‘ब्योमकेश बक्शी’ से ‘सुराग’ तक, 90 के दशक में इन 7 बेस्ट जासूसी टीवी शो ने मचाया था हंगामा
टेलीविजन की दुनिया में 90 का दशक एक बहुत ही सुनहरा दौर था. 90 के दशक की सुनहरी यादें आज तक सभी लोगों के दिमाग में जिंदा है. यह वह समय था जब दूरदर्शन पर “शक्तिमान” से लेकर “कैप्टन व्योम” जैसे सुपर हीरो और धारावाहिक “चंद्रकांता” खुमार चढ़ा हुआ था. वहीं दूसरी तरफ 90 के दशक में जासूस और डिटेक्टिव धारावाहिक भी मशहूर हो रहे थे. 90 के दशक में ऐसे बहुत सारे डिटेक्टिव धारावाहिक थे जो आज भी लोगों के बीच पसंद किए जाते हैं.
ब्योमकेश बक्शी –
इस धारावाहिक को शर्लाक होम्स का इंडियन वर्जन माना जाता था. 90 के दशक में इस जासूसी धारावाहिक ने खूब लोकप्रियता हासिल की थी. ब्योमकेश बक्शी एक बंगाली किरदार था. जिसके ऊपर शरदिंदु बंदोपाध्याय ने एक धारावाहिक बनाया था. यह डिटेक्टिव खतरनाक और हैरतअंगेज केस जिस तरीके से सुलझा था उसे लोग आज भी भूल नहीं पाए हैं.
सुराग द क्लू-
यह धारावाहिक साल 1999 में हर सोमवार रात 10:00 बजे से 11:00 बजे तक प्रसारित होता था. इस धारावाहिक में सीआईडी इंस्पेक्टर की भूमिका अभिनेता सुदेश बेरी ने निभाई थी. जब सुदेश बेरी धारावाहिक में अपनी सुपर एंट्री मारते थे तो सोता हुआ आदमी भी फौरन जाकर टीवी के सामने बैठ जाता था. यह जासूसी धारावाहिक 90 के दशक का सबसे सुपरहिट धारावाहिक था. भले ही इसके बाद सुदेश बेरी ने बहुत सारे धारावाहिकों में काम किया हो पर जो लोकप्रियता उन्हें इस धारावाहिक के द्वारा मिली उसके सामने सब फीके हैं.
जासूस विजय-
90 के दशक में टेलीविजन की दुनिया पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक जासूस विजय को भी नहीं भूला जा सकता है. इस धारावाहिक के द्वारा जासूस विजय केस सुलझाने के साथ-साथ एचआईवी और एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने का काम भी करते थे. मशहूर अभिनेता आदिल हुसैन ने इस धारावाहिक में जासूस विजय का किरदार निभाया था.
राजा और रैंचो-
90 के दशक में डीडी मेट्रो पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक “राजा और रैंचो” ने बहुत लोकप्रियता हासिल की थी. इस धारावाहिक में डिटेक्टिव राजा की भूमिका वेद थापर ने निभाई थी और उनका साथी रैंचो जो एक बंदर था वह किसी भी मर्डर मिस्ट्री को आसानी से सुलझा देता था. आज भी लोग राजा और रैंचो की कहानियां याद करके मुस्कुराते हैं.
तहकीकात-
90 के दशक में धारावाहिक तहकीकात में भी खूब सुर्खियां बटोरी थी. इस जासूसी धारावाहिक में अभिनेता विजय आनंद ने सैम डिसिल्वा की भूमिका निभाई थी और सौरभ शुक्ला गोपीचंद के किरदार में नजर आए थे.
करमचंद-
80 के दशक में टेलीविजन पर प्रसारित होने वाला जासूसी धारावाहिक करमचंद सुपरहिट रहा था. करमचंद धारावाहिक में जासूस की भूमिका में पंकज कपूर जब आंखों पर काला चश्मा लगाकर गाजर खाते हुए नज़र आते थे तो लोग बहुत ही चाव से देखते थे.
डिटेक्टिव करण-
90 के दशक के अंत में एक और जासूसी धारावाहिक लोगों के बीच बहुत मशहूर हो रहा था. यह धारावाहिक डीडी मेट्रो पर प्रसारित होने वाला डिटेक्टिव करण था. इस धारावाहिक में अभिनेता किरण कुमार ने डिटेक्टिव करण की भूमिका निभाई थी.