दिल्ली में 24 अप्रैल को ईवीएम से ही होंगे एमसीडी चुनाव, मनोज तिवारी ने कहा AAP को 67 सीटें मिलना भी ईवीएम की गड़बड़ी!
यूपी समेत 5 राज्यों के चुनावों के बाद अब दिल्ली में निकाय चुनावों का डंका बज चुका है. दिल्ली सरकार ने निकाय चुनावों के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसके तहत अब दिल्ली में आचार संहिता लागू हो चुकी है वहीं गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली सरकार इसबार निकाय चुनावों में ईवीएम का प्रयोग नहीं करना चाहती है. दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि निकाय चुनाव में बैलट पत्रों का प्रयोग हो न कि ईवीएम मशीनों का. राज्य चुनाव आयोग ने इसपर स्पष्ट किया है कि एमसीडी चुनावों में ईवीएम मशीनों का ही उपयोग किया जायेगा.
चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है :
दिल्ली के राज्य चुनाव आयुक्त एस. के. श्रीवास्तव ने एमसीडी चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है और इसके साथ ही दिल्ली में आचार संहिता लागू हो चुकी है. दिल्ली में एमसीडी की चुनाव प्रक्रिया 27 मार्च से शुरू होकर 25 अप्रैल तक चलेगी. 27 मार्च को नामांकन शुरू हो जायेंगे और 3 अप्रैल नामांकन की आखिरी तिथि होगी. जबकि 22 अप्रैल को मतदान किये जायेंगे और 25 अप्रैल को मतगणना होगी. दिल्ली राज्य में 3 निकायों के चुनाव होने हैं जिनमें एनडीएमसी, एसडीएमसी और ईडीएमसी शामिल हैं. एनडीएमसी और एसडीएमसी में पार्षदों की 104-104 सीटें हैं जबकि ईडीएमसी में पार्षदों की 64 सीटें हैं.
अभी एमसीडी की ज्यादातर सीटों पर बीजेपी के पार्षद काबिज हैं. ऐसे में अरविन्द केजरीवाल की धडकनें बढ़ने लगी हैं. गोवा और पंजाब में करारी हार के बाद उन्होंने भी ईवीएम पर शंका जताई है. और चुनाव आयोग से आगामी दिल्ली निकाय चुनावों में मतदान ईवीएम से नहीं कराकर बैलट पेपर का प्रयोग करने की मांग की है. हालांकि चुनाव आयोग ने अरविन्द केजरीवाल की मांग ठुकरा दी है.
दिल्ली के निकाय चुनाव फिलहाल ईवीएम मशीनों के जरिये ही होंगे. वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का कहना है कि यूपी में भी निकाय चुनाव बैलट पत्रों के जरिये कराये जाते हैं ऐसे में दिल्ली निकाय चुनावों में बैलट पत्रों के प्रयोग से क्या हर्ज है. गौरतलब है कि यूपी में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से बीजेपी कि सभी विरोधी पार्टियां ईवीएम मशीनों पर शंका व्यक्त कर रही हैं.
ऐसे में दिल्ली के बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि अगर बीजेपी की जीत ईवीएम की गड़बड़ी से हुयी तो दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 70 में से 67 सीट मिलना भी ईवीएम में खराबी के कारण हुआ है.