वसंत पंचमी के दिन इस तरह से करें मां सरस्वती की पूजा, कला के क्षेत्र में मिलेगी प्रगति
वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन इनकी आराधना करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है और सद्बुद्धि मिलती है। वसंत पंचमी की पूजन विधि बेहद ही सरल होती है और आप आसानी से इस दिन मां सरस्वती की पूजा कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। इस साल वसंत पंचमी का पर्व 29 जनवरी के दिन आ रहा है। इस दिन आप मां सरस्वती की पूजा करते समय नीचे बताई गई चीजों का पालन करें और इन्हें ध्यान में रखें।
इस तरह से करें मां सरस्वती की पूजा
- वसंत पंचमी के दिन सुबह उठाकर स्नान करें और पीले या सफेद रंग के वस्त्र धारण कर लें। क्योंकि मां सरस्वती को पीला और सफेद रंग प्रिया होता है।
- मंदिर की सफाई करके एक चौकी मंदिर में रखें और इस चौकी पर सफेद रंग का वस्त्र बिछा दें। उसके बाद इस चौकी को फूलों से अच्छे से सजा दें और इस पर मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर रख दें।
- मां सरस्वती की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करने के बाद मां के सामने एक दीपक जला दें और जिस कला क्षेत्र से आप जुड़े हुए हैं उससे जुड़ी चीजें भी चौकी के पास रख दें।
- अब मां सरस्वती को तिलक लगाएं और उन्हें पीले रंग के फूलों की माला पहना दें। मां सरस्वती का श्रृंगार करें।
- मां का श्रृंगार करने के बाद उनकी पूजा शुरू करें और पूजा करते समय मां के चरणों पर फूल अर्पित करें और ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नमः मंत्र का जाप करें।
- मां सरस्वती की पूजा करने के बाद पुस्तक, वाद्य यंत्रों की पूजा भी जरूर करें।
- इस दिन मां सरस्वती से जुड़ी कथा भी पढ़ें और मां की कथा पढ़ते समय उन्हें हलवे का भोग भी लगाएं। कथा पूरी होने के बाद इस भोग को प्रसाद के तौर पर लोगों में बांट दें।
- वसंत पंचमी के दिन अगर आप व्रत रखते हैं तो केवल फलों का ही सेवन करें और अगले दिन स्नान करने के बाद मां की पूजा कर ये व्रत तोड़े। साथ में ही मां से व्रत और पूजा के दौरान हुई कोई भी भूल की माफी भी जरूर मांगे।
वसंत पंचमी की पूजा करने का सही समय
वसंत पंचमी के दिन दो बार मां की पूजा की जाती है। जो कि सूर्योदय और सूर्योस्त होने के बाद होती है। इस साल वसंत पंचमी की पूजा का मुहूर्त 29 जनवरी 2020 को 10:45 AM बजे से शुरू होगा। जो कि पञ्चमी तिथि यानी 30 जनवरी 2020 को 01:19 PM बजे पर समाप्त होगा। इसलिए जो लोग वसंत पंचनी के दिन व्रत रखने वाले हैं वो अपना व्रत अगले दिन 01:19 बजे के बाद ही तोड़े।
मां सरस्वती को ज्ञान और कला की देवी कहा जाता है और इनकी पूजा करने से कला के क्षेत्र में उन्नति मिलती है। इसलिए कला के क्षेत्र से नाता रखने वाले लोग और पढ़ाई करने वाले छात्रा मां की पूजा जरूर करें। ऐसा करने से कला और ज्ञान के कामयाबी मिलेगी और हर सपने पूरे हो जाएंगे।