फिल्मी किस्से: कभी परवीन बॉबी के प्यार में बुरी तरह पड़े थे महेश भट्ट, शुरू से ही थे दिलफेंक
बॉलीवुड के बहुत किस्से ऐसे हैं जो आम लोगों तक पहुंच जाते हैं लेकिन कुछ किस्से ऐसे भी हैं जो उन्हें पता भी नहीं होते। कुछ ऐसे ही किस्से 70 के दशक की मशहूर अभिनेत्री परवीन बॉबी के रहे हैं। इन्होंने एक समय में सभी अभिनेत्रियोकी की छुट्टी कर दी थी और इनकी बोल्डनेस देखकर मशहूर डायरेक्टर महेश भट्ट भी इनके दीवाने हो गए ते। शादीशुदा होने के बाद भी कभी परवीन बॉबी के प्यार में बुरी तरह पड़े थे महेश भट्ट, इसके बाद इनके प्यार का अंजाम हुआ चलिए आपको बताते हैं।
कभी परवीन बॉबी के प्यार में बुरी तरह पड़े थे महेश भट्ट
20 जनवरी, 2005 को परवीन बॉबी की डेडबॉडी उनके फ्लैट में पड़ी मिली। पड़ोसियों के मुताबिक 3 दिनों से इनका दरवाजा नहीं खुला था और दरवाजे पर ही दूध और पेपर तीन दिन से पड़े हुए थे। बॉलीवुड के दिग्गज फिल्ममेकर महेश भट्ट के साथ परवीन बॉबी का गंभीर रिश्ता था। साल 1977 में परवीन और महेश की लव स्टोरी शुरु हुई थी। उस समय महेश भट्ट की पत्नी किरण औऱ दो बच्चे पूजा-राहुल थे। फिर भी महेश अपने परिवार को छोड़कर परवीन के साथ लिव इन में रहते थे क्योंकि इनका प्यार समय के साथ गहरा होता चला गया था।
महेश भट्ट के साथ परवीन खुद को असुरक्षित महसूस करती थीं क्योंकि महेश शादीशुदा थे और उन्हें डर था कि वो उन्हें छोड़कर चले जाएंगे। महेश के साथ रहते हुए परवीन को schizophrenia के दौरे पड़ने शुरु हो गए थे। महेश भट्ट को समझ आने लगा था कि परवीन नॉर्मल नहीं है। फिल्म शान के सेट पर जब परवीन को पहली बार दौरा पड़ा तो महेश भट्ट ने उन्हें संभाला।
महेश भट्ट ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘जब मैं शाम के समय घर के अंदर गया तो वो अपने शान वाले ड्रेस में थी। उसके हाथ में चाकू थी और वो बहुत कांप रही थी। वह उस समय एक जावनर की तरह बिहेव करने लगी और मैं उसे इस रूप में नहीं देख पा रहा था। उसने फुसफुसाकर मुझसे कहा कि महेश वो मुझे मारने आया है जल्दी से अंदर आओ और दरवाजा बंद कर लो।’
महेश के मुताबिक परवीन के मुंह से ये सुनते ही मैंने उनकी आंखों में वो डर देखा। महेश समझ गए कि परवीन को अब इलाज की जरूरत है। उन्होंने आध्यात्मिक गुरु यू जी कृष्णमूर्ति से बात की और परवीन को उनके पास ले गए। आश्रम में कुछ दिन बिताने के बाद परवीन ठीक होने लगी लेकिन धीरे-धीरे महेश भट्ट उनसे दूर होने लगे। परवीन फिल्मों में काम करती रहीं लेकिन बीमार परवीन को छोड़ने पर महेश भट्ट की काफी उन दिनों आलोचनाएं हुईं।
साल 1982 में महेश भट्ट की फिल्म अर्थ रिलीज हुई और इसमें महेश भट्ट ने अपनी कहानी दिखाई। फिल्म के रिलीज होते ही उनके ऊपर ये आरोप लगा कि उन्होंने परवीन के स्टारडम का इस्तेमाल किया है। परवीन की जिंदगी की निजी बातों को महेश ने पर्दे पर उतारा है और परवीन को इस बात से काफी दुख भी हुआ था। फिर उन्होंने बॉलीवुड छोड़ने का फैसला लिया और खुद को इन सबसे दूर रखने लगी।
बाद में अकेलेपन और कई बीमारियों के कारण परवीन की डेथ की खबर आई। महेश भट्ट परवीन को भूलन नहीं पाए और सबकुछ भूलकर वो परवीन की बॉडी को कंधा देने पहुंचे थे। बाद में महेश ने परवीन की याद में फिल्म वो लम्हे बनाई। इस फिल्म में दोनों के इंटेंस लव को दिखाया गया जिसमें महेश का किरदार शाइनी आहूजा और परवीन बॉबी का किरदार कंगना रनौत ने निभाया था।