पीएम मोदी की मां ने ‘PM केयर्स फंड’ में दान किए इतने रुपये, मोदी ने की थी लोगों से अपील
इस वक्त पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ एकजुट होकर लड़ रहा है। जब देश ऐसी गंभीर समस्या से जूझ रहा है तो लोग सरकार की मदद भी कर रहे हैं। मदद देने वालों में आम से लेकर खास सभी तरह के लोग हैं। सभी अपने हैसियत से मदद कर रहे हैं। जो लोग भी सरकार को कोरोना के खिलाफ लड़ने में मदद करना चाहते हैं उनके लिए पीएम-केयर्स फंड बनाया गया है। कोरोना वायरस राहत के लिए बने इस कोश में अब तक कई लोग अपनी मदद कर चुके हैं।
Prime Minister Narendra Modi’s mother Hiraba donates Rs 25,000 from her personal savings to #PMCARES Fund. #COVID19 (File pic) pic.twitter.com/N1Z9G1B31C
— ANI (@ANI) March 31, 2020
PM केयर्स फंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन ने भी 25 हजार रूपए दान किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन अपने गृहनगर गांधीनगर जिले के राइसीन गांव में रहती हैं। वे अपने छोटे बेटे पंकज मोदी के साथ रहती हैं। बता दें कि पीएम मोदी की मां हीराबेन अक्सर सुर्खियों में बनी रहती हैं। इससे पहले उन्होंने 22 मार्च को पीएम मोदी के आह्वान से हुए जनता कर्फ्यू का भी समर्थन किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले शनिवार को ही कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष नामक ट्रस्ट बनाने की घोषणा की। जहां लोग कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार की लड़ाई में अपना मदद व योगदान दे सकते हैं। इसी कड़ी में अब खुद प्रधानमंत्री की मां हीराबेन का नाम भी जुड़ गया है। जानकारी के लिए बता दें कि इस ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
People from all walks of life expressed their desire to donate to India’s war against COVID-19.
Respecting that spirit, the Prime Minister’s Citizen Assistance and Relief in Emergency Situations Fund has been constituted. This will go a long way in creating a healthier India.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 28, 2020
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार कोविड-19 जैसी महामारी से इस समय पूरे देश में चिंताजनक हालात बने हुए हैं। इसके अलावा ऐसे अन्य चिंताजनक हालात एवं स्थिति से निपटने के लिए एक विशेष राष्ट्रीय कोश की आवश्यकता थी। ऐसे में इस आपदा से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए आपात स्थितियों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष जैसे धर्मार्थ ट्रस्ट का निर्माण किया गया है। यह ट्रस्ट भविष्य में भी अन्य किसी भी प्रकार के महामारी से निपटने के लिए सहायतार्थ होगा।
यह एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट है। प्रधानमंत्री स्वयं इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। और ट्रस्ट के अन्य सदस्यों में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं। राहत कोष की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके दी। अपने ट्वीट में पीएम ने कहा- ‘प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष स्वस्थ भारत बनाने में काफी सहायक होगा।’ इसके आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ युद्द में भारत की सहायता के लिए कई लोगों ने दान देने की इच्छा जाहिर की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा इस ट्रस्ट का निर्माण इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कोविड-19 (कोरोना वायरस) महामारी ने पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया है। इसके साथ ही इस वायरस ने विश्व भर के स्वास्थय और आर्थिक सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है तथा गंभीर चुनौतियां भी उत्पन्न की हैं। भारत में भी यह महामारी फैलती जा रही है। और आने वाले भविष्य में हमारे देश के लिए गंभीर स्वास्थय और आर्थिक चुनौतियां उत्पन्न करेगा।