
देखिये उन भड़काऊं बयानों की पूरी लिस्ट जिस ने आग में घी डाली थी, क्या इन पर नहीं होना चाहिए FIR?
इन दिनों दिल्ली में जो एंटी सीएए प्रोटेस्ट चल रहा हैं और जिस तरह की हिंसा देखने को मिल रही हैं उससे आप सभी अच्छे से वाकिफ हैं. कई लेफ्ट ग्रुप, बुद्धिजीव और मीडिया चैनल इस हिंसा के पीछे बीजेपी नेताओं के उटपटांग बयान को हाईलाईट करते हैं. हालाँकि सीएए का विरोध करने वाले लोग जिस तरह की हेट स्पीच देते हैं या जो देश विरोधी/हिन्दू विरोधी बयानबाजी करते हैं उसे आसानी से नजरंदाज किया जाता हैं. सीएए के प्रोटेस्ट को तीन महीने से उपर हो गए हैं. ये लोग सीएए को मुस्लिम विरोधी बताकर हिंदुत्वको गलत तरीके से प्रोजेक्ट भी कर रहे हैं. नतीजा ये हैं कि इससे विदेशी मीडिया भी प्रभावित हो रही हैं और भारत को एक गलत नजरिये से देख रही हैं. मसलन अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता Bernie Sanders ने भी ट्वीट कर इस हिंसा करने वाली भीड़ को मुस्लिम विरोधी बताया.
कुल मिलाकर सभी लोग एंटी सीएए प्रोटेस्टर्स को शान्तिप्रिय लोग बता रहे हैं और हिन्दुत्व गैंग को दंगे भड़काने के लिए ब्लेम कर रहे हैं. भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली हाईवे को जाम करने वाले विरोधियों को हटाने के लिए दिल्ली पुलिस से अनुरोध किया था.
कुछ लोगों का कहना था की राईट विंग रैली में ‘देश के गद्दारों को, गोली मारो सालो को’ नारा निकला था. इस नारे को दंगे भड़काने वाला बताया गया जबकि लेफ्ट विंग की तरफ से ही इस तरह के कई नारे पहले लग चुके हैं.
सीएए का विरोध करने वालो की तरफ से भी समय समय पर पत्थर फेकना, आग लगाना, पब्लिक प्रापर्टी तोड़ना और यहाँ तक कि गोली चलाना जैसी घटनाएं हो चुकी हैं. शुरुआत से ही सीएए का विरोध करने वाले नेता और अन्य लोग CAA और NRC को लेकर गलत जानकारी फैला रहे हैं ताकि ये बिल पूरी तरह से गायब हो जाए.
सोनिया गांधी
कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने कई बार भड़काऊ भाषण के लिए बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाया हैं लेकिन वे ये भूल गई कि उनकी पार्टी के नेता भी डर और उन्माद मचने के लिए दंगे को लेकर कई झूठ फैला रहे हैं. मसलन खुद सोनिया गांधी ने एंटी सीएए प्रोटेस्ट को आर या पार की लड़ाई बताते हुए बयान दिया कि ‘ये हमारी ड्यूटी हैं कि हम घर के बाहर आए और आन्दोलन करे.’ वहीं राहुल गांधी ने कहा था ‘आप डरिए मत. कांग्रेस पार्टी आपके साथ खड़ी हैं. हमे साथ मिल लड़ाई करनी होगी.’
मणिशंकर अय्यर
मणिशंकर अय्यर ने अपनी स्पीच में क़ुरबानी देने तक की बात की थी. उन्होंने कहा था ‘चलो देखे किसका हाथ ज्यादा मजबूत हैं.. हमारा या उन हत्यारों का..’ सीनियर काग्रेस लीडर शशि थरूर भी जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और शाहीन भाग में सीएए विरोधियों के साथ जाकर खड़े हो चुके हैं.
#WATCH Congress leader Mani Shankar Aiyar at the protest against #CAA & #NRC, in Delhi’s Shaheen Bagh: Jo bhi qurbaniyan deni hon, usme main bhi shaamil hone ke liye tayaar hun. Ab dekhein ki kiska hath mazboot hai, hamara ya uss kaatil ka? pic.twitter.com/ojV4QU9dMs
— ANI (@ANI) January 14, 2020
बकबक एक्सप्रेस स्वरा भास्कर
फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग भी इस एंटी सीएए प्रोटेस्ट में अपने बयानों और सपोर्ट से डर का माहोल बना चुके हैं. बकबक एक्सप्रेस स्वरा भास्कर ने अपने बयान में कहा था कि हमारा सबसे बड़ा डर सच होने जा रहा हैं. समय आ गया हैं जब वर्दी पहने लोग निहत्थे मुस्लिमों को अंधाधुन मार रहे हैं, उनकी संपत्ति लूट रहे हैं, उन्हें गाली दे रहे हैं बस इसलिए क्योंकि वे नॉनवेज फ़ूड खाते हैं.
क्या इस तरह की बयानबाजी विरोधियों को कथित रूप से वर्दी वालो पर चाक़ू मारने, एसिड फेकने और पत्थर फेकने के लिए नहीं उकसा रही हैं ?
सुशांत सिंह
एक अन्य एक्टर Sushant Singh ने कहा था कि CAA-NRC इसलिए लाया गया हैं ताकि मुस्लिम लोग बच्चे पैदा कर अपनी आबादी ना बड़ा पाए.
अमनातुल्लाह खान
दंगे भड़काने के आरोपी ‘आप’ नेता ताहिर हुस्सेन के बचाव में आम आदमी पार्टी लीडर अमनातुल्लाह खान आए थे लेकिन वे खुद कैमरा पर ये बोलते हुए सुने गए कि सीएए के बाद ये लोग मुस्लिम को दाढ़ी रखने या टोपी पहनने की इजाजत भी नहीं दी जाएगी. कल से अज़ान नहीं होगी, माइक नहीं होंगे, महिलाओं को बुरका नहीं पहनने दिया जाएगा. इसके अलावा ’15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ हिंदू पर राज करेंगे और मुस्लिम देश पर कई हजारों सालो से राज करते आ रहे हैं ऐसे बयान भी सामने आ चुके हैं.
Another Masterpiece from Amantullah: pic.twitter.com/vDNXUXkdeO
— Aakash | आकाश ?? (@Indiaaakash) February 26, 2020
एक अन्य आप लीडर ने जामा मस्जिद में हुई एंटी सीएए मीटिंग में बद्र की लड़ाई का रिफ़रेंस देकर कहा था “हम सिर्फ गिने चुने लोग थे और वे 25 – 30 करोड़, फिर भी हमसे डरे हुए थे. क्योंकि उन्हें पता था कि हम अल्लाह रसूल के उन्मती हैं. वो आर्मी जो नंबर में सिर्फ 313 थी लेकिन उन्होंने लाखों को हराया था.’ एक अन्य मुस्लिम लीडर ने कहा था ‘आप मुस्लिम को नहीं जानते हैं. आप करबला के बारे में नहीं जानते हैं. यदि हम 72 हो फिर भी लाखों को मार सकते हैं.’ इसके अलावा आप लीडर मनीष सिसोदिया भी मीडिया के सामने कह चुके हैं कि वे शाहीन बाग़ के लोगो के साथ खड़े हैं.
वारिस पठान
AIMIM लीडर ने वारिस पठान ने भी स्पीच में कहा था कि हम 15 करोड़ मुस्लिम हैं लेकिन 100 करोड़ हिंदुओं को मात दे सकते हैं. इसके अलावा ‘ये चड्डा चड्ढी वालो को, गोली मरो सालो को’ ये नारा भी एंटी सीएए भीड़ में सूना गया था.
‘ना तो सीएए रहेगा और ना ही सरकार रहेगी. यदि ये दो रहते हैं तो कुछ भी नहीं रहेगा. इसके लिए जो भी करना पड़े मुस्लिम समाज रेडी हैं. हमने सोच लिया हैं, अब हिंदुओं को इसे स्वीकार करना होगा. आपके पास कोई विकल्प नहीं हैं. शाहीन बाग के द्वारा फैसला ले लिया गया हैं. अब ये आपकी मर्जी हैं कि आपकी कब्र 2 फीट होती हैं या 20 फीट गहरी.’ ये बात भी नांदेड़ में एंटी सीएए प्रोटेस्ट लीडर द्वारा कही गई थी.
