रिक्शा चालक ने दिया था पीएम मोदी को बेटी की शादी का न्योता, बोले-‘आइये मंगल जी, क्या हालचाल है’
वाराणसी: 16 फरवरी को अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे के दौरान, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रिक्शा चालक मंगल केवट से मुलाकात की। आपको बता दें कि मंगल केवट वही शख्स हैं जिन्होंने कुछ दिनों पर अपनी बेटी की शादी में शामिल होने के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया था। प्रधानमंत्री ने केवट और उनके परिवार के हालचाल के बारे में पूछा और स्वच्छ भारत अभियान में उनके योगदान की प्रशंसा की।
रिक्शा चालक को नहीं भूले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी में रिक्शा चालक मंगल केवट से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें अपनी बेटी की शादी में आमंत्रित किया था। दरअसल, पीएम मोदी द्वारा गोद लिए गए डोमरी गांव के एक निवासी केवट ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को एक निमंत्रण कार्ड भेजा था। इस पत्र में केवट ने 12 फरवरी को अपनी बेटी की शादी में आने के लिए पीएम मोदी से आग्रह किया था। इस बारे में मंगल केवट ने अपने इंटरव्यू में बताया कि “हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी बेटी की शादी का पहला निमंत्रण भेजा था, मैंने व्यक्तिगत रूप से इसे दिल्ली में पीएमओ को पहुंचाया था। 8 फरवरी को हमें पीएम मोदी का अभिनंदन पत्र मिला, जिससे हम काफी उत्साहित है।”
पीएम मोदी से हुई इस मुलाकात से मंगल केवट काफी खुश हैं। उनके मुताबिक पीएम मोदी से मिलना उनके लिए किसी उपहार से कम नहीं है। मंगल प्रसाद केवट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरीके से उनसे बात की वह उनके लिए कभी न भूलने वाले बेहतरीन अनुभव है। दरअसल, मंगल केवट जब प्रधानमंत्री से मिले तो उन्होंने उनसे कहा- ‘आइए मंगल जी क्या हालचाल हैं। अपनी बेटी और दामाद को साथ नहीं लाए।’ मंगल के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कहा था कि, हम जानते हैं कि आप देश की सेवा कर रहे हैं।
गौरतलब है कि मंगल प्रधानमंत्री के स्वच्छता कार्यक्रम से प्रेरित होकर इस अभियान से काफी समय से जुड़े हुए हैं। वह अक्सर अकेले ही गंगा घाट और अपने गांव में झाड़ू लगाते देखे जाते हैं। मंगल के परिवार की बात करें तो उनके परिवार में पत्नी, एक लड़की व दो लड़के हैं। मंगल ने अपनी बेटी की शादी 12 फरवरी को वाराणसी के पास स्थित चंदौली गांव में की है। अपनी बेटी की शादी के लिए पहला निमंत्रण उन्होंने पीएम मोदी को ही भेजा था और पीएम मोदी ने भी उनके पत्र का जवाब देकर उन्हें निराश नहीं किया।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 फरवरी को अपनी एक दिवसीय यात्रा के लिए संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने काशी की जनता के लिए 1200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए काशी-माहाकाल एक्सप्रेस को हरी झंड़ी दिखा कर रवाना किया। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। इसी बीच पीएम मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का लोकार्पण भी किया। बता दें कि करीब 63 फीट ऊंची प्रतिमा देश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की सबसे ऊंची प्रतिमा है।