3 बजे के बाद हुए अधिक मतदान से इस पार्टी को होगा फायदा, कांग्रेस और AAP पार्टी कन्फ्यूज
दिल्ली विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को हो गए हैं और मतदान होने के बाद हर पार्टी अपनी जीत का दावा कर रही है। हालांकि एग्जिट पोल के नतीजे आप पार्टी के पक्ष में ही नजर आ रहे हैं और एग्जिट पोल के अनुसार इस बार फिर से दिल्ली में आप की सरकार ही बनने वाली है। वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी पार्टी अपनी जीत को लेकर सुनिश्चित नजर आ रही हैं और ये दोनों पार्टी दावा कर रही हैं कि तीन बजे के बाद हुई वोटिंग में उनको सबसे ज्यादा मतदान डाले गए हैं।
वैसे एग्जिट पोल का भरोसा नहीं किया जा सकता , उदाहरण के तौर पर 2019 हरियाणा विधान सभा का यह एग्जिटपोल देख लीजिये
अब आते हैं दिल्ली चुनाव की बात पर . दरअसल सुबह के समय दिल्ली में बेहद ही कम वोटिंग हुई थी और केवल 30 प्रतिशत ही मतदान डाले गए थे। वही तीन बजे के बाद मतदान डालने वाले लोगों की संख्या में इजाफा देखा गया था। तीन बजे के बाद से मतदान खत्म होने तक लगभग 30 से 35 फीसदी वोटिंग हुई थी। आखिरी घंटों में हुई इस वोटिंग पर कांग्रेस का कहना है कि अंतिम पलों में हुए मतदान उनकी पार्टी के पक्ष में जाएंगे। वहीं बीजेपी पार्टी का भी यही दावा है कि तीन बजे के बाद उनके कार्यकर्ताओं ने वोटरों को घर से निकालने की कोशिश की और उन्हें मतदान देने को कहा। ताकि बेहतर मतदान हो सके। जिसकी वजह से तीन बजे के बाद भारी संख्या में मतदान किए गए थे और अचानक से वोट प्रतिशत बढ़ गया था।
हो सकता है उलट फेर
तीन बजे के बाद हुई ये वोटिंग चुनाव के नतीजे में उलट फेर कर सकती हैं। कांग्रेस और बीजेपी पार्टी को पुरा यकीन है कि जो वोटिंग तीन बजे के बाद की गई है वो उनके पक्ष में हुई है और ऐसा होने पर उनकी जीत पक्की हैं। वहीं आप पार्टी भी यही दावा कर रही है कि इस बार फिर से दिल्ली की जनता ने उनका साथ दिया है और एक बार फिर से दिल्ली में केजरीवाल की सरकार बनने जा रही है।
एग्जिट पोल पर नहीं है यकीन
एग्जिट पोल में आप पार्टी के विजय होने का दावा किया जा रहा। लेकिन ना ही बीजेपी और ना ही कांग्रेस पार्टी को एग्जिट पोल के नतीजों पर विश्वास है। एग्जिट पोल के नतीजों को इन दोनों पार्टियों ने खारिज कर दिया है। बीजेपी पार्टी का दावा है कि उनकी पार्टी ने चुनाव में काफी अच्छा काम किया है और जनता उन्हीं का साथ देने वाली है। कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा का कहना है कि पहले भी ये देखा गया है कि चुनावी नतीजे एग्जिट पोल से एकदम अलग आएं हैं। कई चुनावी सर्वेक्षणों में उनकी पार्टी को बहुत कम आंका गया था। लेकिन असली चुनाव परिणामों में कांग्रेस को अच्छी खासी सीटों पर जीत मिली थी। इसलिए वो नतीजों का इंतजार करेंगे।
गौरतलब है कि हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा के नतीजे एग्जिट पोल से काफी अलग थे। इसलिए कांग्रेस और बीजेपी पार्टी एग्जिट पोल के नतीजों पर विश्वास नहीं कर रही है। वहीं आप पार्टी ने एग्जिट पोल का स्वागत किया है और कहा है कि इस बार भी उनकी पार्टी विजय रहने वाली है।
11 फरवरी को आएंगे नतीजे
दिल्ली विधानसभा चुनाव में किस पार्टी की जीत होती है। इसके नतीजे 11 फरवरी की सुबह आ जाएंगे। वहीं एग्जिट पोल के अनुसार इस बार आप को 59 से 68 सीटों मिलने का अनुमान है जबकि बीजेपी को 2 से 11 सीटें मिल सकती हैं और कांग्रेस पार्टी के हिस्से एक भी सीट नहीं आ रही है। गौरतलब है कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आप पार्टी 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी और बीजेपी के पक्ष में केवल 3 सीट ही आई थी। जबकि कांग्रेस एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई थी।