रतनलाल और अंकित के परिवार की मदद करेंगे BJP सांसद प्रवेश वर्मा, किया वेतन देने का वादा
दिल्ली हिंसा में जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल शहीद रतनलाल के परिवार वालों की मदद के लिए पश्चिमी दिल्ली के बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा आगे आए हैं और प्रवेश वर्मा ने शहीद रतनलाल के परिवार की मदद करने का ऐलान किया है। प्रवेश वर्मा ने कहा है कि वो अपने एक महीने की तनख्वाह दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल शहीद रतनलाल के परिवार वालों को समर्पित करेंगे। शहीद रतनलाल के अलावा प्रवेश वर्मा ने खुफिया ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी अंकित शर्मा के परिवार की मदद करने की बात भी कही है और अंकित के परिवार वालों को भी एक महीने की वेतन देने की घोषणा की है।
प्रवेश वर्मा ने शनिवार को एक ट्वीट किया और इस ट्वीट में दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा की। प्रवेश वर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “दिल्ली में हुई दुर्भाग्यपूर्ण हिंसा के दौरान अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद होने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल शहीद रतनलाल और आईबी ऑफिसर शहीद अंकित शर्मा के परिवारों को मैं बतौर सांसद मिलने वाली मेरी एक-एक महीने की तनख्वाह समर्पित करता हूं। जय हिंद।
दिल्ली में हुई दुर्भाग्यपूर्ण हिंसा के दौरान अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद होने वाले @DelhiPolice के हेड कॉन्स्टेबल शहीद रत्तन लाल और आई.बी ऑफिसर शहीद अंकित शर्मा के परिवारों को मैं बतौर सांसद मिलने वाली मेरी एक-एक महीने की तनख़्वाह समर्पित करता हूँ।
जय हिंद
— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) February 29, 2020
दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान अपनी ड्यूटी कर रहे दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल शहीद रतनलाल पर पत्थर फेंके गए थे और इस दौरान ये बुरी तरह से घायल हो गए थे और इनकी जान चली गई थी। रतनलाल राजस्थान के निवासी थे और दिल्ली पुलिस में अपनी सेवाएं दे रहे थे। वहीं रतनलाल का अंतिम संस्कार दिल्ली पुलिस ने सम्मान के साथ किया और इन्हें श्रद्धांजली भी दी। रतनलाल के परिवार में इनकी पत्नी और दो बच्चे हैं, जो कि राजस्थान में रहते हैं।
हेड कॉन्स्टेबल शहीद रतनलाल की हत्या उस समय हुई थी जब नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के समर्थक में हो रहे प्रदर्शन के दौरान लोगों में टकराव हो गया था और इस टकराव के कारण लोगों ने पत्थर फेंकना शुरु कर दिए थे।
25 फरवरी को हुई थी अंकित की हत्या
खुफिया ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या 25 फरवरी को की गई थी। 25 फरवरी को अंकित शर्मा अपने काम से घर लौटे थे। तभी उनके इलाके में हिंसा शुरू हो गई थी। इस हिंसा के दौरान भीड़ अंकित शर्मा को पकड़कर अपने साथ ले गई थी। जिसके अगले दिन अंकित का शव नाले से बर्बाद किया गया था। अंकित शर्मा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ था कि अंकित को बुरी तरह से मारा गया था और उनपर 400 से अधिक बार चाकू से वार किया गया था। वहीं अंकित की हत्या के लिए AAP पार्षद ताहिर हुसैन को जिम्मेदार माना जा रहा है और ताहिर हुसैन के खिलाफ केस भी दर्ज कर दिया गया है। आपको बता दें कि कई क्षेत्रों में हुई हिंसा में 40 से अधिक लोग मर चुके हैं और 200 से अधिक लोग घायल हैं।