विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को इलाहाबाद में एक बार फिर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया।
सांसद ने कहा कि वरुण गांधी उत्तर प्रदेश में सीएम पद के योग्य हैं, पार्टी को इस बारे में निर्णय लेना चाहिए।
दूसरी ओर वरुण को यूपी का भावी सीएम बताने वाले कार्यकर्ताओं पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
सिन्हा सोमवार को यहां नैनी सेंट्रल जेल में कैदियों को तंबाकू से होने वाली हानियों के बारे में जानकारी देने यहां आए थे।
पार्टी लाइन से अलग हटकर फिर दिया विवादित बयान
भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान शत्रुघ्न ने कहा कि यही मौका है कि जब यूपी के लिए सीएम प्रत्याशी घोषित हो जाना चाहिए।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि वह भाजपा के अनुशासित कार्यकर्ता हैं, पार्टी जो भी निर्णय लेगी उन्हें शिरोधार्य है।
यह पूछने पर कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ पीएम ने भी इस तरह की बयानबाजी पर नाराजगी जताई है। इस पर उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
वरुण के समर्थन वाले पोस्टर को लेकर कार्यकर्ताओं पर गाज
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पूरे शहर को भाजपा सांसद वरुण गांधी के समर्थन वाले पोस्टर से पाट देने मामले में सांसद समर्थक कार्यकर्ताओं पर गाज गिरी है।
इस मामले में सूबे के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने दो सक्रिय कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस देने के साथ ही 16 अन्य कार्यकर्ताओं को कड़ी फटकार लगाई है। पोस्टरबाजी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के समक्ष वरुण की सीएम पद के उम्मीदवार बनाने के समर्थन में हुई नारेबाजी पर भी प्रदेश अध्यक्ष मौर्य ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को अपनी रिपोर्ट सौंपी है।
सूत्रों ने बताया कि पोस्टर आलाकमान की अनुमति के बगैर छपवाए गए। ये पोस्टर अलोपिगंज स्थित एक प्रेस में छपवाए गए। जांच के क्रम में दो सक्रिय कार्यकर्ताओं और 16 सामान्य कार्यकर्ताओं की भूमिका सामने आई। इसके बाद मौर्या ने सभी कार्यकर्ताओं को तलब कर कड़ी फटकार लगाई। इस मामले में दो सक्रिय कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक पोस्टरबाजी के अलावा जेटली के समक्ष वरुण की सीएम पद की उम्मीदवारी के समर्थन में लगाए गए नारे से नेतृत्व बेहद नाराज है। इस मामले में खुद शाह ने मौर्या से रिपोर्ट तलब की थी। गौरतलब है कि वरुण के समर्थकों ने पूरे शहर को पोस्टरों से पाट दिया था।