रीनिंग के दौरान 18 हजार लोगों में सर्दी-जुकाम के लक्षण पाए गए। इसके बाद इन लोगों का कोरोना वायरस का टेस्ट लिया गया और जिन लोगों में ये वायरस पाया गया उनका इलाज तुरंत शुरू किया गया।
इस जिले में लॉकडाउन के समय से ही कर्फ्यू लगा दिया गया था और लोगों को केवल जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलने की अनुमति थी। लेकिन फिर भी कोरोना वायरस के केस रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। जिसके बाद इस जिले में कर्फ्यू के नियमों को और सख्त कर दिया गया और लोगों को किसी भी हालत में घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान लोगों के घरों में जाकर उनकी स्क्रीनिंग की गई। राज्य सरकार के इस मॉडल ने अच्छे से काम किया और इस जिले से अब कोरोना वायरस का एक भी केस सामने नहीं आया है।
भीलवाड़ा जिले में 26 लोग संक्रमित पाए गए थे और दो लोगों की मौत कोरोना से हुई थी। वहीं 30 मार्च से इस जिले से कोरोना का कोई भी केस नहीं आ या है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भीलवाड़ा मॉडल की खूब तारीफ भी की थी।
आने वाले समय में देश के अन्य जगहों में भी ये मॉडल अपनाया जा सकता है। क्योंकि कई ऐसे शहर हैं जहां से कोरोना वायरस के केस काफी अधिक आ रहे हैं। ऐसे में इन जगहों पर भीलवाड़ा मॉडल को लागू करना बेहद ही जरूरी हो गया है। देशभर से अभी तक कोरोना के 4000 से भी अधिक मामले सामने आए हैं और मरने वाले लोगों का आंकड़ा 109 पहुंच गया है। चिंता की बात ये है कि 7 दिन बाद लॉकडाउन की अवधि खत्म होने वाली है। अगर लॉकडाउन को इस समय खत्म किया जाता है तो कोरोना के मामलों में और तेजी आ सकती है। इसलिए ये उम्मीद की जा रही है कि सरकार भीलवाड़ा जैसा मॉडल लागू कर कोरोना को जड़ से खत्म करने की रणनीति बना रही है।