लॉकडाउन में पुलिस बनी गरीबों का सहारा, महिला पुलिसकर्मी हाथों में चकला-बेलन लिए बना रही खाना
कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉक डाउन चल रहा है, ऐसे में सभी लोग एक दूसरे की सहायता में जुटे हुए हैं, लेकिन पुलिस भी लोगों की मदद करने के लिए सबसे आगे आ रही है, आप इसको वक्त का तकाजा कह सकते हैं या फिर लॉक डाउन की मजबूरी लेकिन ऐसी मुश्किल घड़ी में पुलिस लोगों का पूरा सहयोग कर रही है, आज हम आपको मेरठ शहर की खबर बताने वाले हैं, जहां पर मेरठ पुलिस गरीबों के लिए मसीहा बनकर सामने आई है, यहां की महिला पुलिसकर्मी गरीबों और जरूरतमंद लोगों के लिए खाना बना रहीं हैं।
वैसे देखा जाए तो लोगों के मन में पुलिस की छवि ठीक नहीं है, अक्सर आपने सुना होगा कि पुलिस किसी के साथ भी ठीक प्रकार से पेश नहीं आती है और यह अपनी मनमानी करती रहती हैं, परंतु यहां पर बिल्कुल उल्टा है, जी हां, लॉक डाउन के माहौल में गरीब लोगों की हालत दिन पर दिन बिगड़ती ही जा रही है, इस मुश्किल भरे समय में मेरठ पुलिस इनकी सहायता में जुटी हुई है, इस इमरजेंसी जैसे हालात में गरीबों के लिए पुलिस किसी भगवान से कम नहीं है, आपको बता दें कि मेरठ पुलिस देशहित में सराहनीय योगदान कर रही है, मेरठ पुलिस की महिला कॉन्स्टेबल अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद गरीब लोगों के लिए अपने हाथों से खाना बनाकर इनका पेट भर रही है।
पूरा देश कोरोनावायरस जैसी महामारी का सामना कर रहा है, ऐसी स्थिति में पुलिस का भी अलग रूप देखने को मिल रहा है, मेरठ के थाने नौचंदी में महिला पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद अपने हाथों में चकला और बेलन लेकर गरीब लोगों के लिए खाना बनाने में जुटी हुई है, यह महिलाएं ऐसे जरूरतमंद और निर्धन लोगों के लिए खाना बना रही हैं जो भूख से तड़प रहे हैं और यह अपने लिए रोटी का इंतजाम भी नहीं कर पा रहे हैं, मेरठ की पुलिस इन गरीब लोगों की पूरी सहायता कर रही है, खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि ऐसे बहुत से परिवार हैं जिनको खाने की कोई भी सुविधा नहीं मिल पा रही है, यह गरीबी और भूख से काफी परेशान है और लॉक डाउन के समय में इनकी रोजी रोटी भी छिन चुकी है, ऐसे लोगों के पास मेरठ पुलिस पहुंचकर उनको खाना मुहैया करा रही है।
मेरठ पुलिस के इस नेक काम को लेकर लोग इनकी खूब तारीफ कर रहे हैं, ऐसे मुश्किल हालात में गरीब लोगों के लिए पुलिस मसीहा बनकर सामने आई है, बता दें कि थाने और पुलिस लाइन में सुबह से शाम तक महिला कॉन्स्टेबल रोटी बेल कर गरीबों का पेट भर रहीं हैं, यह अपनी मर्जी से लोगों की सहायता के लिए आगे आए हैं, नौचंदी थाने में तैनात एक महिला कॉन्स्टेबल का ऐसा कहना है कि वह किसी भी अधिकारी के दबाव में यह काम नहीं कर रहे हैं, लॉक डाउन में कोई भी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति सड़क पर भूखा ना रहे, उसी को ध्यान में रखकर हम यह कार्य अपनी मर्जी से कर रहे हैं, इस मुश्किल हालात में लोगों को कामकाज नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में हम अपनी तरफ से हर संभव सहयोग दे रहे हैं।