फैजुल हसन.
‘आप हमें नहीं जानते हैं. हम वो कौम हैं जो यदि सोच ले तो तबाह कर दे. हम किसी को नहीं छोड़ेंगे. हम देश तबाह कर सकते हैं. ये हमारे गुस्से का और इमोशन का लेवल हैं.’ – अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी का फार्मर student फैजुल हसन.
शाहीन बाग़ के उन्मादी
‘अमित शाह को लगता हैं कि वो मुस्लिमों को मारेगा, हम ऐसा नहीं होने देंगे. मोदी और शाह दोनों को मार देंगे’ – शाहिद बाग़ प्रोटेस्ट के दौरान एक छोटी सी लड़की ने कैमरा पर ये बोला था. ‘मैं मोदी की जान ले लूँगा, मेरा नाम किसी ख़ास कारण से बदनाम हैं.’ एक अन्य बच्चे ने भी ये बात बोली थी. इसके अलाव कई बच्चे ‘तेरा बाप भी देगा आज़ादी’ जैसे नारे लगाते देखे जा चुके हैं.
भुबनेश्वर में एक विरोधी समूह हैं ने ‘इन काफिरों से आज़ादी’ के नारे लगाए थे. काफिर मतलब जिसे अल्लाह या इस्लाम में यकीन नहीं हैं. वहीं बेंगलुरु में हुए विरोध प्रदर्शन में ‘ओम’ चिह्न को नाजी जैसा दिखाकर ‘F**k हिंदुत्व’ स्लोगन लिखा गया था. इसके अलावा एक विरोधी ने तो देवी काली माँ की हिजाब वाली तस्वीर भी बनाई थी.
21 दिसंबर 2019 को को बिहार के पटना में सीएए विरोधियों की भीड़ ने एक मंदिर भी तबाह कर दिया था. इसका विडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था.
शर्जील इमाम
शाहीन बाग़ प्रोटेस्ट का प्रमुख शर्जील इमाम ये कहते हुए भी सूना गया था कि हमें आसाम को भारत से अलग करना होगा. उसने ये भी कहा था कि ‘क्या मुस्लिमों की इतनी भी हेसियत नहीं कि वो नार्थ इंडिया को बंद करवा सके?’ बता दे कि इमाम ने इसी तरह के और भी कई आपत्तिजन पोस्ट अपने फेसबुक पर किये थे. हैरानी की बात तो ये हैं कि आप लीडर अमनातुल्लाह खान और एक्ट्रेस स्वरा भास्कर सहित कई एंटी सीएए नेता इमाम के साथ स्टेज शेयर कर चुके हैं.
माना तो ये भी जा रहा हैं कि हाल ही में जो दिल्ली में हिंसा हुई उसे एक विशेष समुदाय ने सिर्फ इसलिए भड़काया था क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप इंडिया आ रहे थे. ऐसे में मोदी सरकार को बदनाम कर इंटरनेशनल मीडिया का ध्यान अपनी ओर खीचना चाहते थे. इस हिंसा की वजह से दिल्ली में कई जाने गई हैं.
उधर आप लीडर हुसैन के घर की छत पर जब बोरियां भर के ईंट, पत्थर और पेट्रोल बम पाए गए तो उन्होंने ये कहकर पल्ला झाड़ दिया कि ये तो डिफेन्स में रखे गए थे. अब इतना सारा सामन क्या दिल्ली दंगे के शुरू होते ही इतनी जल्दी एकत्रित किया जा सकता हैं? ये सोचने वाली बात हैं. बता दे कि हुसैन के घर के पास के नाले से तीन शव भी बरामद किये गए हैं. और मुस्लिम मोहल्ले में तो तो युद्ध की पूरी तैयारी हुई थी, इंट, पत्थर, एसिड, गुलेर वाली तोपें, पेट्रोल बम, एसिड बम, चाकू, छुरी, बंदूकें , यह सभी चीज़ें इन लोगों के घरों से पाया गया