10 फरवरी से शुरू हो गया है फाल्गुन माह, इस महीने जरूर करें कृष्ण जी की पूजा, हो जाएगी हर कामना पूरी
10 फरवरी से फाल्गुन माह शुरू हो गया है जो कि हिंदू पंचांग का अंतिम माह है। फाल्गुन मास में श्रीकृष्ण की पूजा करना फलदायक होता है और इनकी पूजा करने से संतान सुख मिल जाता है और जीवन सुख-समृद्धि से भरा रहता है। फाल्गुन माह में आप रोज श्रीकृष्ण की पूजा जरूर किया करें। श्री कृष्ण जी के साथ इस महीने राधा की पूजा करना भी लाभदायक होता है।
करें श्री कृष्ण का अभिषेक
फाल्गुन माह श्री कृष्ण का माह माना जाता है और इस माह में श्री कृष्ण के बाल रुप का अभिषेक जरूर करना चाहिए। साथ में हर रोज सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए।
इस तरह से करें श्री कृष्ण का अभिषेक
- श्रीकृष्ण का अभिषेक करना बेहद ही सरल है। रोज सुबह उठकर सबसे पहले घर की सफाई करें और उसके बाद स्नान कर लें।
- स्नान के बाद पूजा घर को अच्छे से साफ करें। फिर एक चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछा दें और एक थाली चौकी पर रख दें। थाली पर श्री कृष्ण की मूर्ति रख दें। अब सबसे पहले मूर्ति पर जल चढाएं।
- जल चढ़ाने के बाद पंचामृत को मूर्ति के ऊपर डालें और इससे कृष्ण जी का स्नान करें।
- अभिषेक करते समय कृं कृष्णाय नम: मंत्र को बोलें।
- पंचामृत डालने के बाद फिर से मूर्ति पर जल अर्पित करें और मूर्ति को अच्छे से साफ करे दें।
- श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की मूर्ति को वस्त्र और आभूषण पहनाएं।
- अब कृष्ण जी को फूल की माला पहनाएं और उनके सामने धूप-दीप जलाकर चावल अर्पित करें।
- श्रीकृष्ण जी को तुलसी के पत्ते डालकर माखन और मिश्री का भोग लगाएं और कृष्ण जी की आरती करें। आरती करने के बाद तीन बार परिक्रमा भी करें और परिक्रमा करते समय हाथ ऊपर खड़ें रखें।
- पूजा करने के बाद माखन और मिश्री का भोग प्रसाद के तौर पर बांट दें और खुद भी इसे ग्रहण करें।
- इसी तरह से शाम के समय भी कृष्ण जी का पूजन करें।
- कृष्ण जी के पूजन के अलावा राधा की पूजा भी करें।
- इस पूरे महीने कृष्ण और राधा की पूजा एक साथ करने से सच्चा जीवन साथी मिल जाता है।
करें इन मंत्रों का जाप –
पूजा करते समय ऊँ नमो भगवते गोविंदाय, ऊँ नमो भगवते नंदपुत्राय और ऊँ कृष्णाय गोविंदाय नमो नम: मंत्र का जाप भी करें। इन मंत्रों का जाप आप कम से कम 21 बार करें और जाप वाली माला पर ही करें।
जरूर दें सूर्य को अर्घ्य
फाल्गुन माह में रोज सूर्य को अर्घ्य दें। सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जल में फूल, चावल और लाल चंदन मिलाएं और ये जल सूर्य देव को अर्पित करें। जल चढ़ते समय सूर्य देव के नाम का जाप भी करें। इस महीने सूर्य को अर्घ्य देने से शरीर रोग मुक्त रहता है।
आ रहें ये त्योहार
फाल्गुन माह अंतिम माह होता है। इस माह में महाशिवरात्रि और होलिका दहन का पर्व आता है। महाशिवरात्रि का पर्व 21 फरवरी को आ रहा है। जबकि होलिका दहन 9 मार्च को है। इस माह के खत्म होते ही हिंदू पंचाग में नया साल शुरू हो जाएगा।