जानें क्या कहता है अंकशास्त्र, क्यों मोदी ने दीपक जलाने के लिए चुना है 9 बजे का समय
कोरोना वायरस के चलते पूरे भारत को 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। वहीं हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए देशवासियों से रविवार को 9 बजे, 9 मिनट तक के लिए दीया जलाने की अपील की है। ऐसे में कई लोगों के मन में यही सवाल उठ रहा है कि पीएम मोदी ने 5 अप्रैल का दिन, रात 9 बजे, 9 मिनट का समय ही क्यों चुना है। अगर आपके मन में भी यही सवाल उठ रहा है। तो आप इस लेख को जरूर पढ़ें। क्योंकि मोदी द्वारा चुनी गई ये तारीख और समय बेहद ही खास है।
अंक शास्त्र में 5 तारीख, रविवार का दिन और 9 अंक बेहद ही खास महत्व रखते हैं और इस दौरान दीया जलाने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है और इस बीमारी को खत्म किया जा सकता है।
पांच अंक का महत्व
अंक विज्ञान में 5 अंक को स्वामी बुध का अंक माना गया है। अंक शास्त्र के मुताबिक बुध ग्रह गला, फेफड़ा और मुख का कारक होता है। वहीं कोरोना वायरस से फेफड़े पर ही प्रभाव डालता है। ऐसे में इस दिन दीया जलाना शुभ माना जा रहा है और ऐसा करने से कोरोना वायरस से रक्षा होगा। साथ में ही बुध ग्रह सम्वत् 2077 का अधिपति भी है। यानी 5 अप्रैल का दिन हर दृष्टि से अनुकूल है।
रविवार का दिन
सूर्य ग्रह को सेहत से जुड़ा हुआ माना जाता है और सूर्य़ ग्रह की पूजा करने से व्यक्ति की सेहत सही बनीं रहती है। शास्त्रों के अनुसार रविवार का दिन सूर्य ग्रह को समर्पित है और इस दिन दीपक जलाना प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। जब करोड़ों भारतीय इस दिन दीपक जलाएंगे तो ऐसा करने से सूर्य देव कोरोना वायरस से लड़ने में बल प्रदान करेंगे।
9 तारीख और 9 मिनट
9 अंक को शास्त्रों में बेहद ही शुभ माना गया है। हमारे कुल ग्रह भी 9 हैं और ये अंक मंगल ग्रह का प्रतीक भी है। ऐसे में इस अंक की विशेषता और बढ़ जाती है। मंगल ग्रह को सौरमंडल का सेनापति माना जाता है और ये ग्रह अन्धकार को नष्ट कर देते है। इस समय दुनिया पर अंधकार ही छाया हुआ है और इस अंधकार को खत्म करने में मंगल ग्रह सहायक होगा।
देश की जनता इसलिए 5 तारीख को रात के 9 बजे अपने घर में 9 मिनट तक दीपक जरूर जाएं। ताकि कोरोना जैसी महामारी को जल्द से जल्द खत्म किया जा सके।
गौरतलब है कि इस महामारी के कारण हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि लाखों की संख्या में लोग इस वायरस से ग्रस्त हैं। ऐसे में हर कोई भगवान से यही प्रार्थना कर रहा हैं कि ये बीमारी जल्द से जल्द खत्म हो जाए और इस बीमारी से ग्रस्त लोग सही हो जाएं। कोरोना वायरस की दवाई बना ली गई है। लेकिन इस दवाई को बाजार में आने में 1 साल से अधिक का समय लगने वाले हैं। इसलिए दुनिया भर के लोग बीमारी से बचने के लिए आस्था का सहारा ले रहे हैं और अपने-अपने भगवान को याद कर रहे हैं।