जनता दरबार में फरियाद लगा रहे व्यक्ति पर भड़के सीएम योगी, तुरंत करवाया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दरबार में फरियाद लेकर पहुंचे एक व्यक्ति को फौरन गिरफ्तार करवा दिया। योगी आदित्यनाथ के पास ये व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर आया था। लेकिन इस व्यक्ति शिकायत सुनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने इसे हिरासत में लेने का आदेश पुलिस को दिया। जिस व्यक्ति को योगी आदित्यनाथ ने गिरफ्तार करवाया है उसका नाम रामनारायण गुप्ता जो कि सराय गुलरिहा का रहने वाला है।
क्या है पूरा मामला
गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में रामनारायण गुप्ता ने कैंट और गुलरिहा पुलिस पर उन्हें तंग करने का आरोप लगाया। रामनारायण गुप्ता ने मुख्यमंत्री योगी से पुलिस की शिकायत करते हुए कहा कि उन्होंने एक मकान खरीदा था। लेकिन पुलिस कब्जा नहीं दिला रही है। ये शिकायत सुनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने तुरंत पुलिस से सवाल किया। जिसके बाद जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन और एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने मामले की जानकारी ली और मुख्यमंत्री को बताया कि वो व्यक्ति झूठ बोल रहा है।
वहीं इसी दौरान इस व्यक्ति के पास में बैठी दो बच्चियों ने रोना शुरू कर दिया। तेरह और आठ साल की बच्ची को रोता देख योगी आदित्यनाथ ने बच्चियों से रोने का कारण पूछा। तब इन बच्चियों ने बताया कि पिता की मौत के बाद मां ने घर छोड़ दिया। उसके बाद सौतेले पिता और उसके सहयोगी ने उन से छेड़खानी की। इतना ही नहीं मकान पर कब्जा भी कर दिया। मुख्यमंत्री ने इन बच्चियों से जब उस शख्स का नाम पूछा तो बच्चियों ने रोते हुए रामनारायण गुप्ता की तरफ इशारा किया। जिसके बाद रामनारायण गुप्ता ने मौके से भगाने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहा।
किया गया गिरफ्तार
रामनारायण की शिकायत मिलते ही मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद पुलिस अफसरों को उसे गिरफ्तार करने को कहा और उसे जेल भेजने का आदेश दिया। आदेश मिलते ही पुलिस क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ प्रवीण कुमार सिंह ने आरोपित रामनारायण गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। साथ में ही मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को बच्चियों की हर संभव मदद करने के आदेश भी दिया।
दरअसल इन दोनों बच्चियों के पिता की मौत छह साल पहले हो गई थी। जिसके बाद इनकी मां प्रदीप थापा नामक युवक के साथ चली गई। तब से बच्चियां पैतृक मकान में रहती हैं। ग्राम प्रधान और दूसरे ग्रामीणों लोग इन बच्चियों की मदद किया करते हैं। वही इनकी मां ने प्रदीप के साथ मिलकर गांव के ही रामनारायण गुप्ता को सस्ते में मकान बेचने का सौदा किया था। जिसके बाद रामनारायण ने घर पर कब्जा कर लिया था। इसकी जानकारी गांव के प्रधान ने इंस्पेक्टर को दे दी थी। शिकायत के आधार पर ही गुलरिहा के इंस्पेक्टर ने प्रदीप थापा और बच्चियों की मां को गिरफ्तार कर लिया था और उन्हें जेल भेज दिया था। इस मामले में रामनारायण गुप्ता पर भी केस दर्ज किया गया था। लेकिन वो गिरफ्तार नहीं हुआ था। लेकिन अब योगी के आदेश के बाद इसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
गोरखपुर के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने जनता दरबार लगाया था और इस दरबार में कई संख्या में लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे।