भारतीय वैज्ञानिकों ने जारी की ‘कोरोना वायरस’ की पहली फोटो, अब खुलेंगे इलाज खोजने के रास्तें
दुनियाभर में लोगो की नाक में दम करने वाला कोरोना वायरस (Coronavirus) थमने का नाम नहीं ले रहा हैं. आए दिन दुनियाभर से इसके हजारों मामले सामने आ रहे हैं. भारत की बात करे तो 28 मार्च तक ये संख्या अब बढ़कर 873 हो गई हैं. इनमे 775 केस फिलहाल एक्टिव हैं जबकि 19 लोगो की जान जा चुकी हैं. इसके अतिरिक्त 78 लोग रिकवर भी हो चुके हैं. कोरना के कारण भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन कर दिया गया हैं. ऐसा ही लॉकडाउन दुनिया के अन्य देशों में भी हैं.
इस वायरस को हराने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी रिसर्च में भी लग गए हैं. हर कोई जल्द से जल्द इसकी दवाई खोजना चाहता हैं. अमेरिका में तो इसका एक वैक्सीन भी तैयार कर लिया गया हैं, हालाँकि इसके परिणाम आने का सभी को इंतज़ार हैं. भारत में भी वैज्ञानिक इस वायरस का तोड़ ढूँढने में लगे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के पुणे के ICMR (भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद) के NIV (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी) के वैज्ञानिको ने कोरोना वायरस की पहली तस्वीर साझा की हैं. कोरोना वायरस की यह फोटो इमेज ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप इमेजिंग की सहायता से ली गई हैं. अब जल्द ही ये तस्वीर इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च (IJMR) के आगामी एडिशन में पब्लिश की जाएगी.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 30 जनवरी 2020 में जब केरल में कोरोना वायरस का भारत का पहला मामला सामने आया था तब भारतीय वैज्ञानिको ने मरीज के गले की नली से सैंपल लिया था. जब इस सैंपल में उपस्थित वायरस की जांच हुई तो ज्ञात हुआ कि यह वायरस चीन के वुहान शहर में मिले वायरस से 99.98 मैच कर रहा हैं. वैज्ञानिकों द्वारा जारी इस तस्वीर में कोरोना वायरस एक छोटे से बिंदु के आकार का दिखाई दे रहा हैं. जानकारी के अनुसार इस वायरस का साइज़ 75 नैनोमीटर हैं.
In a first, Indian scientists have revealed a microscopy image of SARS-CoV-2 virus (COVID19). Scientists took the throat swab sample from first laboratory-confirmed COVID19 case in India, reported on Jan 30 in Kerala. The findings are published in the latest edition of the IJMR. pic.twitter.com/1JQcf4VS8y
— ANI (@ANI) March 27, 2020
अब जब भारतीय वैज्ञानिको द्वारा इसकी माइक्रोस्कोपी इमेज सामने आ गई हैं तो इसके इलाज की तरफ रास्ते और भी साफ़ होते चले जाएंगे. इसकी रिसर्च कर वैज्ञानिक ये भी पता लगाने की कोशिश करेंगे कि आखिर ये भयानक महामारी फ़ैल कैसे रही हैं. इसके अलावा ये भी पता लगाने की कोशिश जारी हैं कि ये वायरस किसी प्राकृतिक कारणों से उपजा हैं या फिर ये मानव द्वारा ही बनाया गया हैं. उम्मीद जताई जा रही हैं कि इन सभी सवालों के जवाब जल्द ही वैज्ञानिक खोज लेंगे.
अभी तक मिले आकड़ों के अनुसार इस वायरस ने 180 से ज्यादा देशों में अपने पैर पसार लिए हैं. इस वायरस की वजह से दुनियाभर में 25 हजार से ज्यादा लोग मर भी चुके हैं. चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ ये वायरस अब पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका हैं. इसकी वजह से हर देश की इकॉनमी भी गिर रही हैं. सभी काम ठप्प पड़े हैं और लोग डर के मारे घरों में कैद होकर रहने को मजबूर हैं. भारत में भी फिलहाल 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा हैं. ये 21 दिन भारत के लिए बहुत अहम होंगे. इसी से पता चलेगा कि इस वायरस का संक्रमण रुकता हैं या और तेजी से फैलता हैं.