फेक न्यूज छापने पर ‘The Wall Street Journal’ के खिलाफ दर्ज हुई शिकायत, छपी थी ये झूठी खबर
अमेरिकी अखबार द वाल स्ट्रीट जर्नल (The Wall Street Journal) के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। इस अखबार में दिल्ली दंगों से जुड़ी एक झूठी रिपोर्ट छापी गई थी और इसी रिपोर्ट के खिलाफ इस प्रसिद्ध अखबार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। इस अखबार में जो रिपोर्ट छपाई गई थी। उसमें हिंदूओं की छवी खराब करने की कोशिश की गई थी और हिन्दुओं को बदनाम किया गया था। द वाल स्ट्रीट जर्नल में ये रिपोर्ट 26 फरवरी को छापी गई है।
PBNS Breaking:
Police complaints filed against The Wall Street Journal @WSJ with @DelhiPolice & Maharashtra Police for “defaming particular religion & spreading communal tension” with respect to alleged misreporting on #DelhiViolence & murder of IB official Ankit Sharma. pic.twitter.com/lmAh6Cyy2B— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) February 28, 2020
दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान IB अधिकारी अंकित शर्मा (Ankit Sharma) की हत्या की गई थी और इसी मामले में एक झूठी खबर द वाल स्ट्रीट जर्नल में छापी गई थी। इस खबर में हिन्दुओं की बदनामी की गई जिससे हिंदूओं की भावनाओं को चोट पहुंची है। द वाल स्ट्रीट जर्नल में छपी खबर के बाद दिल्ली पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई। जो शिकायत इस अखबार के खिलाफ दर्ज करवाई गई है। उसमें वॉल स्ट्रीट जर्नल पर एक खास धर्म को बदनाम करने और साम्प्रदायिकता फैलाने का आरोप लगाया गया है। साथ में ही शिकायत में ये भी मांग की गई है कि दंगों को भड़काने के मामले में द वाल स्ट्रीट जर्नल की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
अखबार में छपी थी ये खबर
In conversation with PBNS, Ankur Sharma, Brother of killed IB official discredited @WSJ report, “I never gave such a statement to Wall Street Journal. This is a ploy to defame my brother and my family. Wall Street Journal is lying.”#DelhiViolence pic.twitter.com/0peViwzkjE
— Prasar Bharati News Services (@PBNS_India) February 28, 2020
इस अखबार में India’s Ruling Party, Government Slammed Over Delhi Violence नाम की एक रिपोर्ट छपी थी। इस रिपोर्ट में IB ऑफिसर अंकित शर्मा की हत्या के बारे में लिखते हुए कहा गया था कि युवा आईबी अधिकारी की हत्या “जय श्री राम” की भीड़ द्वारा की गई थी। इतना ही नहीं वॉल स्ट्रीट जर्नल पर पीड़ित शर्मा के भाई को गलत तरीके से पेश भी किया गया है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि जय श्री राम का नारा लगाती भीड़ ने IB ऑफिसर अंकित शर्मा को उनके घर से खींच लिया और उनकी हत्या कर उनके शव को नाले में फेंक दिया। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि इस बात की जानकारी खुद अंकित शर्मा के भाई ने फोन कॉल पर द वाल स्ट्रीट जर्नल को दी है।
रिपोर्ट को बताया गलत
अमेरिकी अखबार द वाल स्ट्रीट जर्नल में छापी गई इस रिपोर्ट के बारे में जब अंकित शर्मा के भाई अंकुर शर्मा से पूछा गया, तो उन्होंने इस रिपोर्ट को गलत बताया और इसे झूठा करार दिया। अंकुर शर्मा के मुताबिक उनकी कोई भी बात किसी भी अमेरिकी अखबार से नहीं हुई है।
क्या है पूरा मामला
25 फरवरी को अंकित शर्मा की हत्या बेरहमी से कर दी गई थी। दरअसल जिस जगह पर अंकित शर्मा रहते थे। वहां पर दंगे हो गए थे और दंगों को दौरान ही भीड़ अंकित शर्मा को पकड़कर ले गई थी। जिसके अगले दिन अंकित की लाश नाले से मिली थी। अंकित की बुरी तरह से हत्या की गई थी और उनपर 400 बार चाकू से वार किया गया था। अंकित की हत्या का आरोप AAP पार्षद ताहिर हुसैन पर लगा है और ताहिर के खिलाफ केस भी दर्ज कर दिया गया है। अंकित के परिवारवालों का कहना है कि ताहिर हुसैन भी अंकित की हत्या में शामिल है।