मोबाइल की बैट्री के बारे में ये 5 झूठ जानते हैं आप? जिसे आप मानते हैं सच वो असल में…
आज के दौर में हर किसी के हाथ में एक स्मार्ट फोन है और ज्यादातर लोगों का काम इसी के द्वारा होता है। बिना फोन के लोग खुद को अधूरा मानने लगे हैं क्योंकि मोबाइल फोन ही एकमात्र ऐसा साधन है जिससे वे अपना मनोरंजन, बिजनेस और पढ़ाई करते हैं। हर उम्र के लोगों को मोबाइल फोन की जरूरत है और इसके बहुत से एडवांटेज और डिसएडवांटेज हैं। मगर मोबाइल फोन की बैट्री को लेकर आम लोगों के बीच कुछ झूठ भी फैले हैं जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए।
मोबाइल की बैट्री से जुड़े ये 5 झूठ
दुनिया में मोबाइल यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है और इसके साथ ही इन डिवाइसेज के इस्तेमाल और मेंटेनेंस के तरीकों में बढ़ोत्तरी हुई है। ऐसे में फोन के लिए इसकी बैट्री बहुत जरूरी होती है जिसका ध्यान रखना भी जरूरी है। मोबाइल फोन को लेकर कई सारी अफवाहें होती हैं जिनपर लोग आंखमूंदकर विश्वास कर लेते हैं। मगर हम आपको ऐसे 5 झूठों के बारे में बताएंगे जिन्हें जानकर आपको हैरानी हो सकती है।
ओवर चार्जिंग फोन की बैट्री को नुकसान
अक्सर हम सुनते हैं कि फोन ज्यादा चार्ज नहीं करना चाहिए इससे बैट्री खराब हो जाती है। ओवर चार्जिंग से फोन की बैट्री ब्लास्ट हो सकती है लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक फोन की बैट्री में ऐसा सिस्टम होता है जिससे फोन फुल चार्ज होने पर इलेक्ट्रिकसिटी को डिस्कनेक्ट कर देता है। इस सिस्टम से फोन की बैट्री को बिल्कुल भी नुकसान नहीं होता है।
बैट्री पूरी तरह डिस्चार्ज के बाद करें चार्ज
ऐसा लोगों का मानना है कि स्मार्टफोन की बैट्री को जीरो से चार्ज करना चाहिए। मगर विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसा करने से फोन की बैट्री को नुकसान होता है। डिस्चार्ज होने से बैट्री में रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं जिससे बैट्री बैकअप कम होता है। वहीं कई टेक कंपनियां इस समस्या से निपटने के लिए अपने फोन की बैट्री मैनेजमेंट फीचर देती है जो एप्स जो ऑप्टिमाइज करके बैट्री लेवल को जीरो नहीं होता है।
फोन की बैट्री को फ्रिजर में रखने से अच्छा होता है
ज्यादातर लोग फोन गर्म होने पर बैट्री को निकाल देते हैं या फिर बैट्री को फ्रिजर में रखते हैं। मगर ऐसा करने से बैट्री को ही नुकसान होता है और बैट्री बैकअप में सुधार भी नहीं होता है। हालांकि, बैट्री बैकअप को बढ़ाने के लिए फोन में मौजूदा फीचर्स को इस्तेमाल करना होता है। इसके साथ ही इन एप्स को डिलीट कर देना चाहिए, इनका ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता है।
दूसरे चार्जर से नहीं करें फोन चार्ज
ये बात हम सभी जानते हैं कि फोन को उसके असली चार्जर से ही चार्ज करना चाहिए। इसके साथ लोगों का मानना है कि फोन को दूसरे चार्जर से चार्ज करने पर बैट्री का बैकअप कम होता है। मगर विशेषज्ञों का कहना है कि फोन को दूसरे केबल और चार्जर से चार्ज करने पर बैट्री को नुकसान नहीं होता है, हालांकि इसे चार्ज करने की स्पीड बहुत कम होती है।
सार्वजनिक पोर्ट से चार्ज करने से फोन है सुरक्षित
ज्यादातर लोग एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन पर लगे चार्जिंग पोर्ट से फोन चार्ज करते हैं। इसके साथ ही उन्हें ऐसा लगता है कि इससे फोन चार्ज करना बहुत सुरक्षित रहता है। मगर ऐसा नहीं है क्योंकि इससे लोगों का निजी डाटा लीक हो सकता हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि हैकर्स इस तरह से चार्जिंग पोर्ट पर रीडर पोर्ट लगाते हैं जिससे लोगों की निजी फोटो, वीडियो और मैसेज लीक हो जाते हैं। ऐसे में लोगों को फोन चार्ज करने के लिए पावरबैंक का इस्तेमाल करना चाहिए जो बहुत ही सुरक्षित तरीका है।