2 अप्रैल को है रामनवमी का पर्व और 4 अप्रैल को कामदा एकादशी, जानें इन से जुडी पौराणिक कथा
अप्रैल महीना शुरू हो गया है और इस महीने कई सारे पर्व आ रहे हैं। अप्रैल महीने की शुरूआत महागौरी कन्या पूजन से हो रही और साथ में ही श्रीराम जन्मोत्सव भी आ रहा है। अप्रैल के पहले ही सप्ताह कई सारे त्योहार आने वाले हैं और इन त्योहारों को धूमधाम से पूरे देश में मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं इस सप्ताह कौन कौन से पर्व आ रहे हैं और इन पर्व से जुड़ी जानकारी।
कन्या पूजन- 1 अप्रैल
नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की उपासना की जाती है। कई लोग इस दिन कन्या पूजन भी करते हैं और कन्या को खाना खिलाते हैं। शास्त्रों में कन्या पूजन का विशेष महत्व माना गया है। कन्या पूजन करने से माता रानी खुश हो जाती हैं और हर कामना पूरी कर देती है। इस दिन लोग मां की पूजा करते हैं और उसके बाद छोटी कन्याओं को भोजन करवाते हैं। कन्याओं भोजन में हलवा-पूरी और चने खिलाए जाते हैं।
रामनवमी – 2 अप्रैल
2 अप्रैल को रामनवमी आ रही है। हर साल चैत्र नवरात्रि के नौंवे दिन रामनवमी मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था और इस दिन को लेकर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन मंदिरों में किया जाता है। भक्त रामनवमी के दिन राम जी का व्रत भी रखते हैं और इनकी पूजा करते हैं। रामनवी को चैत्र शुक्ल नवमी, श्रीराम नवमी और रामचरित मानस जयंती के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन राम भगवान का जन्म अयोध्या में हुआ था। वहीं अयोध्या में रामनवमी का दिन काफी उत्साह के साथ मनाया जाता है।
कामदा एकादशी- 4 अप्रैल
4 अप्रैल को कामदा एकादशी का पर्व आ रहा है। कामदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी की पूजा की जाती है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष एकादशी के दिन आने वाली एकादशी को कामदा एकादशी कहा जाता है। ये हिंदू संवत्सर की पहली एकादशी है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। लोग इस दिन विष्णु जी से जुड़े पाठ भी पढ़ते हैं और व्रत भी रखते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखने से और पूजा करने मनोकामना पूरी हो जाती है।
चैत्र शुक्ल द्वादशी, मदन द्वादशी और वामन द्वादशी- 5 अप्रैल
5 अप्रैल को चैत्र शुक्ल द्वादशी, मदन द्वादशी और वामन द्वादशी का पर्व आ रहा है। इस दिन विशेष पूजा की जाती है और लोग द्वारा दान भी किया जाता है।
लक्ष्मी पंचमी – 10 अप्रैल
लक्ष्मी पंचमी चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को आती है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन लाभ मिलता है। कई लोग इस दिन लक्षमी मां का व्रत भी रखते हैं। इस दिन सुबह के समय मां लक्ष्मी का पूजन किया जाता है और उन्हें कमल का फूल अर्पित किया जाता है। जो लोग आर्थिक हानि का सामना कर रहे हैं वो लोग लक्ष्मी पंचमी के दिन व्रत जरूर करें। व्रत करने से आर्थिक हानि होना बंद हो जाती है और धन की प्राप्ति हो जाती है।