कोरोना संक्रमित जमातियों के कम नहीं हो रहे नखरे, खाने में मांगी भैंसे की बिरयानी
इस समय पूरा देश कोरोना के कहर से लड़ाई लड़ता नजर आ रहा है, लेकिन मरकज के जमातियों के नखरे कम होने का नाम नहीं ले रहे। बीते कुछ दिनों में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 4 हजार के पार पहुंच गई है और बहुत से लोग इस महामारी से बचने में लगे हुए हैं। वहीं दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के जमाती लोग अस्पताल में पहुंचने के बाद तरह तरह के नखरे दिखा रहे हैं। मरकज के ये जमाती जहां जहां पहुंचे हैं वहां संक्रमण का खतरा दोगुनी रफ्तार से बढ़ गया है बावजूद इसके उनकी अभद्रता कम होने का नाम नहीं ले रही। यूपी के आगरा में क्वारेंटाइन के लिए लाए गए जमातियों की फरमाइशों से अस्पताल प्रशासन परेशान हो गया है।
भैंसे की बिरयानी नहीं मिली तो नहीं करवाएंगे इलाज
जमातियों की अभद्रता सहते हुए डॉक्टर उनका इलाज कर रहे है, लेकिन उनकी फरमाइशें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। डॉक्टरों का कहना है की जमाती उनसे ऐसे ऐसे खाने की फरमाइश कर रहे हैं की वो भी माथा पकड़ ले रहे हैं। जमातियों का कहना है की वो मरीजों वाला खाना नहीं खाएंगे और उन्हें भैंसे की बिरयानी चाहिए। उनका कहना है की अगर भैंसे की बिरयानी नहीं मिली तो वो 14 दिन तक क्वैरेंटाइन में नहीं रुकेंगे।
जमातियों की इस हरकत के चलते आगरा पुलिस को अस्पताल आना पड़ा। जमातियों से जब पूछा गया की क्या परेशानी है तो उधर से अजीबो-गरीब जवाब सामने आया। जमातियों का कहना था कि ये खाना भी कोई खाना है, इसमें नमक मिर्च कुछ भी नहीं है। हम सूखा खाना नहीं खा सकते, हमें तो भैंसे की बिरयानी चाहिए। हम कोई दवा नहीं खाएंगे ना ही इंजेक्शन नहीं लगाएंगे। हम पूरी तरह से स्वस्थ हैं और हमें साजिश के तहत यहां लाया गया है।
सादे भोजन से ही ठीक होंगे मरीज
जमातियों की बातें सुनकर पुलिस का भी माथा चकरा गया, लेकिन इस वक्त उनका काम भी कोरोना संक्रमित लोगों की सुरक्षा करना ही है। डॉक्टर भी हर दिन इनकी फरमाइशें और अभद्रता को सह रहे हैं ताकी उनकी जान बचाई जा सके। वहीं जमाती उनके साथ ही बद्तमीजी करने पर तुले हुए हैं। डॉक्टरों का कहना है की मरीज जितना ज्यादा सादा भोजन करेंगे उतनी जल्दी ठीक होंगे, लेकिन यहां के मरीज भैंसे की बिरयानी की मांग पर अड़े हुए हैं।
गौरतलब है की निजामुद्दीन मरकज के जमाती लोगों ने अलग अलग शहरों में सफर करके स्थिति को और भी खराब कर दिया है। अलग अलग शहरों से इनकी अभद्रता की खबरें सामने आ रही है। कानपुर के एक अस्पताल में जमाती थूक से सीढ़ियों की रेलिंग को गंदा कर रहे हैं तो वहीं गाजियाबाद में कुछ जमातियों ने नर्सों को अश्लील इशारें किए। एक तरफ डॉक्टर और पुलिस जी जान से इनकी सुरक्षा में लगी हुई हैं वहीं इनकी अराजकता रुकने का नाम नहीं ले रही।
बता दें की दिल्ली का निजामुद्दीन मरकज का केंद्र है जहां देशभर से ही नहीं बल्कि दुनियाभर के लोग शामिल होते हैं। लॉकडाउन की घोषणा के बाद जहां 5 से ज्यादा लोगों को एक साथ एक जगह पर खड़े होने की पाबंदी है वहीं मरकज में करीब 9 हजार लोगों की मौजुदगी ने बड़े संकट को न्य़ौता दे दिया । अभी तक 300 से ज्यादा जमाती कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। प्रशासन लगातार इसी कोशिश में है की जल्द से जल्द इस महामारी से छुटकारा पाया जा सके।