बेहद फ़िल्मी है बॉलीवुड के इन 6 रियल कपल्स की लव स्टोरी, बहुत कम लोग जान पाए हैं इनकी प्रेम कहानी
फिल्म इंड्रस्ट्री की फिल्मो में अगर लव स्टोरी ना हो तो ऐसा लगता है की जैसे उनमें कोई रंग ही न हो. वहीं इन फिल्मों में लीड रोल निभाने वाले कई अभिनेताओं की प्रेमकहानी भी बहुत दिलचस्प है. बॉलीवुड में ऐसे कई स्टार्स मौजूद हैं जिन्होंने सिर्फ फ़िल्मी पर्दे पर ही नहीं बल्कि अपनी निजी जिंदगी में भी अपने को-स्टार्स को लाइफ पार्टनर के रूप में चुना है. आज हम आपको वैलेंटाइन वीक के अवसर पर बॉलीवुड के 5 लव-बर्ड्स के बारे में बताने जा रहे हैं. जिनकी प्रेम कहानी के बारे में बहुत कम लोगों को ही पता होगा…
किरण खेर- अनुपम खेर
इन दोनों की जोड़ी को बॉलीवुड की परफेक्ट जोड़ी में एक माना जाता है. अनुपम खेर ने साल 1985 में किरण खेर से शादी की थी. अनुपम पहली बार चंडीगढ़ में किरण से मिले थे. पहले दोनों एक ही थियेटर में काम करते थे. धीरे धीरे ये दोस्त बने और बाद में इनकी दोस्ती कब प्यार में बदल गई इन्हे पता ही नहीं चला. किरण खेर ने पहले भी एक शादी की थी जो सफल नहीं हुई और वो अपने पति से अलग हो चुकी थी. किरण की पहली शादी से एक एक बेटा भी हुआ जिसका नाम सिकंदर रखा गया. उस वक़्त अनुपम खेर भी अपनी पहली पत्नी से अलग हो चुके थे. जब अनुपम खेर और किरण खेर को ये अहसास हुआ की वो दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते है तो दोनों ने साल 1985 में शादी कर ली. शादी के बाद अनुपम ने किरण खेर के बेटे सिकंदर को अपना सरनेम दिया.
जावेद अख्तर- शबाना आजमी
जावेद अख्तर ने मशहूर फिल्म अभिनेत्री शबाना आज़मी के साथ दूसरी शादी की है. दोनों की प्रेम कहानी बहुत ही दिलचस्प है. जावेद अख्तर पहली बार शबाना आज़मी से उनके पिता के घर पर मिले थे. धीरे-धीरे इन दोनों ने के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ. और कब ये प्यार में बदल गया किसी को एहसास ही नहीं हुआ. पर शबाना की मां ये नहीं चाहती थी की उनकी बेटी शादीशुदा शख्स से निकाह करे. पर जब साल 1978 में जावेद अख्तर ने अपनी पहली पत्नी हनी ईरानी को तलाक दे दिया तो वो इस शादी के लिए तैयार हो गयी. साल 1984 में मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार शबाना आजमी और जावेद अख्तर ने निकाह कर लिया.
जैकी श्रॉफ- आयशा श्रॉफ
जैकी श्रॉफ और आयशा की प्रेम कहानी किसी फ़िल्मी कहानी से कम नही है. एक दिन जैकी श्रॉफ ने 13 साल की एक लड़की को स्कूल यूनिफॉर्म में बस में बैठे हुए देखा. पहली नज़र में ही जैकी को उस लड़की से प्यार हो गया. जैकी ने उस लड़की से उसका नाम पूछा और कहा कि वे एक रिकॉर्डिंग स्टोर की तरफ जा रहे हैं. क्या वो उनके साथ चलेगी. इस घटना के बाद जैकी ने म्यूजिक एल्बम खरीदने में उस लड़की की हेल्प की. हम आपको बता दें की ये लड़की कोई और नहीं बल्कि आयशा थीं. जो आज के समय में जैकी की पत्नी हैं. धीरे धीरे इन दोनों की मुलाकाते बढ़ने लगी और ये दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे. जैकी की पहले भी किसी के साथ रिलेशनशिप थी. उस वक़्त उनकी गर्लफ्रेंड अमेरिका गई थी. इसके बाद आयशा ने जैकी की पहली गर्लफ्रेंड को एक पत्र के जरिये सब कुछ बता दिया. बाद में जैकी और आयशा ने शादी कर ली.
नीतू सिंह- ऋषि कपूर
बॉलीवुड एक्ट्रेस नीतू सिंह और ऋषि कपूर की प्रेम कहानी भी बहुत दिलचस्प है. ये दोनों बहुत छोटी उम्र में ही एक दूसरे से प्यार करने लगे थे. उस समय नीतू की उम्र सिर्फ 14 साल थीं. इन दोनों ने एक साथ में पहली फिल्म ‘जहरीला इंसान’ में भी काम किया था. फिल्म की शूटिंग के वक़्त ऋषि नीतू को बहुत छेड़ा करते थे. नीतू शुरु शुरू में बहुत नाराज होती थी पर बाद में उन्हें ऋषि की ये हरकतें अच्छी लगने लगीं. उसके बाद इन दोनों ने शादी कर ली. इनके परिवार वाले इस शादी के लिए राजी नहीं थे. पर इन दोनों ने अपने अपने परिवार को मनाया और शादी की.
रितेश-जेनेलिया
बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख और एक्ट्रेस जेनेलिया डिसूजा पहली बार फिल्म ‘तुझे मेरी कसम’ के सेट पर मिले थे. फिल्म “मुझे तेरी कसम” साल 2003 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में काम करने के दौरान ये दोनों एक दूसरे के करीब आ गए और इन्हे प्यार हो गया. इन्होने पुरे 9 साल एक दूसरे को डेट किया उसके बाद शादी की. रितेश-जेनेलिया की शादी फरवरी साल 2012 में हुई थी. आज के समय में रितेश और जेनेलिया के दो प्यारे से बच्चे हैं.
अनिल-सुनीता
अनिल कपूर बॉलीवुड के बहुत ही जाने माने स्टार है. इनकी प्रेम कहानी के बारे में बहुत कम लोगों को ही पता होगा. अनिल कपूर और सुनीता को देखकर ऐसा लगता है की इनकी अरेंज मैरिज होगी. पर इन्होने लव मैरिज की है. साल 1980 के दशक में अनिल कपूर स्ट्रगल कर रहे थे. ये रोज ऑडिशन के लिए जाते थे. एक दिन ऑडीशन से लौटते समय इन्हे एक लड़की की झलक मिली. उसी एक झलक में अनिल कपूर अपना दिल हार गए. ये लड़की कोई और नहीं सुनीता थीं. सुनीता उस समय की एक सफल मॉडल थी. सुनीता तक पहुँचने के लिए अनिल को बहुत मेहनत करनी पड़ी. उन्होंने अपने कुछ ऐसे दोस्तों को इस बारे में बताया जो सुनीता के करीब थे. दोस्तों ने सुनीता का टेलीफोन नंबर अनिल को दे दिया. उसके बाद अनिल कपूर ने सुनीता से फोन पर बातचीत शुरू कर दी.