अब पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करेगा अमेरिका, अलग थलग पड़ जाएगा पाकिस्तान!
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) में एक बार फिर पाकिस्तान के खिलाफ आवाज बुलंद हुई है और ऐसा पहली बार हुआ है जब अमेरिकी कांग्रेस में 6 महीने के भीतर दो बार पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करने की मांग उठी हो. अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के सांसद और अमेरिकी राजनीति में ऊंचा कद रखने वाले नेता टेड पो ने कांग्रेस में एक बिल पेश किया है जिसके तहत पाकिस्तान को आतंकवाद स्पॉन्सर करने वाला देश घोषित करने की मांग की जा रही है.
गुरुवार को रिपब्लिकन सांसद टेड पो ने कांग्रेस में ‘पाकिस्तान स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेररिज्म एक्ट (HR 1449)’ का बिल पेश किया. उनका मानना है कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता. दरअसल टेड पो हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में टेररिज्म पर बनी सबकमेटी के चेयरमैन भी हैं.
गैर-भरोसेमंद सहयोगी है पाकिस्तान :
‘द नेशनल इंटरेस्ट’ नाम की मैगज़ीन के कार्यक्रम में टेड पो शामिल होने आये थे, वहां उन्होंने कहा कि ‘पाकिस्तान न केवल गैर-भरोसेमंद सहयोगी है बल्कि इस्लामाबाद कई सालों से अमेरिका के दुश्मनों की मदद भी कर रहा है. पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन को पनाह दी, उसके हक्कानी नेटवर्क से अच्छे सम्बन्ध हैं और इसी तरह के कई ऐसे सबूत हैं जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान अमेरिका का सहयोग नहीं कर रहा है’.
बंद कर देनी चाहिए पाकिस्तान की मदद :
उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान को सबक सिखाने और उसे दी जा रही मदद बंद करने की जरूरत है. पो ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला मुल्क घोषित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सभी प्रकार से मदद बंद कर देनी चाहिए उसे आईएमएफ से दी जाने वाली मदद भी रोक दी जानी चाहिए. अमेरिका पहले ही पाकिस्तान की बहुत मदद कर चुका है.
टेड पो वर्तमान में सांसद और टेररिज्म पर बनी सबकमेटी के चेयरमैन तो हैं ही साथ ही वह पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल के दौरान एशियाई मामलों के लिए डिप्टी असिस्टेंट डिफेंस मिनिस्टर भी थे.
प्रेसिडेंट ट्रंप को पेश करनी होगी रिपोर्ट :
गौरतलब है कि टेड पो ने जो बिल कांग्रेस में पेश किया है उसके तहत अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को 90 दिन के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट देनी होगी जिसमें यह बताना होगा कि पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय आतंवाद का समर्थक है या नहीं. साथ ही अमेरिका के विदेश मंत्री को भी 30 दिन में एक प्रगति रिपोर्ट कांग्रेस में पेश करनी होगी. जिसमें बताया जाये कि क्या पाकिस्तान आतंकवाद समर्थक है? और अगर ऐसा नहीं है तो क्या उसने प्रभावित इलाकों के लिए आतंकवाद के खिलाफ कोई प्रभावी कानून बनाया या नहीं?