उमर अब्दुल्ला खुद मीम बना कर अपना उड़ाने लगे मज़ाक, उन के रिहा होते ही देश हुआ लॉक डाउन
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को रिहा कर दिया गया है। ये लंबे समय से नजरबंद थे। उमर अब्दुल्ला को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से हिरासत में लिया गया था और ये घर में बंद रखे गए थे। वहीं अब इनको रिहा कर दिया गया है। करीब आठ महीने तक एक घर में बंद रहने के बाद जब उमर अब्दुल्ला को रिहा किया गया, तो इनको सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया जाने लगा। दरअसल उमर अब्दुल्ला को ऐसे समय पर रिहा किया गया है। जब पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है। जिसके चलते सोशल मीडिया पर उमर अब्दुल्ला की रिहाई का मजाक बन रहा है। क्योंकि एक जगह से रिहा होने के बाद उमर अब्दुल्ला को अब अपने घर में लॉकडाउन होने पड़ेगा। उमर अब्दुल्ला करीब 236 दिनों तक हिरासत में थे और अब कोरोना के कारण इन्हें और 21 दिनों तक अपने घर के अंदर ही रहना होगा।
हालांकि उमर अब्दुल्ला ने लोगों द्वारा किए जा रहे ट्रोल को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया और अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि, इस वक्त गंभीर और भयावह समय है। इसलिए ये छोटे मजाक दुख नहीं पहुंचाते हैं।
मीम बना कर अपना उड़ाने लगे मज़ाक
These are serious & scary times so a little humour doesn’t hurt. pic.twitter.com/V0NA7tb0sU
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) March 25, 2020
मगंलवार को हुई रिहाई
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को मंगलवार को रिहा किया गया था। जनसुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत लगाए गए आरोपों को हटाए जाने के बाद इन्हें रिहाई किया गया। इन्हें 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद भारत सरकार ने हिरासत में ले लिया था और पांच फरवरी को इन पर पीएसए लगा दिया गया था।
उमर अब्दुल्ला ने कोरोना पर बात करते हुए कहा कि, मुझे पता लगा कि हम लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। जो भी लोग हिरासत में लिए गए हैं इस वक्त उन्हें छोड़ा जाना चाहिए। हमें कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार के आदेशों का पालन करना चाहिए।
रिहाई के बाद उमर ने ट्वीट करते हुए कहा कि 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद से ये दुनिया अलग है। नजरबंदी के 232 दिनों के बाद आखिरकार मैंने हरि निवास छोड़ दिया। लगभग आठ महीनों के बाद मैंने मां और पिता के साथ लंच किया। मुझे याद नहीं है कि मैंने अच्छा खाना कब खाया था। अपने इस ट्वीट के साथ उमर अब्दुल्ला ने पिता फारूक अब्दुल्ला और मां मोली अब्दुल्ला के साथ अपनी एक तस्वीर भी सांझा की।
Had lunch with my mum & dad for the first time in almost 8 months. I can’t remember a better meal even though I’ve been in a bit of a daze & don’t remember what I ate ☺️ pic.twitter.com/W4duuhCVjI
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) March 24, 2020
गौरतलब है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और उमर अब्दुल्ला के पिता फारूक अब्दुल्ला को 13 मार्च को नजरबंदी से रिहा किया था। नजरबंदी से रिहा होने के बाद फारूक ने कहा था कि उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की रिहाई के बिना ये आजादी अधूरी है। अब मैं संसद में लोगों की आवाज उठाऊंगा।
प्रियंका गांधी ने जताई खुशी
So happy to learn that @omarabdullah’s unconstitutional and undemocratic detention has been revoked at last. Its about time the union government restores democratic and constitutional rights to the people of Jammu and Kashmir as well.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 24, 2020
उमर अब्दुल्ला की रिहा पर प्रियंका गांधी ने खुशी जाहिर की और एक ट्वीट करते हुए लिखा कि- ये जानकर खुशी हुई कि उमर अब्दुल्ला की असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक नजरबंदी को रद्द कर दिया गया। अब केंद्र को जम्मू-कश्मीर के लोगों का लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों को बहाल करना चाहिए।