इन मंत्रों के जाप से हो जाते हैं शनिदेव प्रसन्न, इनकी पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्यान
शनि देव को शास्त्रों में न्याय का देवता माना गया है और जो लोग बुरे कर्म करते हैं उन लोगों को शनि देव द्वारा दंड जरूर दिया जाता है। शनि देव की साढ़े साती कुंडली में शुरू होने का मतलब जीवन में परेशानियां आने का संकते होता है। हालांकि जिन लोगों द्वारा अच्छे कर्म किए जाते हैं। उनपर साढ़े साती का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है और उन्हें केवल शुभ फल ही मिलते हैं।
कुंडली में साढ़े साती शुरु होने पर शनिदेव की पूजा करने की सलाह दी जाती है। शनिदेव की पूजा करने से साढ़े साती के प्रकोप से रक्षा होती है। शनि देव की पूजा हमेशा सावधानी और सही से करनी चाहिए। क्योंकि गलत तरह से की गई शनिदेव की पूजा का फल नहीं मिल पाता है।
शनि देव की पूजा करते समय रखें इन बातों का ध्यान
- शनि की पूजा करते समय उन्हें काले रंग के तिल जरूर चढ़ाएं। काले रंग के तिल चढ़ाए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
- शनि की पूजा की शुरूआत करते समय उन्हें सबसे पहले सरसों का तेल चढ़ाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि सरसों का तेल चढ़ाने से शनिदेव प्रसन्न हो जाते हैं। एक कथा के अनुसार शनिदेव ने हनुमान जी से ये वादा किया था कि जो भी लोग उन्हें तेल अर्पित करेंगे। वो उनके जीवन में कभी भी कष्ट पैदा नहीं करेंगे। इसलिए शनिदेव को प्रसन्न करने हेतु सरसों का तेल जरूर चढ़ाया जाता है।
- लोहे की धातु शनिदेव से जुड़ी हुई है और इस धातु का प्रयोग भी शनिदेव की पूजा करते हुए करना चाहिए। लोहे की धातु को आप पूजा करते समय शनिदेव को अर्पित करें।
- शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा करने के साथ-साथ शामी के पेड़ की भी पूजा करें। शामी के पेड़ की पूजा करने से शनि ग्रह शांत हो जाता है।
- शामी के अलावा पीपल के पेड़ की पूजा भी इस दिन करना लाभदायक होता है। पूजा करने के लिए पीपल के पेड़ के पास पांच सरसों के तेल के दीपक जलाएं और दीपक जलाने के बाद पेड़ की सात परिक्रमा करें। ये पूजा आप शाम के समय करें।
- शनि देव की पूजा करने के बाद गरीब लोगों में काली वस्तुओं का दान करें। ऐसा करने से शनि की साढ़े साती जल्द ही खत्म हो जाती है।
- शनिदेव के अलावा हनुमान जी की पूजा भी शनिवार के दिन करें और हनुमान जी के सामने भी सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
- शिव भगवान की पूजा करने से भी ये ग्रह शांत हो जाता है। इसलिए सोमवार के दिन शिवलिंग की पूजा करें और शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
- शनि देव की पूजा करते हुए इन मंत्र का जाप 21 बार करें-
– “ॐ शं शनैश्चराय नमः”
– “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
– “ॐ शन्नो देविर्भिष्ठयः आपो भवन्तु पीतये। सय्योंरभीस्रवन्तुनः।।”
ना करें ये काम
जिन लोगों पर साढ़े साती है वो लोग शनिवार के दिन ये काम करने से बचें –
- इस दिन भूलकर भी कोई लोहे की वस्तु ना खरीदें और ना ही घर में लाएं।
- लोगों का अपमान ना करें।
- किसी से काली रंग की चीज ना लें।
- इस दिन काले रंग के वस्त्र ही पहनने।