रात में पूजा करते समय ना करे ये 5 गलतियां, देवी देवता होते हैं नाराज़
कहते हैं भगवान को याद करने का कोई समय नहीं होता हैं. आप जब चाहे उनका नाम ले सकते हैं और उनकी भक्ति या आराधना कर सकते हैं. हालाँकि जब बात पूजा पाठ की आती हैं तो इसे लेकर कुछ नियम और कायदें भी होते हैं. हमें हर हाल में इनका पालन करना चाहिए. मसलन यदि आप रात में भगवान की पूजा करते हैं तो कुछ ख़ास चीजों का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता हैं. दिन और रात में पूजा करने के नियम काफी अलग होते हैं. जहाँ एक तरफ दिन में आपको कई सारी चीजें करने की खुली छूट होती हैं तो वहीं रात के समय कई लिमिटेशन लग जाती हैं.
शंख ना बजाए
पूजा के दौरान शंख बजाकर देवी देवताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया जाता हैं. हालाँकि मान्यतों के अनुसार हमें सूर्य के अस्त होने के बाद शंख बजाने से परहेज करना चाहिए. दरअसल सूर्यास्त के बाद देवी देवता निद्रा अवस्था में चले जाते हैं. इस समय यदि आप शंख बजाते हैं तो उनकी नींद में बाधा उत्पन्न होती हैं. यही वजह हैं कि सूरज के ढलने के बाद शंख बजाना हानिकारक माना जाता हैं.
सूर्यदेव की पूजा ना करे
दिन में यदि आप कोई ख़ास पूजा करते हैं तो उसमे सूर्यदेव की पूजा को साथ में करना लाभदायक होता हैं. हालाँकि यही विशेष पूजा आप रात में करते हैं तो एक्स्ट्रा पूजा में सूर्यदेव की पूजा नहीं करना चाहिए. वैसे भी रात में सूर्यदेव अस्त हो जाते हैं अर्थात निंद्रा अवस्था में प्रवेश कर जाते हैं. इसलिए उन्हें इस समय याद कर जगाना उचित नहीं होता हैं.
रात में ना तोड़े तुलसी का पत्ता
जब भी घर में भगवान विष्णु, श्री कृष्ण या सत्यनारायण जी की पूजा की जाती हैं तो तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल भी होता हैं. अब दिन में तो आप पूजा के समय तुलसी के पौधे से पत्ते तोड़ सकते हैं, लेकिन जब बात रात की होती हैं तो तुलसी के पत्ते तोड़ना हानिकारक माना जाता हैं. इससे तुलसीदेवी नाराज हो जाती हैं. इसलिए यदि रात में पूजा होने वाली हैं तो उसके लिए तुलसी के पत्ते दिन में ही तोड़कर रख ले.
दूर्वा को रात में तोड़ने से बचे
तुलसी की तरह दूर्वा का उपयोग भी पूजा में होता हैं. इसे गणेशजी, शिवजी, सरस्वती, लक्ष्मी सहित अन्य देवी देवताओं के पूजन में इस्तेमाल किया जाता हैं. इस दूर्वा रात में (सूर्यास्त के बाद) तोड़ना शुभ नहीं होता हैं. इसलिए इसे भी दिन में तोड़कर रखा जा सकता हैं.
पूजा सामग्री ना हटाए
रात में पूजा करने के बाद इस्तेमाल हुई सामग्री जैसे फूल, अक्षत इत्यादि पूजा स्थल पर ही रातभर रहने दे. इन्हें रात के समय ना उठाए, बल्कि अगले दिन सुबह इन्हें आप उठा सकते हैं. ये नियम भी रात में पूजा करने के दौरान जरूर अपनाना चाहिए.
तो ये थे कुछ ख़ास नियम जो आपको रात की पूजा के दौरान ध्यान में रखना चाहिए. हमें उम्मीद हैं कि आपको हमारी दी गई जानकारी जरूर पसंद आई होगी. आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले.