वाह सेकुलरिज्म! राहुल गाँधी मस्जिद गए पर अंकित शर्मा के घर जाने को उन्हें फुर्सत नहीं मिली
दिल्ली में हिंसा प्रभावित इलाकों के दौरे पर गए राहुल गांधी पर इस दौरे को लेकर सवाल उठने लग गए हैं और इसे एक राजनीतिक दौरा करार दिया गया है। किन्ही एक समुदाय से सहानुभूति रखना और वहीं दूसरे समुदाय से नफरत करने की वजह से राहुल का यह दौरा खुद व खुद सवालों में आ जाता है । वैसे भी कहा जाता है की जहां लाशें हों वहां पर अगर राजनैतिक गिद्ध नहीं पहुंचेंगे तो इनकी राजनीति कैसे चलेगी? राहुल गांधी मस्जिद गए लेकिन अंकित शर्मा के घर जाने का समय उन्हें नहीं मिले। वो क्यों अंकिता शर्मा के घर नहीं गए, कहीं इस लिए तो अंकित के घर नहीं गए की उन के घर जाने की खबर सुनकर मुसलमान समुदाय उन से नाराज़ हो जाएंगे और उन की वोट बैंक की राजनीति पर इस का असर पड़ेगा
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके के दौरे पर गए थे। इस दौरे के तहत राहुल बृजपुरी इलाके में जलाए गए स्कूल को देखने के लिए गए थे। स्कूल देखने के बाद राहुल ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि इस हिंसा से किसी का फायदा नहीं हैं। इस हिंसा से दुनियाभर में भारत की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। यहां न सिर्फ स्कूल को जलाया गया है, बल्कि हमारे देश के भाईचारे और प्यार को जलाया गया है।
43 लोगों की गई थी जान
24-25 फरवरी को दिल्ली के कई हिस्सों में हिन्दू विरोधी हिंसा हुई थी और ये हिंसा शाम के समय हुई थी। इस हिंसा के दौरान मुसलमानो की भीड़ ने हिन्दू>लोगों के घरों में, दुकानों में और वाहनों में भी आग लगा दी थी। इतना ही नहीं मुस्लिम दंगाइयों ने कई लोगों की बुरी तरह से मार-मार कर हत्या कर दी थी। इस हिंसा में 43 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
की गई राजनीति
दिल्ली में हुई इस हिन्दू विरोधी हिंसा के ऊपर जमकर राजनीति भी की जा रही है और कांग्रेस द्वारा केंद्रीय सरकार को इन दंगों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने इन दंगों के लिए गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफे तक की मांग भी की थी। वहीं दंगों के एक हफ्ते बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दंगे वाले इलाकों का दौरा किया है। हालांकि राहुल ने इस दौरे के दौरान मुसलमानो के घर पर तो गए, मस्जिद भी गए लेकिन अंकित शर्मा के परिवार वालों से मुलाकात नहीं की। जिसपर बीजेपी पार्टी ने राहुल से अंकित के घर ना जाने की वजह पूछी है। दरअसल दिल्ली दंगों के दौरान 25 साल के अंकित शर्मा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
अंकित की हत्या करने के बाद मुस्लिम दंगाइयों ने अंकित के शव को नाले में फेंक दिया था। अंकित की लाश अगले दिन नाले से मिली थी। अंकित के परिवार वालों ने उसकी हत्या के लिए आप के नेता ताहिर हुसैन को जिम्मेदार माना है और ताहिर हुसैन के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। ताहिर हुसैन लंबे समय से फरार था और हाल ही में कुछ मीडिया चैनलों में ताहिर हुसैन को अपना प्लेटफार्म दिया था ताकि वो खुद को निर्दोष साबित करें। कहा यह भी जाता है की इन आम आदमी पार्टी ने मीडिया चैनलों के साथ बात कर के ताहिर के इन इंटरव्यू को फिक्स किया था
मुस्लिम दंगाइयों ने अंकित पर 400 बार चाकू से वार किया था। कांग्रेस पार्टी के नेता, आम आदमी पार्टी के नेता और कुछ बामपंथियों ने इन दंगों को भड़काने में मुख्य भूमिका निभायी थी और भड़काऊं बयान दिए थे. देखें क्या क्या कहा था उन्होंने दंगा भड़काने के लिए
सोनिया गांधी
कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने कई बार भड़काऊ भाषण के लिए बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाया हैं लेकिन वे ये भूल गई कि उनकी पार्टी के नेता भी डर और उन्माद मचने के लिए दंगे को लेकर कई झूठ फैला रहे हैं. मसलन खुद सोनिया गांधी ने एंटी सीएए प्रोटेस्ट को आर या पार की लड़ाई बताते हुए बयान दिया कि ‘ये हमारी ड्यूटी हैं कि हम घर के बाहर आए और आन्दोलन करे.’ वहीं राहुल गांधी ने कहा था ‘आप डरिए मत. कांग्रेस पार्टी आपके साथ खड़ी हैं. हमे साथ मिल लड़ाई करनी होगी.’
मणिशंकर अय्यर
मणिशंकर अय्यर ने अपनी स्पीच में क़ुरबानी देने तक की बात की थी. उन्होंने कहा था ‘चलो देखे किसका हाथ ज्यादा मजबूत हैं.. हमारा या उन हत्यारों का..’ सीनियर काग्रेस लीडर शशि थरूर भी जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और शाहीन भाग में सीएए विरोधियों के साथ जाकर खड़े हो चुके हैं.
#WATCH Congress leader Mani Shankar Aiyar at the protest against #CAA & #NRC, in Delhi’s Shaheen Bagh: Jo bhi qurbaniyan deni hon, usme main bhi shaamil hone ke liye tayaar hun. Ab dekhein ki kiska hath mazboot hai, hamara ya uss kaatil ka? pic.twitter.com/ojV4QU9dMs
— ANI (@ANI) January 14, 2020
बकबक एक्सप्रेस स्वरा भास्कर
फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग भी इस एंटी सीएए प्रोटेस्ट में अपने बयानों और सपोर्ट से डर का माहोल बना चुके हैं. बकबक एक्सप्रेस स्वरा भास्कर ने अपने बयान में कहा था कि हमारा सबसे बड़ा डर सच होने जा रहा हैं. समय आ गया हैं जब वर्दी पहने लोग निहत्थे मुस्लिमों को अंधाधुन मार रहे हैं, उनकी संपत्ति लूट रहे हैं, उन्हें गाली दे रहे हैं बस इसलिए क्योंकि वे नॉनवेज फ़ूड खाते हैं.
क्या इस तरह की बयानबाजी विरोधियों को कथित रूप से वर्दी वालो पर चाक़ू मारने, एसिड फेकने और पत्थर फेकने के लिए नहीं उकसा रही हैं ?
अमनातुल्लाह खान
दंगे भड़काने के आरोपी ‘आप’ नेता ताहिर हुस्सेन के बचाव में आम आदमी पार्टी लीडर अमनातुल्लाह खान आए थे लेकिन वे खुद कैमरा पर ये बोलते हुए सुने गए कि सीएए के बाद ये लोग मुस्लिम को दाढ़ी रखने या टोपी पहनने की इजाजत भी नहीं दी जाएगी. कल से अज़ान नहीं होगी, माइक नहीं होंगे, महिलाओं को बुरका नहीं पहनने दिया जाएगा. इसके अलावा ’15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ हिंदू पर राज करेंगे और मुस्लिम देश पर कई हजारों सालो से राज करते आ रहे हैं ऐसे बयान भी सामने आ चुके हैं.
Another Masterpiece from Amantullah: pic.twitter.com/vDNXUXkdeO
— Aakash | आकाश ?? (@Indiaaakash) February 26, 2020
एक अन्य आप लीडर ने जामा मस्जिद में हुई एंटी सीएए मीटिंग में बद्र की लड़ाई का रिफ़रेंस देकर कहा था “हम सिर्फ गिने चुने लोग थे और वे 25 – 30 करोड़, फिर भी हमसे डरे हुए थे. क्योंकि उन्हें पता था कि हम अल्लाह रसूल के उन्मती हैं. वो आर्मी जो नंबर में सिर्फ 313 थी लेकिन उन्होंने लाखों को हराया था.’ एक अन्य मुस्लिम लीडर ने कहा था ‘आप मुस्लिम को नहीं जानते हैं. आप करबला के बारे में नहीं जानते हैं. यदि हम 72 हो फिर भी लाखों को मार सकते हैं.’ इसके अलावा आप लीडर मनीष सिसोदिया भी मीडिया के सामने कह चुके हैं कि वे शाहीन बाग़ के लोगो के साथ खड़े हैं.
