दक्षिण कोरिया ने इस तरह से पाया कोरोना वायरस पर काबू, इस देश से सीख ले दुनिया
कोरोना वायरस की जंग पुरी दुनिया लड़ रही है। बेशक ही कोरोना वायरस की अभी तक कोई दवाई नहीं खोजी गई है। लेकिन कई ऐसे देश हैं जिन्होंने अपनी समझ के दम पर इस वायरस को अपने देश में फैलने से रोक लिया है और इन्हीं देश में दक्षिण कोरिया का नाम सबसे ऊपर है। चीन केे बाद दक्षिण कोरिया में ही सबसे पहले कोरोना वायरस फैला था। लेकिन जिस तरह से दक्षिण कोरिया ने कोरोना वायरस को अपने देश में फैलने से रोका, उसकी जितनी तारीफ की जाए वो कम है।
इस तरह से रोका ये वायरस
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के मामले सामने आते ही यहां की सरकार ने सही कदम उठाए और सही समय पर ये देश संभल गया। दक्षिण कोरिया ने इस बीमारी की दवा खोजने में समय बर्बाद करने की जगह ज्यादा से ज्यादा टेस्ट सेंटर खोलने पर जोर दिया। ताकि अधिक से अधिक लोगों के टेस्ट किए जा सके।
किया जा सकता है 20 हजार लोगों का टेस्ट
दक्षिण कोरिया ने अपने देश में इतने सारे टेस्ट सेंटर खोल दिए हैं कि अब इस देश में रोज 20 हजार से भी ज्यादा लोगों का कोरोना वायरस टेस्ट किया जा सकता है। दक्षिण कोरिया में जगह-जगह पर टेस्ट सेंटर खोले गए हैं। ताकि लोग आसानी से अपनी जांच करवा सकें।
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के जितने भी टेस्ट सेंटर खोले गए वहां पर लोगों की मुफ्त में जांच होती है और जांच में जिन लोगों में ये वायरस पाया जाता है उन्हें तुरंत ही आइसोलेशन में रखकर उनका इलाज शुरू कर दिया जाता है। दक्षिण कोरिया की अधिक से अधिक लोगों की जांच करने की ये नीति कामयाब साबित हुई।
किया हर व्यक्ति से संपर्क
दक्षिण कोरिया में जिन भी लोगों में ये वायरस पाया गया। उन लोगों से मिलकर एक लिस्ट तैयार की गई। इस लिस्ट में उन सभी लोगों के नाम थे, जिनसे इन्होंने संपर्क किया था। वहीं लिस्ट तैयार करने के बाद टीम ने इन सभी लोगों से संपर्क किया और उनकी जांच करवाई। दक्षिण कोरिया की इसी नीति की मदद से इस देश में ये वायरस नहीं फैल सका। दक्षिण कोरिया की इस नीति के कारण ही इस देश में कोरोना संक्रमण के कारण हुई डेथ रेट 0.97% रही, जबकि इटली में 7.94% और चीन और हांगकांग में 3.98% रही।
दुनिया के देश भी लें सीख
दक्षिण कोरिया ने जिस तरह से इस बीमारी की जांच के लिए अपने देश में कई सारे जांच केंद्र खोले उसकी वजह से ही इस देश में कोरोना वायरस फैल नहीं सका। क्योंकि जिन भी लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जा रहे थे। वो तुरंत बिना देरी किए अपनी जांच करवा पा रहे थे।
इटली देश में जब ये वायरस फैलना शुरू हुआ था। तब इटली सरकार ने इस वायरस की जांच के केंद्र खोलने पर इतना ध्यान नहीं दिया। जिसकी वजह से लोगों की जांच समय पर नहीं हो सकी। आज इटली देश में ये वायरस बुरी तरह से फैल गया है और इस वायरस को रोकने में इटली देश नाकाम रहा है। दुनिया के सभी देशों को दक्षिण कोरिया की नीति से और इटली द्वारा की गई गलती से सीख लेनी चाहिए।