‘द वायर’ पोर्टल के संपादक पर FAKE NEWS फैलाने का आरोप, दर्ज हुई एफआईआर
फेक न्यूज़ फैलाने के आरोप में द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने का मामला प्रकाश में आया है। इस प्राथमिकी में बताया गया है कि तबलीगी जमात की हरकतों का बचाव करने के लिए सिद्धार्थ वरदराजन द्वारा अपने लेख में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से एक गलत उद्धरण को पेश किया गया है। यूपी के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार के हवाले से बताया गया है कि सिद्धार्थ वरदराजन को इसके लिए चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन इसके बावजूद न तो उन्होंने अपने इस लेख को हटाया और न ही उन्होंने इसके लिए माफी मांगी। ऐसे में चेतावनी दिए जाने के बाद उनके खिलाफ यह प्राथमिकी दर्ज की गई है।
हॉटस्पॉट बना तबलीगी जमात
देश में जब लॉकडाउन चल रहा है ऐसे में राजधानी दिल्ली में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में देश-विदेश से करीब 1500 की तादाद में जमाती इकट्ठा हुए थे। उन्होंने न केवल लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन किया, बल्कि इस तरह से एक जगह पर जमा होकर इन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य के साथ सुरक्षा को भी खतरे में डालने का गुनाह किया। देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाने का यह तबलीगी जमात हॉटस्पॉट बनकर उभरा है और इसकी वजह से कोरोना संक्रमितों की तादाद में देश में तेजी से इजाफा हुआ है।
किया था ये ट्वीट
On the day the Tablighi Jamaat event was held, Adityanath insisted a large Ram Navami fair planned for Ayodhya from March 25 to April 2 would proceed as usual and that ‘Lord Ram would protect devotees from the coronavirus”. https://t.co/rO09bSkHSe via @TheWire_in
— Siddharth (@svaradarajan) March 30, 2020
बीते 31 मार्च को सिद्धार्थ वरदराजन की ओर से एक ट्वीट करके यह जानकारी दी गई कि दिल्ली के नेहरू स्टेडियम को आइसोलेशन सुविधा में तब्दील किया जा रहा है। आरोप है कि सिद्धार्थ वरदराजन ने इस दौरान योगी आदित्यनाथ के हवाले से एक गलत उद्धरण को पेश किया। वरदराजन की ओर से यह दावा किया गया था कि जिस वक्त दिल्ली में तबलीगी जमात का आयोजन हो रहा था, उसी दौरान योगी आदित्यनाथ की ओर से अयोध्या में 25 मार्च से 2 अप्रैल तक रामनवमी के उत्सव के बड़े पैमाने पर आयोजन के लिए यह कहकर दबाव बनाया जा रहा था कि भगवान राम भक्तों की कोरोना वायरस से रक्षा करेंगे।
चेताया था मृत्युंजय कुमार ने
झूठ फैलाने का प्रयास ना करे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कभी ऐसी कोई बात नहीं कही है। इसे फ़ौरन डिलीट करे अन्यथा इस पर कार्यवाही की जाएगी तथा डिफ़ेमेशन का केस भी लगाया जाएगा। वेबसाईट के साथ-साथ केस लड़ने के लिए भी डोनेशन माँगना पड़ेगा फिर। https://t.co/2rEJmToLIh
— Mrityunjay Kumar (@MrityunjayUP) April 1, 2020
ऐसा बताया जा रहा है कि द वायर के संस्थापक संपादक की ओर से एक निष्कासित महंत के उद्धरण का सहारा लिया गया और तबलीगी जमात की हरकतों का बचाव योगी आदित्यनाथ का उदाहरण देकर करने की कोशिश की गई। उन पर आरोप लगा है कि इस तरीके से उन्होंने लोगों को तबलीगी जमात का बचाव करने के लिए गुमराह किया है। उनके इस ट्वीट के बाद मृत्युंजय कुमार की ओर से ट्वीट करके उन्हें चेतावनी दी गई थी कि योगी आदित्यनाथ ने इस तरह की कोई भी टिप्पणी नहीं की है। आप इसे तत्काल हटा दें। अन्यथा, आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और मानहानि की कार्यवाही भी की जाएगी।
फैला समूचे देश में संक्रमण
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में हजारों की तादाद में लोगों के इकट्ठा होने के बाद यहां के दो दर्जन से अधिक जमातियों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया। इनमें से कई की मौत भी हो चुकी है। साथ ही देशभर में इनके पहुंचने की वजह से संक्रमण भी तेजी से फैला है।
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