डोनाल्ड ट्रंप भारत लेकर आ रहे हैं ‘फुटबॉल और बिस्किट’, एक क्षण में दुनिया तबाह करने की है क्षमता
आज के समय में अमेरिका दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश है. अमेरिका के राष्ट्रपति का नाम डोनाल्ड ट्रंप है. 24 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मिलेनिया ट्रंप भारत के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप गुजरात के अहमदाबाद शहर से अपने दौरे का आरंभ करेंगे. इसके बाद ट्रंप दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल को देखने आगरा जाएंगे. आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने साथ एक विशेष तरह की फुटबॉल और बिस्किट लेकर आ रहे हैं. जो उनके साथ उनकी परछाई की तरह रहेगा. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि क्या है इस फुटबॉल और बिस्किट का रहस्य. जो एक पल में पूरी दुनिया को बर्बाद कर सकता है.
दरअसल डोनाल्ड ट्रंप के हाथ में यह फुटबॉल कोई असली फुटबॉल नहीं है. बल्कि यह एक ब्रीफकेस है जो चमड़े से बना हुआ है. चमड़े से बना काले रंग का टॉप सीक्रेट ब्रीफकेस दुनिया का सबसे ताकतवर ब्रीफकेस माना जाता है. इस ब्रीफकेस में अमेरिका के परमाणु बम हमले के लांच कोड के साथ-साथ चार और चीजें मौजूद होती हैं. इसलिए इस ब्रीफकेस को न्यूक्लियर फुटबॉल भी कहा जाता है. लॉन्च कोड के साथ साथ इसके अंदर अमेरिका के परमाणु हमले की पूरी योजना और टारगेट की संपूर्ण जानकारी एक किताब के रूप में मौजूद होती है. 75 पन्नों के काले रंग की ये किताब मैंन्यू कार्ड की तरह होती है. इसके अलावा इसमें एक और काले रंग की किताब मौजूद होती है. इस दूसरी किताब में किसी हमले के होने पर छिपने के लिए जगह की पूरी जानकारी होती है.
डोनाल्ड ट्रंप के इस ब्रीफकेस के अंदर एक इमरजेंसी ब्रॉडकास्ट भी होता है. इसलिए फुटबॉल के अंदर से न्यूक्लियर कार्ड मौजूद होता है. जिसमें परमाणु बम हमले की पुष्टि करने वाले कोड मौजूद होते हैं. यह कार्ड देखने में बिल्कुल क्रेडिट कार्ड की तरह लगता है. इसी कार्ड को बिस्किट कहते हैं. इस बिस्किट में 5 अलार्म लगे होते हैं और अगर यह बिस्किट खो जाता है तो उसे बजाया जाता है. इसके अंदर एक एंटीना संचार उपकरण भी मौजूद होता है. जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति दुनिया के किसी भी कोने में मौजूद हो तत्काल बात कर सकते हैं. डोनाल्ड ट्रंप किसी खतरे में हो तो वह उस समय यह फैसला करेंगे कि उन्हें कहां पर परमाणु बम का धमाका करना है. डोनाल्ड की ब्लैक बुक में पूरी दुनिया का नक्शा मौजूद होता है और उन्हें यह डिसीजन लेना होता है कि वह किस जगह को तबाह करना चाहते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जब भी अपने ऑफिस वाइट हाउस के बाहर होते हैं या किसी विदेश यात्रा पर होते हैं तब न्यूक्लीयर फुटबॉल उनके साथ परछाई की तरह चलती है. 10 मई साल 1963 को पहली बार इस ब्रीफकेस के बारे में पता चला था. ऐसा माना जाता है कि साल 1962 में क्यूबा मिसाइल संकट के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति हमेशा अपने साथ इसलिए फुटबॉल को लेकर चलते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इस ब्रीफकेस को अपने हाथों में लेकर नहीं चलते हैं. उनके पास बॉडीगार्ड रहते हैं. इनमें से किसी एक बॉडीगार्ड के पास फुटबॉल रहता है. यह बॉडीगार्ड हमेशा हथियारों के साथ रहते हैं. जिससे उनसे कोई भी इस ब्रीफकेस को छीन न सके. अमेरिकी राष्ट्रपति अपने साथ बिस्किट को भी लेकर चलते हैं. एक बार गलती से अमेरिकी राष्ट्रपति मिमी कार्टर ने बिस्किट को खो दिया था. इस बिस्किट को उन्होंने अपने सूट में रखा था और उस सूट को उन्होंने डाइक्लीनर को दे दिया था. जब अमेरिका के राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन पर जानलेवा हमला हुआ था तब उनके खून में लथपथ कपड़ों में रखी हॉस्पिटल के कूड़ेदान में फेंक दिया गया था. जब बिल क्लिंटन अमेरिका के राष्ट्रपति थे तब कई महीनों तक यह बिस्किट गायब रहा था.
एक अनुमान के अनुसार अमेरिका के पास लगभग 6185 परमाणु बम है. जिससे पूरे दुनिया को कई बार बर्बाद किया जा सकता है. इन परमाणु बमों में से 1365 को बम रक्षक विमान सतह पर वार करने वाली मिसाइलों और परमाणु पनडुब्बियों में लगी मिसाइलों में लगाया गया है. एक बार अमेरिकी राष्ट्रपति परमाणु हमले के लिए परमिशन दे देता है तो व्हाइट हाउस में बने वार रूम से उसे जल्द से जल्द लागू किया जाता है. अमेरिकी राष्ट्रपति गो कोड देते हैं तो उसे कोई दूसरा अधिकारी नहीं रोक सकता है. इसके बाद मिसाइलों को छोड़ दिया जाता है. एक बार जब मिसाइलें छोड़ दी जाती हैं तो उन्हें वापस बुलाना नामुमकिन होता है. परमाणु मिसाइलों को छोड़ने के बाद भीषण तबाही मचती है.