इन जनाब के वोटर कार्ड पर छपी कुत्ते की फोटो, देखे कैसा था बंदे का रिएक्शन
भारत में वोटर आईडी कार्ड भी एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र होता हैं. 18 साल की आयु के बाद हम अपना वोटर कार्ड बनवा सकते हैं. जब भी वोटिंग कार्ड बनवाया जाता हैं तो उसकी एक सरकारी प्रक्रिया होती हैं. इस प्रक्रिया की जिम्मेदारी भारतीय चुनाव आयोग की होती हैं. अपने बारे में पूर्ण जानकारी देने के बाद आपको वोटिंग कार्ड मिल जाता हैं. इस वोटिंग कार्ड में भी समय समय पर बदलाव करने पड़ते हैं. जब भी वोटिंग कार्ड छापते हैं तो उनमें अक्सर कुछ ना कुछ गलतियाँ भी हो जाती हैं. ऐसे में इन गलतियों को ठीक कराने के लिए हमे वोटर कार्ड संबंधित दफ्तर के खूब चक्कर भी लगाने पड़ते हैं. हालाँकि 64 साल के एक व्यक्ति ने जब अपना वोटर कार्ड कुछ त्रुटियाँ सुधारने को दिया तो बदले में उसे जो देखने को मिला वो हैरान कर देने वाला था.
दरअसल पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रामनगर गांव में रहने वाले 64 वर्षीय सुनील कर्माकर के साथ एक बड़ा ही अजीब वाक्या हुआ हैं. सुनील की वोटर आईडी कार्ड पर उसकी फोटो की बजाए एक कुत्ते की तस्वीर छाप दी गई. इस बात से नाराज सुनील अब भारतीय चुनाव आयोग के ऊपर मानहानि का केस ठोकने की तैयारी कर रहा हैं.
सुनील ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि हाल ही में मेरा पहचान पत्र बनकर आया था लेकिन उसमे कुछ गलतियां थी. ऐसे में मैंने इसमें सुधार करने के लिए एक आवेदन दिया था. हालाँकि जब मंगलवार के दिन नया कार्ड बनकर आया तो उस पहचान पत्र में मेरी फोटो की जगह कुत्ते की तस्वीर लगी हुई थी. इस बात से सुनील को बहुत गुस्सा भी आया.
WB: Sunil Karmakar, a resident of Ramnagar village in Murshidabad,says he had applied for a correction in his voter ID&when he received a revised ID,it had a dog’s photo instead of his own. BDO says “Photo has already been corrected. He’ll get final ID with correct photo.”(04.03) pic.twitter.com/c9Ba9uybOP
— ANI (@ANI) March 4, 2020
सुनील का दावा हैं कि मेरे पहचान पत्र के साथ इस तरह की छेड़खानी जानबुझकर की गई हैं. इसके माध्यम से वे लोग मुझे अपमानित करना चाहते थे. सुनील ने बताया कि जिन भी लोगो ने मेरा पहचान पत्र देखा वे मुझ पर हंसने लगे और मेरा मजाक भी उड़ाया. बस यही वजह हैं कि मैंने निर्णय लिया हैं कि अब चुनाव आयोग को कोर्ट में घसीट कर ले जाउंगा.
उधर दूसरी तरफ मतदाता पहचान पत्र त्रुटियों को सुधारने में शामिल एक अधिकारी राजार्षि चक्रवर्ती ने भी इसके ऊपर सफाई व्यक्त की हैं. उनका कहना हैं कि जब कार्ड हमारे पास गलती सुधारने के लिए आया था तो हमने फोटो देखी थी और उसे सुधार भी कर दिया था. हालाँकि इसके बावजूद बाद में कुत्ते की तस्वीर कैसे छप गई इसकी जानकारी नहीं हैं. हम आने वाले दिनों में उन्हें एक नया वोटर कार्ड बनवा देंगे.
उधर सोशल मीडिया पर भी इस पुरे मामले को लेकर मजेदार रिएक्शन आ रहे हैं. जहाँ एक तरफ कुछ लोग कुत्ते वाले वोटर कार्ड को लेकर मजाक कर रहे हैं तो वहीं दूसरी और कुछ का कहना हैं कि इस तरह की गलती सच में निंदनीय हैं.