आखिर क्यों आता है आजम खां को इतना गुस्सा,मंच पर ही फूलों की माला फेंक कर संचालक से माइक छीना!
यूपी में सियासी घमासान मचा हुआ है और इस घमासान में सभी पार्टियों को स्टार प्रचारक ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. लेकिन समाजवादी पार्टी के एक ऐसे भी स्टार प्रचारक हैं जो आए दिन किसी न किसी बात से नाराज हो कर विवादों में आ जाते हैं. अभी कुछ दिनों पहले ही गुस्से में आकर आजम खां ने मुस्लिमों से बीजेपी को वोट देने की बात कही थी. अब मंगलवार को अखिलेश सरकार के मंत्री आजम खान का गुस्सा फूटा जिसके बाद सभा में दौरान मंच पर मौजूद लोग असहज हो गए.
गुस्से में आजम ने गले से माला निकाल कर फेंका :
मंगलवार को यूपी के बलिया में नगर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी लक्ष्मण गुप्ता के पक्ष में सदर कोतवाली के मुस्लिम बाहुल्य बहेरी में अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आजम खान जनसभा को संबोधित करने पहुंचे. वहां उन्हें सुनने काफी संख्या में लोग पहुंचे थे लेकिन जैसे ही आजम मंच पर पहुंचे, भीड़ में से कुछ लोगों ने शोरगुल करना शुरू कर दिया जिससे आजम खान नाराज हो गए. सबसे पहले तो पार्टी प्रत्याशी को आड़े हाथों लिया और फिर जिलाध्यक्ष पर नाराजगी जाहीर की. इसी दौरान मंच पर मौजूद कुछ कार्यकर्ताओं ने आजम खान को फूलों की माला पहनाई तो वे भड़क गए. गुस्से में आजम ने गले से माला निकाल कर फेंक दी. यहां तक कि सभा संचालित कर रहे संचालक का माइक छिनकर डायस पर रख दिया. उसके बाद आजम मंच छोड़कर जाने लगे तो पार्टी नेताओं ने किसी तरह उन्हें मना कर उनका गुस्सा शांत करवाया.
दसअसल, जिस मैदान पर जनसभा आयोजित की गई थी, वह काफी छोटा था. जगह कम होने की वजह से कई लोग मंच पर भी चढ़ आए. मंच पर इस अव्यवस्था को देखकर आजम भड़क गए. इस पूरे ड्रामे के बाद जब आजम का गुस्सा कुछ शांत हुआ तब उन्होंने एसपी प्रत्याशी की तारीफ करते हुए कहा कि यह काले जरूर हैं, पर दिलवाले हैं. अपने भाषण में कब्रिस्तान-श्मशान वाले बयान को लेकर उन्होंने पीएम मोदी पर तीखे हमले किए और कहा जो व्यक्ति कब्रिस्तान, श्मशान की बात पर राजनीतिक करता है, उसके तुच्छ कोई हो ही नहीं सकता. मायावती पर हमला करते हुए आजम ने कहा कि मायावती ने विधानसभा चुनाव में 100 सीटों से ज्यादा पर पर मुस्लिमों को टिकट देकर मुस्लिम से मुस्लिम भाइयों को ही लड़ाने का काम किया है.