वारिस पठान
AIMIM लीडर ने वारिस पठान ने भी स्पीच में कहा था कि हम 15 करोड़ मुस्लिम हैं लेकिन 100 करोड़ हिंदुओं को मात दे सकते हैं. इसके अलावा ‘ये चड्डा चड्ढी वालो को, गोली मरो सालो को’ ये नारा भी एंटी सीएए भीड़ में सूना गया था.
‘ना तो सीएए रहेगा और ना ही सरकार रहेगी. यदि ये दो रहते हैं तो कुछ भी नहीं रहेगा. इसके लिए जो भी करना पड़े मुस्लिम समाज रेडी हैं. हमने सोच लिया हैं, अब हिंदुओं को इसे स्वीकार करना होगा. आपके पास कोई विकल्प नहीं हैं. शाहीन बाग के द्वारा फैसला ले लिया गया हैं. अब ये आपकी मर्जी हैं कि आपकी कब्र 2 फीट होती हैं या 20 फीट गहरी.’ ये बात भी नांदेड़ में एंटी सीएए प्रोटेस्ट लीडर द्वारा कही गई थी.
फैजुल हसन.
‘आप हमें नहीं जानते हैं. हम वो कौम हैं जो यदि सोच ले तो तबाह कर दे. हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. हम देश तबाह कर सकते हैं. ये हमारे गुस्से का और इमोशन का लेवल हैं.’ – अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी का फार्मर student फैजुल हसन.
शाहीन बाग़ के उन्मादी
‘अमित शाह को लगता हैं कि वो मुस्लिमों को मारेगा, हम ऐसा नहीं होने देंगे. मोदी और शाह दोनों को मार देंगे’ – शाहिद बाग़ प्रोटेस्ट के दौरान एक छोटी सी लड़की ने कैमरा पर ये बोला था. ‘मैं मोदी की जान ले लूँगा, मेरा नाम किसी ख़ास कारण से बदनाम हैं.’ एक अन्य बच्चे ने भी ये बात बोली थी. इसके अलाव कई बच्चे ‘तेरा बाप भी देगा आज़ादी’ जैसे नारे लगाते देखे जा चुके हैं.
भुबनेश्वर में एक विरोधी समूह हैं ने ‘इन काफिरों से आज़ादी’ के नारे लगाए थे. काफिर मतलब जिसे अल्लाह या इस्लाम में यकीन नहीं हैं. वहीं बेंगलुरु में हुए विरोध प्रदर्शन में ‘ओम’ चिह्न को नाजी जैसा दिखाकर ‘F**k हिंदुत्व’ स्लोगन लिखा गया था. इसके अलावा एक विरोधी ने तो देवी काली माँ की हिजाब वाली तस्वीर भी बनाई थी.
21 दिसंबर 2019 को को बिहार के पटना में सीएए विरोधियों की भीड़ ने एक मंदिर भी तबाह कर दिया था. इसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था.
शर्जील इमाम
शाहीन बाग़ प्रोटेस्ट का प्रमुख शर्जील इमाम ये कहते हुए भी सूना गया था कि हमें आसाम को भारत से अलग करना होगा. उसने ये भी कहा था कि ‘क्या मुस्लिमों की इतनी भी हेसियत नहीं कि वो नार्थ इंडिया को बंद करवा सके?’ बता दे कि इमाम ने इसी तरह के और भी कई आपत्तिजन पोस्ट अपने फेसबुक पर किये थे. हैरानी की बात तो ये हैं कि आप लीडर अमनातुल्लाह खान और एक्ट्रेस स्वरा भास्कर सहित कई एंटी सीएए नेता इमाम के साथ स्टेज शेयर कर चुके हैं.