पीठ के बल सोने से दूर हो जाती हैं ये 5 परेशानियां, रीढ़ की हड्डी पर भी पड़ता है अच्छा असर
पीठ के बल सोना सेहत के लिए लाभकारी होता है और पीठ के बल सोने से सेहत से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। कई लोगों को पेट के बल सोने की आदत होती है जो कि गलत मानी जाती है। पेट के बल सोने से पेट पर दवाब पड़ता है और सेहत को नुकसान पहुंचता है। इसलिए आप पीठ के बल ही सोया करें। पीठ के बल सोने से शरीर को कई तरह के लाभ पहुंचते हैं जो कि इस प्रकार है।
पीठ के बल सोने से दूर हो जाती हैं ये परेशानियां
कमर दर्द हो गायब
कमर दर्द आजकल आम बात बन गई है और अधिकतर लोग कमर दर्द से परेशान रहते हैं। अधिक देर बैठकर काम करने से कमर दर्द की समस्या हो जाती है। कमर दर्द से राहत पाने के लिए कई लोग योगा करते हैं और कमर की सिकाई करते हैं। हालांकि इसके बाद भी उन्हें कमर दर्द से आराम नहीं मिल पाता है। अगर आपकी कमर में भी अधिक दर्द रहती है तो आप अपने सोने के तरीके को बदल दें और पीठ के बल सोएं। पीठ के बल सोने से कमर की दर्द सही हो जाती है। दरअसल पीठ के बल सोने से कमर सीधी रहती है और ऐसा होने पर दर्द से निजात मिल जाती हैं।
गर्दन की दर्द से मिले राहत
गर्दन की दर्द से परेशान लोग पीठ के बल ही सोया करें। पीठ के बल सोने से गर्दन को आराम मिलता है और गर्दन की दर्द सही हो जाती है। जिन लोगों को गर्दन में दर्द की शिकायत रहती है वो लोग सोते समय तकिये का इस्तेमाल ना किया करें और एकदम सीधा होकर ही सोया करें। इस तरह से सोने से गर्दन की दर्द तुरंत गायब हो जाएगी।
पेट के लिए लाभकारी
अधिक अम्लीय (Acidic) रिसाव होने के कारण पेट खराब हो जाता है। हालांकि अगर खाना खाने के बाद पीठ के बल सोया जाए तो अम्लीय रिसाव नहीं होता और ऐसा होने पर पेट स्वस्थ बना रहता है। जब हम पीठ के बल सोते हैं तो पेट की स्थिति सही होती है, जिसके कारण अम्लीय रिसाव से रक्षा होती है। इसके अलावा जो लोग पीठ के बल नहीं सोया करते हैं उन लोगों को खाना भी सही से नहीं पचता है।
झुर्रिया कम होती हैं
जो लोग पीठ के बल सोते हैं उन लोगों को झुर्रियां होने का खतरा कम रहता है। क्योंकि इस मुद्रा में सोने से चेहरे पर दवाब नहीं पड़ता है, जिससे झुर्रियां नहीं होती हैं। दरअसल जब पेट के बल सोया जाता है तो चेहरा तकिये से दब जाता है और अधिक देर तक इस स्थिति में सोने से झुर्रियां पड़ने का खतरा बढ़ जाती है।
शरीर का होता है विकास
जी हां, जो लोग सीधा सोते हैं उन लोगों के शरीर का विकास अच्छे से होता है। पेट के बल या सिकुड़ के सोने से रीढ़ की हड्डी पर बुरा प्रभाव पड़ता है और रीढ़ की हड्डी सिकुड़ जाती है। इसलिए आप हमेशा पीठ के बल ही सोए। ताकि शरीर का विकास अच्छे से हो सके और रीढ़ की हड्डी सीधी बनीं रहे।