अगर कुंडली में पहले भाव में है शुक्र, तो हो जाएं सावधान, रखें इन बातों का ध्यान, करें ये उपाय
लाल किताब के अनुसार कुंडली में सप्तम भाव शुक्र का घर होता है और इस भाव में शुक्र का होने जातक को शुभ फल देता है। वहीं शुक्र ग्रह अगर कुंडली के प्रथम घर में हो तो ये जातक के लिए हानिकारक माना जाता है और ऐसे होने पर जातक की किस्मत मंद ही रहती है। शुक्र ग्रह के कुंडली में पहले भाव में होने पर इसे नजरअंदाज ना करें और इसको शांत रखने के लिए नीचे बताए गए उपायों को जरूर करें। इन उपायों को करने से ये ग्रह आपको किसी भी तरह की हानि नहीं पहुंच पाएगा।
पड़ता है ये प्रभाव
जिन जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह पहले भाव या घर में होता है उन लोगों को गायन, वादन और चित्रकला में रुचि होती है। शुक्र के मंद रहने पर जातक के जीवन साथी की तबीयत खराब रहती है और वो बीमार ही रहता है। शुक्र के कुंडली के इस स्थान पर होने से जातक का विवाह जल्द ही हो जाता है और उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर रहती है। जातक की रुचि धार्मिक कामों में कम ही होती है। वहीं परिवार में हर समय लड़ाई ही रहती है और जीवन साथी के साथ बिलकुल नहीं बनती है।
रखें इन बातों का ध्यान
जिन लोगों की कुंडली में शुक्र पहले भाव में हैं वो लोग नीचे बताई गई बातों का विशेष ध्यान रखें। इन बातों का ध्यान रखने से इस ग्रह के प्रकोप से आप बच सकते हैं।
1. शुक्र के कुंडली में पहले घर में होने पर 25 वर्ष की उम्र में शादी करने से बचें। हो सके तो 25 के बाद ही विवाह करें।
2. किसी भी काम को शुरू करने से पहले समझदार लोगों से सलाह लें और उनकी सलाह के बाद भी काम को शुरू करें।
3. अपनी पत्नी की सेहत का अच्छे से ध्यान रखें हैं और उसकी हर इच्छाओं को पूरी करें।
करे ये काम
- ऐसे लोग काले रंग की गाय की सेवा करें और उसे शुक्रवार के दिन घास जरूर खिलाएं।
2. शुक्रवार को दही से स्नान करें और इस दिन दही का सेवन करने से बचें।
3. शुक्रवार को सफेद रंग के वस्त्र धारण करें और पूजा करने के बाद माथे पर सफेद रंग का चंदन का तिलक जरूर लगाएं।
4. शुक्र देव की पूजा करें और मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें।
5. शुक्रवार को खट्टी चीजों का सेवन करने से बचें और जितना हो सके उतनी खट्टी चीजों का दान करें।
6. अपने घर में सफाई रखें और घर को गंदा ना होने दें।
7. शुक्र ग्रह को प्रसन्न करने के लिए गरीब लोगों को खीर का दान लगातर 5 शुक्रवार तक करें।
8. शुक्रवार के दिन शुक्र देव का व्रत रखें और शिवलिंग की पूजा करें।
9. शाम के समय शुक्र ग्रह से जुड़ी कथा भी पढ़ें और कथा पढ़ने के बाद लोगों को प्रसाद जरूर बांटें।
10 इस दिन जितना अधिक हो सके सफेद रंग की चीजों का दान करें।
11.पीपल की पेड़ की पूजा करें और पेड़ पर दूध अर्पित करें।
12. सुबह स्नान करने के बाद एक मिट्टी के पात्र के अंदर दही भर दें और इस दही को किसी जल में पात्र सहित प्रवाहित कर दें।