लॉकडाउन के बाद गरीब मजदूरों को झेलनी पड़ी परेशानी, राजस्थान से बिहार भूखे-प्यासे पैदल किया सफर
कोरोना वायरस के खतरे के बादल देश पर ऐसे छाए हुए हैं कि यह वायरस दिन पर दिन लोगों को अपने शिकंजे में लेता जा रहा है, कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे 21 दिनों तक भारत में लॉक डाउन का ऐलान कर दिया गया है, 14 अप्रैल 2020 तक लॉक डाउन रहेगा, इसके दौरान किसी भी प्रकार की बस सेवा, ट्रेन सेवा बंद रहने वाली है, पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं, हवाई जहाज पर भी रोक लगा दी गई है, कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन किया गया, लेकिन लॉक डाउन की वजह से लोगों को बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, एक ऐसा मामला सामने आया है जहां पर 14 मजदूरों को अपने घर बिहार लौटने में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है, आप इसके बारे में जानकर काफी आश्चर्यचकित होंगे और आपका मन काफी हताश भी होगा।
दरअसल, हम आपको जिस खबर की जानकारी दे रहे हैं यह राजस्थान के एक कोल्ड स्टोर में काम करने वाले मजदूरों की है, कोरोना वायरस के खतरे की रोकथाम के लिए 14 अप्रैल तक लॉक डाउन कर दिया गया है, ऐसी स्थिति में काम काज बंद पड़े हैं, राजस्थान में कोल्ड स्टोर बंद होने के बाद वहां पर काम करने वाले 14 मजदूरों को अपने घर वापस बिहार पैदल ही निकलना पड़ा और इन्होंने 3 दिन तक लगातार सफर किया, उसके बाद ही यह आगरा पहुंच पाए, इनको इस सफर के दौरान बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था, इनकी हालत बहुत खराब हो गई थी, भूखे प्यासे यह लगातार सफर करते रहे लेकिन अभी भी इनको अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए 1000 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।
मजदूरों ने बताया कि वह जयपुर में एक कोल्ड स्टोरेज की फैक्ट्री में काम करते है, अभी काम शुरू हुए मात्र 25 दिन ही बीते थे लेकिन कोरोना वायरस के संकट को टालने के लिए देशभर में लॉक डाउन का ऐलान कर दिया गया है, जिसकी वजह से कोल्ड स्टोर बंद हो गया, जिसके बाद कोल्ड स्टोरेज के मालिक ने ₹2000 रुपये दिए और उनको अपने घर वापस लौटने के लिए कहा था, लेकिन लॉक डाउन के कारण उनको किसी भी प्रकार की बस सेवा, ट्रेन सेवा या कोई भी साधन उपलब्ध नहीं हो पा रहा था, तो आखिर में इन्होंने पैदल ही सफर पर निकलने का निर्णय लिया और यह सभी मजदूर अपने घर वापस लौटने के लिए निकल पड़े, 3 दिन के इस सफर में इनको रास्ते में बहुत सी कठिनाइयां झेलनी पड़ी, परंतु यह हर कठिनाई का सामना करते हुए अपनी मंजिल की तरफ चलते रहे, इनमें से एक मजदूर ने यह बताया कि जब हम पैदल चल रहे थे तब हमको लॉक डाउन की वजह से जगह-जगह पर पुलिस वालों ने रोककर पूछताछ की, तब हमने उनसे किसी भी प्रकार का वाहन ना मिलने के कारण पैदल जाने के बारे में बताया।
कोरोना वायरस की वजह से पूरा देश काफी चिंतित है और सभी को किसी ना किसी तरह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के आंकड़े दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं, इतना ही नहीं बल्कि कई लोग तो इस संक्रमण की वजह से अपनी जिंदगी ही खो बैठे हैं, लेकिन कई मामले ऐसे सामने आए हैं जिनमें कोरोना वायरस से संक्रमित लोग ठीक होकर अपने घर भी जा चुके हैं, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 21 दिनों के लिए लॉक डाउन का ऐलान किया है और यह 14 अप्रैल तक लागू रहेगा।