दुनिया के सब से ताकतवर महिला के बेटे को हुआ कोरोना वायरस, महारानी भी महल से हुई शिफ्ट
यूरोपिये देशों में कोरोना वायरस बुरी तरह से फैल रहा है और लाख कोशिशों के बाद भी इस वायरस पर काबू नहीं पाया जा सका है। ब्रिटेन में इस वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 422 हो गया है। वहीं अब ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसके बाद से बकिंघम पैलेस पर भी कोरोना वायरस का साया मंडराने लगा है।
प्रिंस चार्ल्स क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के बेटे हैं और इनकी आयु 71 वर्षीय है। प्रिंस चार्ल्स को कोरोना वायरस होने से हड़कंप मच गया है और अब इनकी पत्नी कैमिला को आइसोलेसन में रखा गया है। कैमिला का भी कोरोना टेस्ट किया गया है और उनमें ये वायरस नहीं पाया गया है। लेकिन फिर भी उनको 14 दिनों के लिए आइसोलेसन में रखा गया है। प्रिंस चार्ल्स की पत्नी इस समय स्कॉटलैंड में हैं। टेलीग्राफ में छपी रिपोर्ट के अनुसार प्रिंस चार्ल्स को कोरोना वायरस हुआ है और वो अपनी पत्नी के साथ स्कॉटलैंड में हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई ने आधिकारिक बयान के आधार पर कहा है कि प्रिंस चार्ल्स में अभी कोरोना वायरस के मामूली लक्षण ही पाए गए हैं और वो ठीक है।
कोरोना वायरस के कारण ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ को बकिंघम पैलेस से विंडसर कैसल में स्थानांतरित कर दिया गया था। अभी तक महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और उनके किसी करीबी में कोराना वायरस के लक्षण नहीं देखे गए थे। लेकिन एहतीयाती तौर पर यह कदम उठाया है।
लॉकडाउन किया गया है पूरा देश
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया है और लोगों से घरों में रहने की अपील की है। लेकिन फिर भी ये वायरस फैलने से रुक नहीं रहा है। ब्रिटेन में मंगलवार को एक दिन में 87 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 422 लोगों का इलाज किया जा रहा है।
17,225 की हुई मौत
दुनिया भार में कोरोना वायरस से 17,225 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 4 लाख लोगों का इलाज अभी किया जा रहा है। ये वायरस अमेरिका और यूरोप के देशों में तेजी से फैल रहा है। अमेरिका में इस वायरस से हजारों लोगों की मौत हो गई है और इटली में 6 हजार से अधिक इस वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं भारत में भी इस वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। भारत में इस वायरस से 11 लोगों की मौत हो गई है और 600 से अधिक लोग इससे ग्रस्ते हैं।
दुनिया के जिन भी देशों में ये वायरस पाया गया है वहां पर लोगों को लॉकडाउन कर दिया गया है। लेकिन लोगों फिर भी घरों बाहर निकल रहे हैं। जिसके चलते हालात सुधरने की जगह भगड़ते जा रहे हैं। आपको बात दें कि कोरोना वायरस की दवा बनाने का काम अभी भी जारी है और बाजार में कोरोना की दवा आने में महीनों तक का समय लग सकता है। इसलिए इस वायरस को रोकने का मात्र एक ही रास्ता है और वो रास्ता लोगों से दूरी बनाए रखने का है।