बंगाल में रह रहे सभी बांग्लादेशी भारत के नागरिक हैं, उन्हें कोई नहीं निकल सकता – ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश से भारत आए लोगों को भारत का नागरिक बताया है और कहा है कि इन लोगों को नए सिरे से नागरिकता के लिए आवेदन देने की कोई जरूरत नहीं है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने मंगलवार को एक बयान देते हुए कहा कि बांग्लादेश से आए वो सभी लोग जो चुनावों में मतदान करते हैं, वे भारतीय नागरिक हैं। ऐसा लोगों को फिर से नागरिकता के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं है। ममता ने राज्य की 119 शरणार्थी कॉलोनियों को नियमित कर दिया है
नागरिकता कानून के विरोध में ममता बनर्जी ने बंगाल में खूब हिंसा कराया था और जम कर सरकारी संपत्ति को नुक्सान पहुंचाया था। ममता का मुस्लिम त्रुस्टीकरण किसी से छुपा नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं को जान से मारने का इलज़ाम भी उन की पार्टी पर लगता रहता है ।
मोदी सरकार की कि आलोचना
ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वो पश्चिम बंगाल को दूसरी दिल्ली नहीं बनने देंगी। एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों का भी ममता ने जिक्र किया और मोदी सरकार की आलोचना की। ममता ने कहा कि भूलिए मत कि ये बंगाल है। जो कुछ भी दिल्ली में हुआ, उसे हम यहां नहीं होने देंगे। हम नहीं चाहते कि बंगाल एक और दिल्ली या एक और उत्तर प्रदेश बने।
बंगाल में हुईं हिंसात्मक घटनाओं की भी निंदा कीजिए- राज्यपाल जगदीप धनखड़
दिल्ली हिंसा पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के प्रायोजित नरसंहार वाले विवादास्पद बयान पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा-“हर तरह की हिसा की निंदा की जानी चाहिए। चुनकर हिसा की किसी घटना की निंदा करना सही नहीं है। इस मामले में राजनीतिक भेदभाव को स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
एक भी आदमी को बंगाल से बाहर नहीं होने देंगी
नागरिकता संशोधन कानून पर बात करते हुए ममता ने लोगों से कहा कि बांग्लादेश से आए लोग भारत के नागरिक हैं और उनके पास नागरिकता है। आप चुनाव में मतदान करके प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री चुन रहे हैं और अब वे कह रहे हैं कि आप नागरिक नहीं हैं। उनका विश्वास मत करें। वो एक भी आदमी को बंगाल से बाहर नहीं होंगे देंगी और राज्य में रह रहे किसी भी शरणार्थी को नागरिकता से वंचित नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि बंगला में बीजेपी पार्टी और ममता बनर्जी के बीच की ये टकरार लोकसभा चुनाव के दौरान से चल रही है। बीजेपी पार्टी शुरू से ही ममता सरकार पर ‘मुस्लिमों के तुष्टिकरण’ और ‘वोट बैंक की राजनीति’ करने का आरोप लगाती हुई नजर आई है। जबकि ममता बीजेपी पार्टी को मुस्लिमों का दुश्मन कहती है। नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद ममता बनर्जी बीजेपी पार्टी पर हमला करने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही हैं और इस काननू के खिलाफ खड़ी हैं। वहीं अब ममता बनर्जी ने साफ तौर पर ये कहा दिया है कि वो एक भी व्यक्ति को बंगाल से बाहर नहीं होने देंगी।